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Premanand Ji Maharaj: सभी को सुनना चाहिए प्रेमानंद जी महाराज का ये ज्ञान, जाने क्रोध कैसे कर देता है सब कुछ नाश

Vrindavan Wale Premanand Ji Maharaj: आइये जानते हैं क्या प्रेमानंद जी के कुछ अनमोल वचन जिससे आप ज़िन्दगी को पूरे उत्साह के साथ जीने की कोशिश करेंगे।

Shweta Shrivastava
Published on: 16 July 2023 7:42 AM IST
Premanand Ji Maharaj: सभी को सुनना चाहिए प्रेमानंद जी महाराज का ये ज्ञान, जाने क्रोध कैसे कर देता है सब कुछ नाश
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Vrindavan Wale Premanand Ji Maharaj (Image Credit-Social Media)

Premanand Ji Maharaj: मनुष्य को जीवन में आती नई नई चुनौतियों को तैयार करने वाले श्री हित प्रेमानंद जी सोशल मीडिया पर काफी प्रसिद्ध हो गए हैं उनकी मोटिवेशनल बातें लोगों को खूब पसंद आती हैं। यही वजह है कि आज महाराज जी के भक्तों में केवल एक निश्चित आयु वर्ग के ही लोग नहीं हैं बल्कि हर उम्र के लोग उन्हें काफी ध्यान से सुनते हैं। प्रेमानंद जी लोगों को सकारात्मकता की ओर बढ़ने के लिए सदा प्रेरित करते हैं और साथ ही सत्मार्ग पर चलने को कहते हैं ,ऐसे में आइये जानते हैं क्या प्रेमानंद जी के कुछ अनमोल वचन जिससे आप ज़िन्दगी को पूरे उत्साह के साथ जीने की कोशिश करेंगे।

श्री हित प्रेमानंद जी महाराज के मोटिवेशनल थॉट्स

  • सभी समस्याओ से सुलझने का एक मात्रा उपाय है प्रभु को अपना वास्तविक मान लो,उनकी जगह पर किसी को मत बैठा लो।
  • मनुष्य जीवन सत्य मार्ग के लिए है अच्छे बनो, माँ बाप की सेवा क्यों बीमारों का सेवा करो जरूरतमंद का मद्द करो यही मनुष्य जीवन है।
  • हमे सच्चा प्रेम प्रभु से प्राप्त होता है किसी व्यक्ति से क्या होगा कोई व्यक्ति हमसे प्यार कर ही नहीं सकता क्योंकि वो हमे जानता ही नहीं तो कैसे करेगा।
  • कौन क्या कर रहा है इस पर ध्यान मत दो केवल हमे सुधरना है इसपर ध्यान दो।
  • प्रातः काल जब उठे तो गुरुदेव को प्रणाम करके निश्चय करें की आज हम पूरा का पूरा समय आराध्य देव में लगाने की पूरा का पूरा चेस्टा करेंगे।
  • जो ह्री का भक्त होता है उसे हमेशा जय की प्राप्ति होती है, उसे कोई परास्त नहीं कर सकता।
  • अगर हमको अपने मन को शांत करना है मन को स्थिर करना है तो एक उपाय है प्रभु के चरणों का दृढ़ता पूर्वक आश्रय और नाम जप करे ।
  • कोई व्यक्ति तुम्हें दुख नहीं देता तुम्हारे कर्म उस व्यक्ति के द्वारा दुख के रूप में प्राप्त होते हैं।
  • क्रोध को शांत करने के लिए एक ही उपाय है बजाय यह सोचने के कि उसका हमारे प्रति क्या कर्तव्य है? हम यह सोचे कि हमारा उसके प्रति क्या कर्तव्य है ।
  • क्रोध से आज तक कभी किसी का मंगल नहीं हुआ है यह आपके समस्त गुणों का नाश कर देता है इसलिए क्रोध की संगति से दूर रहें।



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Shweta Shrivastava

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