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Winter Health Tips : सर्दियों में आपको भी है रजाई से मुंह ढकने की आदत, आज ही हो जाएं सावधान

Winter Health Tips ठंड का मौसम चल रहा है और हर किसी को रजाई में दुबक कर सोना पसंद आता है। इस ठंड के मौसम में अगर आप भी अपना मुंह ढक कर सोते हैं तो आपको आज ही सावधान होने की जरूरत है।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 31 Dec 2023 11:30 AM IST (Updated on: 31 Dec 2023 11:30 AM IST)
Winter Health Tips
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Winter Health Tips (Photos - Social Media)

Winter Health Tips : सर्दियों का मौसम चल रहा है और ऐसे में सभी रजाई कंबल का इस्तेमाल करते हैं। ठंड कभी-कभी इतनी ज्यादा हो जाती है की रजाई से बाहर निकलने का मन ही नहीं करता। अधिकतर लोग ठंड के मौसम में रसाई के अंदर मुंह ढक कर सोना पसंद करते हैं। वैसे इस तरह से करने से लोगों को मना किया जाता है क्योंकि इससे उन्हें नुकसान हो सकता है। आपको बता दे की रसायन कंबल में मुंह ढक कर सोने से दाम घट सकता है और ब्लड सर्कुलेशन पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हम मुंह ढक लेते हैं तो हमारे शरीर में फ्रेश ऑक्सीजन का संचालन नहीं हो पता है और खराब ऑक्सीजन ही शरीर के अंदर जाता रहता है। इस तरह से शरीर का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होने लगता है। चलिए आपको बताते हैं कि मुंह ढककर सोने से क्या नुकसान हो सकते हैं।

स्किन प्रॉब्लम

अगर आप सर्दियों में मुंह ढक कर सोते हैं तो आपको स्क्रीन से जुड़ी समस्या हो सकती है। रजाई या कंबल के अंदर मौजूद खराब हवा स्किन के रंग को कला बनाने का काम कर सकती है और आपको रैशेज भी हो सकते हैं। अधिकतर मामलों में लोगों को यह पता नहीं होता कि मुंह ढक कर सोने की वजह से उन्हें ऐसा हो रहा है।

फेफड़ों की समस्या

मुंह ढक कर सोने से सही मात्रा में शरीर को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है जो हमारे फेफड़ों पर बुरा असर डालता है। इस वजह से दम घुटने यहां हार्ट अटैक जैसी खतरनाक स्थिति बन सकती है। मामले में फेफड़े सिकुड़ने लगता हैं यही कारण है कि सर्दियों में मुंह ढककर सोने से मना किया जाता है।

किन लोगों को होता है खतरा

उन सभी लोगों को मुंह ढक कर सोने से नुकसान हो सकता है जिन्हें इस तरह से सोने की आदत है। लेकिन ये आदत सबसे ज्यादा किस प्रभावित करती है अगर वैसे लोगों की बात की जाए तो जिन लोगों को सांस की कोई बीमार, सीओपीडी, अस्थमा जैसी चीज है उन्हें कभी भी अपना मुंह ढककर नहीं सोना चाहिए। यादव लोगों के लिए जानलेवा बन सकती है और अस्थमा या दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के फेफड़े कमजोर होने लगते हैं। सही मात्रा में ऑक्सीजन न मिलने की वजह से अस्थमा का अटैक भी पड़ सकता है या सांस फूल सकती है। इन बीमारियों से ग्रसित मरीजों को कभी भी अपना मुंह ढककर करके नहीं सोना चाहिए।

Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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