TRENDING TAGS :
धनतेरस: नोटबंदी और जीएसटी को ठेंगा, गोरखपुर में जमकर हुई धनवर्षा
पूर्णिमा श्रीवास्तव
गोरखपुर। धनतेरस और दीपावली के त्योहार में बाजारों में लौटी रौनक तस्दीक कर रही है कि यहां न तो नोटबंदी की फिक्र है न ही जीएसटी की। 6 अक्टूबर को केन्द्र सरकार द्वारा 50 हजार से अधिक के आभूषणों की खरीदारी पर पैन और आधार की अनिवार्यता हटाने से आभूषणों के कारोबार में भी चमक लौट आई है। कार और बाइक का बाजार भी बूम पर है। रियल इस्टेट कारोबार को त्योहारों का आक्सीजन भी राहत नहीं दे सका है। बगैर रेरा में पंजीकरण के कारोबार करने वाले प्रॉपर्टी डीलरों पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण का डंडा चला है।
सजावटी सामान और झालरों में चीन का कब्जा
गोरखपुर में 'चीनी उत्पादों को बाहर करो' के अपील के 50 से अधिक बड़े-बड़े होर्डिंग योगी सेवकों ने लगाए हैं। लेकिन रेतीरोड, नखास, इस्माइलपुर, कोतवाली रोड पर इलेक्ट्रानिक और सजावटी समान चीन के ही नजर आ रहे हैं।
झालरों के साथ नई-नई लाइटिंग भारतीय उत्पादों के मुकाबले आधे कीमतों पर बिक रही हैं। 10 मीटर लंबा चीनी झालर जहां 30 से 40 रुपये में मिल जा रहा है वहीं भारतीय झालरों की कीमत 200 रुपये तक है। सजावटी सामान में भी चीनी उत्पादों का कब्जा है। लक्ष्मी जी के चरण से लेकर माला तक चीन से ही मंगाए गए हैं। रेती चैक के दुकानदार मुस्तफा का कहना है कि जीएसटी के वलते चीनी माल मंगाने में दिक्कत हुई है। जिसके चलते पिछली बार की तुलना में 20 से 25 फीसदी कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है।
आभूषणों की दुनिया में मुगल काल और अंग्रेजी हुकूमत की तरफ लौटा बाजार
आभूषणों का बाजार आगे बढऩे के बजाए मुगलकाल और अंग्रेजों के शासनकाल की तरफ लौटता दिख रहा है। जोधा अकबर, बेगम जान और पद्मावती फिल्म का असर बाजार पर साफ दिख रहा है। बाजार में रानी 'पद्मावती' मॉडल एंटिक ज्वैलरी और 'बाहुबली' मॉडल चेन की धूम है। 'बेगम जॉन' मॉडल एंटिक नेकलेस और छह दशक पुरानी हंसुली की एंटिक डिजाइन का अब नया दौर शुरू हो गया है।
यह भी पढ़े : त्योहारी सीजन में पारंपरिक परिधानों को दें नया लुक
सीप, गोमेद, मोती, शंख आदि समुद्री रत्नों पर मीनाकारी वाले आभूषण प्राचीन भारत की साज सज्जा की याद दिला रहे हैं। बाजीराव मस्तानी, पद्मावती और जोधा अकबर आदि ऐतिहासिक पात्रों पर आधारित फिल्मों ने आभूषणों के बाजार का हुलिया ही बदल दिया है। फिल्मों के हिसाब से आभूषणों की डिजाइन लगातार बदल रही है।
सेनको गोल्ड के मैनेजर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि सोने की चमक लगातार बढ़ रही है। चांदी व सोने के सिक्कों की खास डिजाइनिंग कराई है। अलग-अलग ब्रांडों में दस ग्राम वाले चांदी के सिक्के 450 से लेकर 600 रुपये तक की कीमत के हैं। यह सिक्के सौ ग्राम तक के वजन में उपलब्ध हैं। सोने के सिक्के 5 ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक के उपलब्ध हैं।
गोरखपुर के बाजार में छह करोड़ के पटाखे
पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट के हंटर के बाद भले ही देश में नई बहस छिड़ी हो लेकिन गोरखपुर में लोग दीपावली में धूम धमाकों में कोई खलल नहीं चाहते हैं। बाजार में छह करोड़ कीमत से अधिक पटाखे बिकने को तैयार है। पुलिस ने हालाकि इस दौरान आधा दर्जन से अधिक अवैध तरीके से बेचने को लाए गए बरामद भी किया है।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश चंद्र शाही अपील करते है कि लोग पटाखों को नहीं जलाएं। वायु और ध्वनि प्रदूषण ही नहीं तमाम बीमारियां भी पटाखे के कारण होती हैं। दिल के मरीजों को भी पटाखों से दूर रहना चाहिए। पटाखों की तेज आवाज से दिल का दौरा पडऩे का खतरा होता है। जिन्हें एक बार दिल का दौरा पड़ा हो ऐसे लोगों के लिए तेज आवाज के पटाखे खतरनाक साबित हो सकते हैं।
ऑटोमोबाइल्स मार्केट में करोड़ों का कारोबार
धनतेरस पर नई गाड़ी के शौक ने मार्केट की चमक इतनी बढ़ा दी है। एडवांस बुकिंग करने में ही शो रूम मालिकों के पसीने छूटे जा रहे हैं। इस बार मार्केट पिछली बार से अधिक गुलजार है। यूथ के बीच सबसे ज्यादा क्रेज बुलट और रेसर गाडिय़ों का है। रॉयल इनफील्ड के गाडिय़ों की 3 महीने बाद एड़वांस बुकिंग हो रही है। तमाम शौकिनों ने पहले ही बुकिंग करा ली थी, त्योहारों पर डिलेवरी ली है। यामहा और बजार की एक लाख से उपर की बाइक की खासी डिमांड है। सर्वाधिक बिक्री स्कूटर सेगमेंट में हैं।
होंडा, बजाज, टीवीएस, यमहा और सुजकी के स्कूटर माडल की डिमांड पूरी करने एजेंसी मालिकों को दिक्कत हो रही है। इतना ही नहीं हीरो की स्प्लेंडर- प्रो और पैशन- प्रो खास डिमांड में हैं। वहीं बजाज की पल्सर हर बार की तरह इस बार भी यूथ की डिमांड में है। टीवीएस की विक्टर भी लोगों ने बुक करा रखी है। फोर व्हीलर मार्केट भी खूब गुलजार है। दो हजार से अधिक कारें दीपावली में बिकने को तैयार है।
होम एप्लाएंस और मोबाइल बाजार में आफर ही आफर
घरेलू जरूरतों के इलेक्ट्रानिक उत्पादों पर कंपनियों द्वारा दिये जा आफरों से ग्राहक बाजारों में उमड़ रहे हैं। मल्टी ब्रांड बिक्री करने वाले नामी शो-रूम पर लोगों को भीड़ त्योहारों की रौनक को बढ़ा रहे हैं। गोलघर में इलेक्ट्रानिक उत्पादों की बिक्री करने वाले सुधीर श्रीवास्तव का कहना है कि लोगों की खरीद क्षमता बढ़ी है। लोग एक लाख से अधिक कीमत की फुल एचडी एलईडी की डिमांड कर रहे हैं।
रेफ्रिजरेटर से लेकर वाशिंग मशीन भी लोगों को महंगे ही चाहिए। रेती रोड में एक एजेंसी के मालिक रवि वर्मा का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी के चलते बाजार में रौनक गुम होने का अंदेशा था लेकिन धनतेरस और दिवाली की खरीदारी से बाजार गुलजार हैं। गोरखपुर का बलदेव प्लाजा पूर्वांचल का सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है। यहां धनतेरस के दिन 20 करोड़ से अधिक कीमत के मोबाइल की बिक्री हुई। मोबाइल बिक्रेता अरण्य सिंह का कहना है कि मोबाइल बाजार की रौनक कम नहीं हुई है। लोगों में अंब मंहगे मोबाइल का शौक बढ़ रहा है। 10 हजार कीमत से अधिक के स्मार्ट फोन की अधिक मांग है।