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एग्जिट पोल कह रहे हैं यूपी में भाजपा की स्थिति कमजोर!
उत्तर प्रदेश में अब तक जितने भी टीवी चैनल्स और एजेंसियों के एग्जिट पोल आए हैं, उनमें बीजेपी को पिछले चुनाव की तुलना में काफी सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के सातों चरण के मतदान संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं। इस एग्जिट पोल में यूपी में बीजेपी को भारी नुकसान का अनुमान बताया जा रहा है। फिलहाल उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे कैसे आएंगे इस पर पूरे देश की नजरें टिकी हैं।
बता दें कि यूपी में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं और किसी भी पार्टी के लिए सरकार बनाने में यह निर्णायक साबित होती हैं। यही वजह है कि राजनीति में अक्सर कहा जाता है कि केंद्र की सत्ता का रास्ता यूपी से ही होकर गुजरता है। यूपी में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय दिखा। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा ने अप्रत्याशित गठबंधन कर और कांग्रेस को अलग रख सबको चौंका दिया था।
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इस सपा-बसपा गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी की दो सीटों को छोड़कर सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और बीजेपी को कड़ी टक्कर दी। वहीं कांग्रेस भी यूपी में मजबूत दावेदारी की कोशिश करती दिखी। इस तरह से देखा जाए तो बीजेपी के सामने गठबंधन के साथ-साथ कांग्रेस से भी पार पाने की चुनौती थी।
यूपी में 2014 का परिणाम दोहराने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंकी, वहीं सपा-बसपा ने केंद्र की सियासत को ध्यान में रखते हुए कड़ी चुनौती दी। हालांकि, इसका पता तो उस वक्त चलेगा जब 23 मई को नतीजे आएंगे। उस दिन ही पता चलेगा कि बीजेपी 2014 का परिणाम दोहरा पाती है, या फिर सपा-बसपा सबको चौंकाती है या फिर कांग्रेस अपनी मजबूत मौजूदगी दिखाती है।
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गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 में से अप्रत्याशित 71 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था। कुल मिलाकर एनडीए को 73 सीटें मिलीं थी। कांग्रेस को दो और सपा को 5 सीटें नसीब हुई। उस चुनाव में बसपा को एक भी सीट नसीब नहीं हुई थी।
उत्तर प्रदेश में अब तक जितने भी टीवी चैनल्स और एजेंसियों के एग्जिट पोल आए हैं, उनमें बीजेपी को पिछले चुनाव की तुलना में काफी सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। बीजेपी को करीब आधी सीटों का नुकसान बताया जा रहा है। जिसका फायदा बसपा-सपा गठबंधन को मिलता दिख रहा है। वहीं कांग्रेस महज दो सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।
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