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UP Rich Beggars: बाप से बाप! इतने अमीर भिखारी, इनकी आय जान आ जाएगी शर्म
Uttar Pradesh Rich Beggars Income: यूपी के नवाबों के शहर के भिखारी भी किसी रईस व्यक्ति से कम नहीं कमाते हैं। हाल ही में इनकी आय का खुलासा किया गया है, जिसने सभी को चौंका दिया है।
Uttar Pradesh Beggars Income: अगर आपके सामने कोई भिखारी आ जाए तो उसकी लाचार स्थिति देख आप कुछ पैसे जरूर पकड़ा देते होंगे कि इसी से उनका कुछ भला हो जाएगा। उनका दुखियारा और लाचार चेहरा देखकर किसी को भी दया आ सकती है। खासकर, अगर बात हो बच्चों और महिलाओं की तो लोग जरूर मदद के लिए हाथ बढ़ा देते हैं। लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भिखारियों पर किए गए एक सर्वे ने सबको चौंका दिया है। इस सर्वे में लखनऊ (Lucknow) के भिखारियों की आय का खुलासा हुआ है, जिसे जान लोग अपने ऊपर ही तरस खा रहे हैं। तो चलिए आपको भी बताते हैं कि आखिर यहां के भिखारी कमा कितना रहे हैं।
लखनऊ के प्रोफेशनल भिखारी (Beggars In Lucknow)
यूपी की राजधानी में हर शहर की तरह जगह-जगह लोग आपको भीख मांगते दिख जाएंगे। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें से बहुत से भिखारियों की भीख मांगना मजबूरी नहीं बल्कि पेशा है। जी हां, लखनऊ में हुए एक सर्वेक्षण में पता चला है कि चारबाग में करीब 90 फीसदी पेशेवर भिखारी हैं, जबकि इक्का-दुक्का ही लोग मजबूरी में ये काम कर रहे हैं। साथ ही ये भी पता चला है कि राजधानी में पेशेवर भिखारियों में हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, रायबरेली और बाराबंकी आदि जिलों से आए भिखारी भी शामिल हैं।
कितनी है इन भिखारियों की सैलरी (Lucknow Ke Bhikhari Ki Kamai)
नवाबों के शहर में लगातार बढ़ती भिखारियों की संख्या को देखते हुए समाज कल्याण विभाग और डूडा (जिला नगरीय विकास अभिकरण) ने भिखारियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया था। सर्वेक्षण के दौरान लखनऊ में कुल 5312 भिखारी मिले हैं। सर्वे में हैरान करने वाला खुलासा भी हुआ है, जिसके मुताबिक, इनकी कमाई नौकरीपेशा लोगों से भी ज्यादा है। यहां एक भिखारी की औसत कमाई करीब 1200 रुपये प्रतिदिन यानी 36 हजार रुपये महीना है। ऐसे में लखनऊवासी प्रतिदिन लगभग 63 लाख रुपये दान के रूप में दे रहे हैं।
महिला भिखारी कमा रहीं सबसे ज्यादा (Lucknow Beggars Income In Rupees)
सर्वे के मुताबिक, राजधानी के ज्यादातर भिखारियों की औसत मासिक आमदनी लगभग 90 हजार से 1 लाख रुपये महीना तक है यानी इनकी सालाना आय करीब 12 लाख रुपये तक हो जाती है। केवल इतना ही नहीं बल्कि इन्हें खाने-पीने के साथ-साथ कपड़े भी मुफ्त मिल रहे हैं। इस शहर में सबसे ज्यादा कमाई महिला भिखारी की होती है, जो रोजाना करीब 3 हजार रुपये तक कमा लेती हैं। वहीं, बुजुर्ग और बच्चे की कमाई भी 900 से 1.5 हजार रुपये तक है।
सर्वेक्षण में पता चला है कि इनमें से कई भिखारियों के पास स्मार्टफोन से लेकर पैनकार्ड और तमाम चीजों की सुविधाएं भी हैं। साथ ही बैंक अकाउंट में भी लाखों रुपये पड़े हुए हैं। यहां के एक भिखारी ने अधिकारियों को बताया कि उसके बैंक खाते में 13 लाख रुपये जमा हैं। इसलिए उसे किसी तरह की सरकारी योजना का लाभ नहीं लेना है।