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Jabalpur Train Accident: उड़ीसा की तरह जबलपुर में होने वाला था बड़ा रेल हादसा, LPG से भरी मालगाड़ी के 2 बोगियां पटरी से उतरीं
Jabalpur Train Accident: मालगाड़ी में ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण घटनास्थल पर बड़ी घटना हो सकती थी। लेकिन शुक्र है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। मौके पर मुस्तैद अधिकारियों ने स्थिति को संभाल लिया और ट्रैक पर आवागमन जारी है।
Jabalpur Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण रेल हादसे का जख्म भरा भी नहीं कि एक और भीषण रेल हादसा होते-होते बचा। अबकी बार मध्य प्रदेश के जबलपुर में घटना घटी है। खबरों के मुताबिक, मंगलवार रात गैस फैक्ट्री एलपीजी गैस खाली करने जा रही एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। मालगाड़ी में ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण घटनास्थल पर बड़ी घटना हो सकती थी। लेकिन शुक्र है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। मौके पर मुस्तैद अधिकारियों ने स्थिति को संभाल लिया और ट्रैक पर आवागमन जारी है।
मालगाड़ी के रिवर्स होते समय हुई घटना
मिली जानकारी के मुताबिक, जबलपुर से करीब 40 किमी दूर शहपुरा गैस प्लांट में गैस खाली करने जा रही एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। दोनों डिब्बे पटरी से उस समय उतरे जब मालगाड़ी को रिवर्स किया जा रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही जबलपुर रेलवे स्टेशन से अधिकारियों और कर्मचारियों का एक जत्था दुर्घटना राहत ट्रेन लेकर घटनास्थल पर पहुंचा।
पश्चिम मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी गैस फैक्ट्री के अंदर रैक को खाली करने जा रही थी। तो दो डिब्बे पटरी से उतर गए। हालांकि, इस घटना में जानमाल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मुख्य लाइन पर रेलगाड़ियों की आवाजाही सामान्य है।
बड़ा हादसा टला
जानकारों के मुताबिक, कल रात जबलपुर में एक बड़ा हादसा टल गया। 40 बोगियों वाली मालगाड़ी में ज्वलनशील पदार्थ लिक्विड पेट्रोलिय गैस (LPG) भरी हुई थी। ट्रेन की गति धीमी थी इसलिए लोको पायलय को मदद मांगने का समय मिल गया और समय पर जबलपुर रेलवे स्टेशन से मदद भी पहुंच गई। अगर ट्रेन की स्पीड अधिक होती तो फिर बड़ा हादसा हो सकता था।
ओडिशा का दर्दनाक रेल हादसा
मालूम हो कि 2 जून की शाम ओडिशा के बालासोर जिले के बहानगा रेलवे स्टेशन में कोरोमंडल एक्सप्रेस डीरेल होकर मालगाड़ी से टकराई और फिर उसके पीछे के डिब्बे दूसरी ट्रैक पर आ रही यशवंतपुर – हावड़ा एक्सप्रेस के कुछ कोचों से टकरा गई। इस भीषण हादसे में 288 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 1 हजार से भी अधिक लोग घायल हुए।