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Sehore Borewell Rescue Update: बोरवेल में अब भी ज़िंदगी की जंग जारी, रोबोट करेगा सृष्टि को रेस्क्यू, 40 घंटो से 300 फीट गहराई में नन्ही सी
Sehore Borewell Rescue Update: सिहोर के एक गांव में ढाई साल की बच्ची खेलते हुए दोपहर 1 बजे के करीब पास के बोरवेल के गड्ढे में गिर गई। तब से उसे बचाने का प्रयास लगातार जारी है। रेस्क्यू आपरेशन बड़े लेवल पर चल रहा हैं जिसमें सेना के जवान भी शामिल है।
Sehore Borewell Rescue Update : मध्य प्रदेश के, सिहोर जिले में मुंगावली गांव में ढाई साल की सृष्टि दोपहर में खेलते हुए मां के नजरों से ओझल हो गई। मां ने जब आस पास देखा तो पता चला कि बच्ची पास में खुले बोरवेल में गिर गईं है। घटना की जानकारी होते ही गांव के पंच समेत, प्रशासन भी हरकत में आ गई। सृष्टि को बचाने के प्रयास लगातार किए जा रहे है। 40 घंटे से सृष्टि जिंदगी की जंग लड़ रही है। सृष्टि के पिता और माता भी अपनी बच्ची की इस स्थिति को देख खुद को संभाल नहीं पा रहे है।
सृष्टि खेलते हुए लगभग 300 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गई थी। लेकिन फिर बचाव कार्य के दौरान खुदाई करने से भूमि कंपन पर अब वह 110 फीट और नीचे चली गई। वहीं बच्ची को लगभग बोरवेल से बाहर निकाल ही लिया गया था लेकिन वो फिर से नीचे गिर गई।
एनडीआरएफ के साथ आर्मी भी रेस्क्यू में
बुधवार को जब बच्ची को बोरवेल में गिरे 24 घंटे होने वाले थे, फिर भी कुछ उम्मीद नहीं दिख रही थी तब सेना के जवानी को भी सृष्टि को रेस्क्यू करने के लिए बुलाया गया था। समांतर गड्ढे की खुदाई करके निकालने का प्रयास किया गया लेकिन फिर भी बच्ची को निकलने में लोग असफल रहे। जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है, घर वालों को सृष्टि के जान की चिंता हो रही है। नन्ही सी जान लगातार तीसरे दिन अब भी बोरवेल में फंसी हुई है। बचाव कार्य में अब नए टीम को भी शामिल किया जाना है।
घंटो की खुदाई के बाद भी जारी है रेस्क्यू
एनडीआरएफ और आर्मी बच्ची को बचाने में दूसरे दिन लगी रही। समांतर गड्ढा खोदकर सृष्टि को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। रेस्क्यू में लगी टीम को अभी भी कामयाबी नहीं मिल पाई है। एक समय में उम्मीद लगी की सृष्टि को निकाला जा सकता है किसी भी समय में जब सृष्टि के कपड़ों में हुक फंसाकर उसे ऊपर खींचा जा रहा था। हालांकि वह प्रयास भी फेल हो गया। उसे ऊपर खींचने के दौरान थोड़ी ऊंचाई पर आने के बाद रस्सी टूट गई या सृष्टि का कपड़ा फट गया जिस कारण सृष्टि फिर से अंदर गिर गई है। 90 फीट ऊपर निकाले जाने के बाद बच्ची सिर्फ 10 फीट दूर थी, तभी हुक से वह छूट गई और खिसक कर 150 फीट नीचे पहुंच गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सृष्टि 300 फीट गहरे बोरवेल में लगभग 100-150 फीट की गहराई में फंसी हुई है। अभी उसे निकालने में कुछ और वक्त लग सकता है। वहीं घरवालों से बच्ची की इस स्थिति को देखा नहीं जा रहा मां का रो- रोकर बुरा हाल है। पिता भी टकटकी लगाए बस सभी प्रयासों से उम्मीद लगाकर बैठे है।
आज रोबोट भी होगा सृष्टि के बचाव कार्य में शामिल
एनडीआरएफ और आर्मी के असफल कोशिशों के बाद दूसरी तरकीब लगाई जा रही है। अब रोबोट सृष्टि को बहर निकालने में सहायता करेगा। मासूम को बचाने का रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया गया है। 1 स्टोर क्रशर, 2 पोकलेन और 3 जेसीबी और लगाई गई हैं जिससे खुदाई का काम तो चल ही रहा है। साथ ही राजस्थान, दिल्ली से विशेषज्ञों की 2 एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है। महाराष्ट्र से 2 रोबोट भी बुलाए जा रहे है। जो गड्ढे में जाकर बेचारी सृष्टि को बाहर लाने की कोशिश करेंगे।
घटनास्थल पर पहुंची भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर
सिहोर के मुगावली गांव में घटना स्थल पर भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह भी दूसरे दिन पहुंची, जब आर्मी हुक से सृष्टि को निकलने का प्रयास कर रही थी, प्रज्ञा ने बयान दिया है कि खेत में बोरवेल खुले छोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं प्रज्ञा ने आगे कहा कि बोर करने वाले और कराने वाले पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। आर्मी के जवान, प्रशासन लगातार बचाव कार्य में जुटे हुए है। बच्ची के स्वस्थ्य होने की कामना की जा रही है।
बोरवेल के मालिक पर कसा शिकंजा
घर के पास खेलते हुए सृष्टि जिस बोरवेल के गड्ढे में गिरी है। उस बोरवेल के मालिक पर शिकंजा कसा गया था। मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जल्द ही कार्रवाई की जायेगी।
सीएम में लिया संज्ञान
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर में बच्ची के बोरवेल में गिरने की घटना पर संज्ञान लिया है। घटना पर दुख जताते हुए कहा कि, "सीहोर के ग्राम मुंगावली में मासूम बेटी के बोरवेल में गिरने की दुखद सूचना प्राप्त हुई, एनडीआरएफ और आर्मी की टीम घटनास्थल पर पहुँच गई और बेटी को बोरवेल से निकालने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।" उन्होंने कहा कि, "मैंने स्थानीय प्रशासन को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। मैं भी सतत प्रशासन के संपर्क में हूँ। रेस्क्यू टीम बच्ची को सुरक्षित बचाने के लिए प्रयासरत है। बिटिया की कुशलता की प्रार्थना करता हूँ।"