Rewa News: पिछड़े गांव का बेटा बना लेफ्टिनेंट, खुशी की लहर

Rewa News: जनपद के गुढ़ क्षेत्र के सिलचट गांव के रहने वाले योगेश चतुर्वेदी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर गांव का नाम रोशन किया है। उनके पिता राजेंद्र चतुर्वेदी सीआपीएफ में हैं, जबकि दादा सत्यनारायण चतुर्वेदी की गांव में काफी प्रतिष्ठा रही है।

Amar Mishra (Rewa)
Published on: 30 April 2023 7:31 PM GMT
Rewa News: पिछड़े गांव का बेटा बना लेफ्टिनेंट, खुशी की लहर
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(Pic: Newstrack)

Rewa News: जनपद के सिलचट गांव में रहने वाले सीआरपीएफ में पदस्थ एक एएसआई का बेटा बना भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बना है। जिससे उसके दोस्त, रिश्तेदारों से लेकर पूरे गांव में जश्न का माहौल है। लोगों का कहना है कि गांव में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बस जरूरत उन्हें सही मंच मिलने की है, जिससे वो देश-दुनिया में नाम रोशन कर सकती हैं।

एनसीसी में अच्छे प्रदर्शन पर पीएम मोदी ने किया था सम्मानित

जनपद के गुढ़ क्षेत्र के सिलचट गांव के रहने वाले योगेश चतुर्वेदी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर गांव का नाम रोशन किया है। उनके पिता राजेंद्र चतुर्वेदी सीआपीएफ में हैं, जबकि दादा सत्यनारायण चतुर्वेदी की गांव में काफी प्रतिष्ठा रही है। इससे पूर्व योगेश चतुर्वेदी को 2021 में एनसीसी में अच्छा प्रदर्शन करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया था। योगेश की इस सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। योगेश की माता सुनीता चतुर्वेदी ग्रहणी हैं एवं उनकी बहन एमबीबीएस की तैयारी में लगी हुई है। बताया जाता है कि उनके परिवार द्वारा लगातार योगेश को पढ़ाने के लिए तमाम मुश्किलों के बीच संघर्ष किया गया। योगेश ने 12वीं की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय रीवा में की।

इसके बाद टीआरएस कॉलेज में दाखिला लिया और एनसीसी में भी उनका अच्छा प्रदर्शन रहा। योगेश अपनी पढ़ाई करने के बाद सीडीएस की तैयारी में लग गए। इसके बाद एग्जाम निकालने के बाद उनका लेफ्टिनेंट पद पर चयन हुआ। उन्होंने बचपन से ही भारतीय सेना का हिस्सा बनकर देश की सुरक्षा का सपना संजोया था। एक वर्ष भारतीय सेना अकादमी चेन्नई में ट्रेनिंग के बाद 19 जीआर गोरखा रेजीमेंट में उन्हें लेफ्टिनेंट का पद मिला है। 15 दिन वाराणसी में ट्रेनिंग करने के बाद उनको जम्मू कश्मीर में ड्यूटी के लिए भेज दिया जाएगा। गांव के नवयुवकों के प्रेरणा के स्रोत बने योगेश को गांव, परिवार एवं रिश्तेदारी से लोग बधाई दे रहे हैं। गांव में लोगों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया।

Amar Mishra (Rewa)

Amar Mishra (Rewa)

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