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Tirupati Mandir: भव्य और सुंदर तस्वीरों के साथ जानें तिरुपति मंदिर के चौंकाने वाले तथ्य...
Tirupati Mandir Interesting Facts: आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। आइए जानें इस मंदिर के बारे में कुछ खास बातें और तथ्य।
Tirupati Mandir Ke Tathya In Hindi: आंध्र प्रदेश के तिरुमाला स्थित तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) एक बार फिर चर्चा में है। यह श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड ने यह फैसला लिया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अत्याधुनिक तकनीक की मदद से नई दर्शन व्यवस्था को जल्द ही बनाया जायेगा और मंदिर में लागू किया जायेगा। नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को सिर्फ 2 घंटे में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन हो जाएंगे। मौजूदा समय में यहां दर्शन में 20 से 30 घंटे लग जाते हैं। आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में कुछ चौंकाने वाले तथ्य (Tirupati Temple Interesting Facts In Hindi)।
तिरुपति मंदिर के बारे में (Tirupati Mandir Ke Bare Mein Jankari In Hindi)
1- भगवान विष्णु के एक रूप भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित तिरुपति मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के पहाड़ी शहर तिरुमला में स्थित है। इस मंदिर को तिरुमाला मंदिर, तिरुपती मंदिर और तिरुपती बालाजी मंदिर जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है।
2- ऐसी मान्यता है कि वेंकटेश्वर स्वामी मानव जाति को कलियुग की परीक्षाओं और परेशानियों से बचाने के लिए पृथ्वी पर प्रकट हुए थे। इसीलिए इस जगह को कलियुग वैकुंठ भी कहा जाता है। समुद्र तल से 865 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु के 8 स्वयंभू मंदिरों में से एक है।
3- ऐसा कहते हैं कि इस मंदिर में स्थापित भगवान श्री वेंकटेश्वर की मूर्ति के बाल असली हैं और कभी भी उलझते नहीं हैं।
4- यही नहीं ऐसा भी कहा जाता है कि प्रातः अभिषेक के बाद मूर्ति को पसीना आता है, जिसे रेशमी कपड़े से पोंछा जाता है। इसलिए मंदिर में तापमान भी कम रखा जाता है।
5- तिरुपति बालाजी मंदिर के गर्भगृह में देवता की मूर्ति के सामने रखे गए मिट्टी के दीपक कभी बुझते नहीं हैं। ये दीपक कब जलाए गए और किसने जलाए, इसके बारे में कोई नहीं जानता है।
6- मंदिर में स्थित मुख्य मूर्ति की पीठ पर जब आप अपना कान लगाते हैं, तो आपको एक गरजते हुए समुद्र की आवाज सुनाई देती है।
7- शायद ही आपको पता हो कि मंदिर में अर्पित किए जाने वाली फूल-मालाएं, दूध, मक्खन, पवित्र पत्ते, फल आदि सामग्री एक गुप्त गांव से आती है।
8- हर गुरुवार को भगवान वेंकटेश्वर का पूरा श्रृंगार उतारकर स्नान करवाया जाता है। इसके बाद उन्हें चंदन का लेप लगाया जाता है और जब इस लेप को हटाया जाता है तो उस समय बालाजी (वेंकटेश्वर स्वामी) के हृदय पर माता लक्ष्मी की आकृति साफ-साफ दिखाई देती है।
9- मूर्ति बाहर से गर्भगृह के बीच में खड़ी प्रतीत होती है, लेकिन वास्तव में मूर्ति गरबा गुड़ी के दाहिने कोने की ओर थोड़ी सी है। अब यह सिर्फ भ्रम है या भगवान का चमत्कार इसका आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है।
10- भगवान वेंकेटेश्वर की मूर्ति पर पचाई कपूर लगाया जाता है। ऐसा कहते हैं कि यह कपूर किसी भी पत्थर पर लगाया जाता है तो पत्थर में कुछ समय में दरारें आ जाती हैं। लेकिन बालाजी की प्रतिमा पर पचाई कपूर का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।