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Rewa News: मंत्री बनने के बाद राजेंद्र शुक्ला ने किया इस धाम का लोकार्पण, कराया था जीर्णोद्धार

Rewa News: विधायक से मंत्री बने राजेंद्र शुक्ल ने कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आज सबसे पहले उन्होंने रीवा के घोघर में स्थित पचमठा धाम का लोकार्पण किया।

Amar Mishra (Rewa)
Published on: 28 Aug 2023 12:01 PM GMT
Rewa News: मंत्री बनने के बाद राजेंद्र शुक्ला ने किया इस धाम का लोकार्पण, कराया था जीर्णोद्धार
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मंत्री बनने के बाद राजेंद्र शुक्ला ने किया इस धाम का लोकार्पण, कराया था जीर्णोद्धार : Photo-Newstrack

Rewa News: विधायक से मंत्री बने राजेंद्र शुक्ल ने कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आज सबसे पहले उन्होंने रीवा के घोघर में स्थित पचमठा धाम का लोकार्पण किया। इसका जीर्णोद्धार उनके प्रयासों से ही कराया जा रहा है।

मंत्री ने किया रूद्रारुद्राभिषेक व दर्शन पूजन

इससे पूर्व मंत्री पद की शपथ लेकर कल मंत्री राजेन्द्र शुक्ल रीवा पहुंचे थे। आज उन्होंने मंत्री के तौर पर जीर्णोद्वार कराए गए पचमठा मन्दिर का लोकर्पण किया। आदी गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित प्राचीन शिवलिंग का रुद्राभिषेक व पूजा पाठ, हवन कर उन्होंने लोकार्पण किया। इस दौरान सांसद रीवा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

ऐतिहासिक है ये प्राचीन मंदिर

इस पचमठा मंदिर के बारे में मान्यता है कि सनातन धर्म स्थापना के लिए आदी शंकराचार्य देशाटन पर निकले थे। चार मठों की स्थापना के बाद वह सन् 818 में रीवा आए थे। उस दौरान इस क्षेत्र में बौद्धों की संख्या अधिक थी। यहीं शास्त्रार्थ कर उन्होंने सनातन धर्म की स्थापना की घोषणा करते हुए कहा था कि रीवा में पांचवे मठ की स्थापना होगी। शंकराचार्य अल्प प्रवास के लिए बीहर नदी के तट पर विश्राम करने के लिए रुके थे। जहां उन्होंने शिवलिंग की स्थापना की और उनका पूजा पाठ कर आगे की यात्रा में निकल गए थे। पचमठा लंबे समय से प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार रहा है।

1956 में संत ऋषिकुमार ने आश्रम की स्थापना की थी। इसी परिसर में संस्कृत कॉलेज भी संचालित हो रहा है। परिसर अतिक्रमण की चपेट में आता जा रहा था। इसके विकास के लिए कई बार मांग उठी लेकिन कोई सार्थक प्रयास नहीं हुए। बाद में मंत्री व विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने धार्मिक स्थल का महत्व समझते हुए प्रमुखता से इस पर ध्यान दिया। बड़े प्रयासों के बाद पीपीपी योजना के तहत इस परिसर का जीर्णोधार कराया गया। अब यह एक बड़े धार्मिक पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित हो रहा है।

Amar Mishra (Rewa)

Amar Mishra (Rewa)

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