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Madhya Pradesh News: शर्मसार: नशामुक्ति केंद्र में युवक के साथ अमानवीय कृत्य, गुप्तांग में डाला गैस लाइटर, फिर जो हुआ उसे देख दंग रह गए लोग
Madhya Pradesh News: परिजनों ने जिस नशा मुक्ति केंद्र में युवक को नशा छुड़वाने के लिए भेजा था वहां के संचालक और कर्मचारी ही हैवान बन गए वे ही आए दिन युवक से अप्राकृतिक कृत्य करते और प्राइवेट पार्ट्स में मिर्ची डालते थे।
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में भाजपा नेता द्वारा दलित युवक पर पेशाब करने, उज्जैन में नाबालिग से बलात्कार करने और सतना के मैहर में किशोरी से दरिंदगी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब प्रदेश के रीवा जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहां के एक नशा मुक्ति केंद्र में युवक के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी गईं।
युवक के प्राइवेट पार्ट में लाइटर डालने से उसकी आंत फटी गई। यही नहीं अमानवीय कृत्य के साथ मारपीट और पैरों में एसिड डाल कर उसे जलाया गया। युवक के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया जाता रहा और प्राइवेट पार्ट में मिर्ची डाली जाती थी। पीड़ित युवक को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों पर गंभीर धाराओं पर मामला दर्ज किया है।
मामला रीवा के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में संचालित संकल्प नशा मुक्ति केंद्र से जुड़ा बताया जा रहा है। जहां शर्मसार कर देने वाली घटना समाने आई है। नशे के आदी एक युवक को संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती किया गया था ताकि उसे नशे की लत से छुटकारा मिल सके, लेकिन नशा मुक्ति केंद्र में मानवता की सारी हदें पार कर डालीं गईं। केंद्र के संचालक और कर्मचारियों ने ही युवक को जमकर प्रताड़ित किया। गुप्तांग में गैस चूल्हे का लाइटर डाल दी जिससे पीड़ित की आंत तक फट गई। शरीर से काफी मात्रा में ब्लड निकला तो नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने उसे हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। सर्जरी डिपार्टमेंट में डॉक्टरो ने आंत का ऑपरेशन किया है।
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जानकारी के मुताबिक पीड़ित ने कई खुलासे किए हैं। गढ़वा निवासी पीड़ित युवक ने बताया कि वह नशे का आदी था। परिजनों ने उसकी लत छुड़वाने के लिए उसे संकल्प नशा मुक्ति केंद्र में 25 जुलाई 2021 को भर्ती कराया था, जिसको लेकर संचालक परिजनों से प्रतिमाह 15 से 18 हजार रुपए वसूलते थे, लेकिन परिजनों को मिलने तक नहीं दिया जाता था।
पैरों में एसिड डाल कर चुभाई जाती थी सुई-
नशा मुक्ति केंद्र में पीड़ित के साथ हर रोज अमानवीय व्यवहार किया जाता था। पैरों में एसिड डाल कर सुई चुभाई जाती थी, मारपीट किया जाता था और यातनाएं दी जाती थीं। इतना ही नहीं युवक के साथ कर्मचारी आए दिन अप्राकृतिक कृत्य करते थे और प्राइवेट पार्ट्स में मिर्ची डालते थे इतने से भी संतोष नहीं हुआ तो 28 अक्टूबर को युवक के प्राइवेट पार्ट्स में लाइटर डाल दिया गया जिससे उसकी आंत फट गई और तब आनन-फानन में हॉस्पिटल में भर्ती करा कर संचालक फरार हो गए। ऑपरेशन के बाद अब पीड़ित की हालत स्थिर है।
वहीं इस मामले में रीवा के पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस ने केंद्र में कारवाई करते हुए 5 लोगों