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World Cancer Day: विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है, क्या है इसका इतिहास, क्या है इस साल की थीम आइए जानते हैं

World Cancer Day 2025: विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत 4 फरवरी 2000 को पेरिस में आयोजित पहले विश्व कैंसर शिखर सम्मेलन में हुई थी। इस सम्मेलन में 'चार्टर ऑफ पेरिस' पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके अनुच्छेद दस में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में घोषित किया गया।

Akshita Pidiha
Written By Akshita Pidiha
Published on: 4 Feb 2025 10:45 AM IST (Updated on: 5 Feb 2025 10:46 AM IST)
World Cancer Day: विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है, क्या है इसका इतिहास, क्या है इस साल की थीम आइए जानते हैं
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World Cancer Day (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

World Cancer Day 2025: कैंसर दिवस हर वर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसकी रोकथाम, पहचान, और उपचार को प्रोत्साहित करना है। यह दिन वैश्विक स्तर पर कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसमें सरकारों, संगठनों, और व्यक्तियों को एकजुट होकर इस बीमारी से निपटने के लिए प्रेरित किया जाता है।

विश्व कैंसर दिवस का इतिहास (World Cancer Day History In Hindi)

कैंसर शब्द की उत्पत्ति का श्रेय यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स (460-370 ईसा पूर्व) को दिया जाता है। इन्हें चिकित्सा का जनक भी कहा जाता है। हिप्पोक्रेट्स ने ही गैर-अल्सर बनाने और अल्सर बनाने वाले ट्यूमर के बारे में बताते हुएकार्सिनो और कार्सिनोमा शब्द का इस्तेमाल किया। ग्रीक भाषा में ये शब्द एक केकड़े को संदर्भित करता हैं, जो संभवतः बीमारी पर लागू होता है। 70-80 करोड़ साल पहले डायनासोर जीवाश्मों में कैंसर सेल्स के प्रमाण देखे गए। 2003 में कई शोध के बाद इस बात का पता चला था।

विश्व कैंसर दिवस 2025 की थीम: 'यूनाइटेड बाय यूनिक' (United by Unique)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत 4 फरवरी 2000 को पेरिस में आयोजित पहले विश्व कैंसर शिखर सम्मेलन में हुई थी। इस सम्मेलन में 'चार्टर ऑफ पेरिस' पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके अनुच्छेद दस में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में घोषित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके रोकथाम, पहचान, और उपचार के लिए वैश्विक प्रयासों को प्रोत्साहित करना था।

कैंसर दिवस 2025 से 2027 तक की थीम 'यूनाइटेड बाय यूनिक' है, जो प्रत्येक व्यक्ति की कैंसर यात्रा की विशिष्टता पर प्रकाश डालती है। इस थीम का उद्देश्य लोगों को केंद्र में रखकर कैंसर देखभाल के विभिन्न आयामों का अन्वेषण करना और नए तरीकों से बदलाव लाना है। कैंसर केवल एक चिकित्सीय निदान नहीं है, बल्कि यह एक गहन व्यक्तिगत मामला है, और इसलिए, एक व्यक्ति-केंद्रित दृष्टिकोण जो प्रत्येक व्यक्ति की अनूठी आवश्यकताओं को करुणा और सहानुभूति के साथ एकीकृत करता है, सर्वोत्तम स्वास्थ्य परिणामों की ओर ले जाता है।

कैंसर: एक वैश्विक चुनौती

कैंसर दुनिया भर में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2020 में लगभग 1 करोड़ लोगों की मृत्यु कैंसर से हुई, जो कि सभी वैश्विक मृत्यु का लगभग 1/6 हिस्सा है। मुख्य कैंसर प्रकारों में फेफड़े, स्तन, कोलोरेक्टल, प्रोस्टेट, त्वचा, और पेट का कैंसर शामिल हैं। कैंसर के जोखिम कारकों में तंबाकू का उपयोग, शराब का सेवन, अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता, और वायु प्रदूषण शामिल हैं। इनमें से कई जोखिम कारकों से बचकर, कैंसर के मामलों को कम किया जा सकता है।

विश्व कैंसर दिवस का महत्व (World Cancer Day Importance)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

विश्व कैंसर दिवस का मुख्य उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसकी रोकथाम, पहचान, और उपचार के लिए वैश्विक प्रयासों को प्रोत्साहित करना है। इस दिन, विभिन्न कार्यक्रमों, सेमिनारों, और अभियानों के माध्यम से लोगों को कैंसर के लक्षण, जोखिम कारक, और उपलब्ध उपचार विकल्पों के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अतिरिक्त, यह दिन सरकारों और नीति निर्माताओं को कैंसर नियंत्रण के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही, यह कैंसर से प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के प्रति समर्थन और सहानुभूति व्यक्त करने का अवसर भी प्रदान करता है।

कैंसर की रोकथाम और उपचार (Cancer Prevention And Treatment In Hindi)

कैंसर की रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपाय महत्वपूर्ण हैं:

तंबाकू और शराब का सेवन न करना: तंबाकू का उपयोग और अत्यधिक शराब का सेवन कई प्रकार के कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।

स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां, और साबुत अनाज का सेवन, और उच्च वसा और शर्करा वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करना।

शारीरिक सक्रियता: नियमित शारीरिक गतिविधि कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करती है।

सूर्य से सुरक्षा: अत्यधिक सूर्य के संपर्क से त्वचा कैंसर का जोखिम बढ़ता है; इसलिए, उचित सुरक्षा उपाय अपनाना आवश्यक है।

टीकाकरण: कुछ वायरस, जैसे हेपेटाइटिस बी और एचपीवी, कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं; इनके खिलाफ टीकाकरण से सुरक्षा मिलती है। कैंसर के उपचार में सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, और लक्षित चिकित्सा शामिल हैं। उपचार का चयन कैंसर के प्रकार, चरण, और रोगी की सामान्य स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है।

भारत में कैंसर की स्थिति (Cancer In India)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

भारत में, कैंसर एक बढ़ती हुई स्वास्थ्य चुनौती है।राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम (NCRP) के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 13 लाख नए कैंसर मामलों का निदान होता है, और लगभग 8.5 लाख लोग कैंसर से मृत्यु को प्राप्त होते हैं। भारत में सबसे आम कैंसर प्रकारों में स्तन, मुंह, गर्भाशय ग्रीवा, फेफड़े, और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल हैं। तंबाकू का उपयोग, विशेष रूप से धूम्रपान और चबाने वाले तंबाकू उत्पादों का सेवन, भारत में कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है।

कैंसर के प्रति जागरूकता की जरूरत (Awareness About Cancer)

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो शुरुआती स्टेड में पकड़ में आने पर अक्सर ठीक हो सकती है। लेकिन, अधिकांश मामलों में लोगों को कैंसर के लक्षणों के बारे में जानकारी नहीं होती है, जिसके कारण यह बीमारी अग्रिम अवस्था में पहुंच जाती है और उपचार मुश्किल हो जाता है। इसलिए, कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है।

विश्व कैंसर दिवस के माध्यम से लोगों को कैंसर के लक्षणों, जैसे कि अचानक वजन कम होना, लंबे समय तक खांसी या गले में खराश, शरीर में गांठ, थकान और त्वचा में बदलाव, के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही, इस दिन लोगों को नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।



Shreya

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