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Meerut News: जब कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल पैदल ही चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का भ्रमण करने निकल पड़ी

Meerut News: सबसे पहले चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंची, उसके बाद वह पैदल चलते हुए मंदिर पर पहुंची।

Sushil Kumar
Published on: 20 March 2023 11:34 PM GMT
Meerut News: जब कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल पैदल ही चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का भ्रमण करने निकल पड़ी
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मेरठ: कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल पैदल ही चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का भ्रमण करने निकल पड़ी

Meerut News: कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल सोमवार सुबह कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के साथ चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के भ्रमण पर पैदल ही निकल पड़ी। सबसे पहले चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंची, उसके बाद वह पैदल चलते हुए मंदिर पर पहुंची। मंदिर में भगवान के दर्शन करने के पश्चात वह तपोवन की ओर पहुंचे, तपोवन देखने के बाद वह खेल मैदान पर पहुंची वहां से होते हुए वह डिग्गी की ओर जाने वाले रास्ते की ओर गई वहां पर हॉस्टलों को देखा उसके पश्चात वह वापस अतिथि गृह पहुंची।

विश्वविद्यालय के पर्यावरण को देख प्रशंसा की

इस दौरान कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पर्यावरण को देख प्रशंसा की और कहा कि यह अच्छी बात है कि विश्वविद्यालय ने प्रत्येक पेड़ पर बारकोडिंग व उसके वैज्ञानिक नाम को भी लिख रखा है, इससे लोगों की जानकारी तो बढ़ेगी ही साथ ही कौन सा पेड़ किस चीज का है उसका नाम क्या है तथा उसका वैज्ञानिक नाम क्या है, यह पता चलेगा।

भ्रमण के दौरान चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कुलाधिपति को बताया कि विश्वविद्यालय का 80 प्रतिशत भूभाग में ग्रीनरी है। बताया कि विश्वविद्यालय में छात्रों के 6 तथा छात्राओं के दो छात्रावास हैं। सभी छात्रावासों के कमरे के बाहर एक-एक पौधा लगा हुआ है, यह पौधे छात्रों के द्वारा ही खरीदे गए हैं तथा उन गमलों पर छात्रों ने अपना नाम लिख रखा है, उसकी देखभाल भी छात्र-छात्राओं के द्वारा ही की जाती है।

कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल को बताया कि पर्यावरण के संरक्षण को लेकर विश्वविद्यालय में समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। पॉलिथीन बैन को लेकर भी विश्वविद्यालय में हर वर्ष अभियान चलाया जाता है। विश्वविद्यालय में एक इको क्लब भी बना हुआ है जिनके द्वारा लोगों को पॉलिथीन का कम से कम उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाता है।

Sushil Kumar

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