TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

World Oral Health Day 2024 : आज है विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस, जानिए क्या है इसका इतिहास और महत्त्व

World Oral Health Day 2024: विश्व मौखिक स्वस्थ दिवस पर जानिए क्या है इसका इतिहास और महत्त्व।

Shweta Srivastava
Published on: 20 March 2024 11:45 AM IST
World Oral Health Day 2024
X

World Oral Health Day 2024 (Image Credit-Social Media)

World Oral Health Day 2024:ओरल हेल्थ को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से आज यानि 20 मार्च को हम विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस मना रहे हैं। जिसका सम्बन्ध मौखिक स्वास्थ्य और उसकी जटिलताओं के बारे में है। आइये जानते हैं इस दिन का इतिहास और महत्त्व।

विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस का इतिहास और महत्त्व (World Oral Health Day 2024 History and Significance)

हम सभी बचपन से इस बात को समझते आ रहे हैं कि अपने मुँह की सफाई उन्हें रोज़ाना सुबह और रात को ब्रश करना कितना ज़रूरी है। और मौखिक स्वच्छता बनाए रखना न केवल दंत क्षय और मसूड़ों की बीमारियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि हृदय रोग और मधुमेह जैसी पुरानी स्थितियों के जोखिम को कम करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। ये सच है कि मौखिक स्वास्थ्य समग्र कल्याण में योगदान देता है और इससे जुड़े कई स्वास्थ्य लाभों की ओर एक स्वस्थ शुरुआत करता है।

वहीँ विश्व स्वास्थ संगठन कहता है कि स्थायी दांतों में अनुपचारित दंत क्षय (दांतों की सड़न) ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज 2019 के अनुसार सबसे आम स्वास्थ्य स्थिति है। चीनी का सेवन, तंबाकू का उपयोग, शराब का उपयोग और खराब स्वच्छता, खराब दांतों की वजह बनता है साथ ही ये लोगों में स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य दिक्कतों को भी न्योता देता है।

मौखिक स्वास्थ्य और समग्र स्वास्थ्य के साथ इसके जटिल संबंध के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 20 मार्च को विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

गौरतलब है कि विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस पहली बार 12 सितंबर 2007 को एफडीआई संस्थापक डॉ. चार्ल्स गोडन के जन्मदिन पर मनाया गया था। मौखिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के लिए एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन द्वारा इसका आयोजन किया गया था। हालाँकि, 2013 में, एफडीआई ने अन्य घटनाओं के साथ टकराव से बचने और अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के साथ संरेखित करने के लिए तारीख को 20 मार्च तक स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। पिछले एक दशक से, दुनिया भर में मौखिक स्वास्थ्य शिक्षा, रोकथाम और वकालत को बढ़ावा देने के लिए 20 मार्च को ये दिन मनाया जा रहा है।

विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस 2024 की इस बार की थीम है (Theme Of World Oral Health Day 2024) - एक खुश मुँह... एक खुश शरीर है (A happy mouth is a happy body) मौखिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के बीच जटिल संबंध पर प्रकाश डालते हुए, यह अभियान खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए दंत स्वच्छता नियमों का पालन करने के बारे में लोगों को जागरूक भी करता है।

अक्सर हम बाहरी स्वछता और अन्य स्वास्थ सम्बन्धी चीज़ों पर तो ग़ौर करते हैं लेकिन मौखिक स्वछता को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इसके लिए हम परेशान होते हैं जब दांतों या मसूढ़ों में दर्द की शिकायत शुरू होती है। लेकिन बाकि सभी चीज़ो की तरह ही मुँह की साफ़ सफाई और इसका ध्यान रखना ज़रूरी है। नहीं तो ये अन्य बीमारियों को भी बुलावा दे सकता है। मौखिक रोगों से आसानी से बचा जा सकता है, फिर भी जागरूकता की कमी के कारण लोग विभिन्न प्रकार की दंत समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं, जैसे दंत क्षय, पेरियोडोंटल (मसूड़े) रोग, एडेंटुलिज्म (दांतों का पूर्ण नुकसान), मौखिक कैंसर, ओरो-डेंटल आघात, नोमा आदि। मौखिक सामान्य जोखिम कारकों पर ध्यान देकर और जागरूकता फैलाकर बीमारियों को कम किया जा सकता है। तंबाकू का सेवन बंद करने, शराब, चीनी का सेवन कम करने और संतुलित आहार लेने से इनमें से कई समस्याओं को रोका जा सकता है। दांतों को दो बार ब्रश करने से भी मदद मिल सकती है। प्रारंभिक अवस्था में इन समस्याओं का इलाज करने से व्यक्तियों को बेहतर जीवन जीने में मदद मिल सकती है।



\
Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

Next Story