काशी में हो सकती है जिनपिंग और मोदी की मुलाकात, होगी अहम मुद्दों पर बात

भारत और चीन के बीच अनौपचारिक वार्ता के लिए आगामी अक्टूबर में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आने वाले हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ये चीन के साथ पहली अनौपचारिक वार्ता होगी।

Vidushi Mishra
Published on: 29 May 2019 4:03 AM GMT
काशी में हो सकती है जिनपिंग और मोदी की मुलाकात, होगी अहम मुद्दों पर बात
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नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच अनौपचारिक वार्ता के लिए आगामी अक्टूबर में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आने वाले हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ये चीन के साथ पहली अनौपचारिक वार्ता होगी। मिली ख़बरों के मुताबिक इस समिट के लिए पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को चुना है। जिनपिंग और मोदी के बीच ये वार्ता 11 अक्टूबर को वाराणसी में हो सकती है।

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वाराणसी चुनने के पीछे क्या है कारण ?

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की तरफ से इस वार्ता को वाराणसी में आयोजित करने के लिए चीनी सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। चीनी सरकार ने इस पर सहमति नहीं दी है लेकिन उन्हें ये प्रस्ताव बेहद पसंद आया है। 27-28 अप्रैल 2018 में मोदी और जिनपिंग ने चीन के वुहान प्रांत में दो दिन बिताए थे। हालांकि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में इस प्रस्ताव को पेश कर दिया गया है।

वाराणसी को ही इसलिए चुना गया क्योंकि मोदी चाहते थे कि चीनी राष्ट्रपति भी उनके संसदीय क्षेत्र का दौरा करें। जिनपिंग भी मोदी को शीमेन प्रान्त का दौरा कराया था जहां करीब 30 साल पहले उन्होंने बतौर कम्युनिस्ट पार्टी के ऑफिस बैरियर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी।

गौरतलब है कि मोदी ने भी साल 2014 में अपने गृह राज्य गुजरात के अहमदाबाद में जिनपिंग के साथ वक़्त बिताया था और साल मई 2015 में जिनपिंग ने फिर मोदी को उनके गृह राज्य शांशी प्रोविंस की राजधानी शियान का दौरा कराया था।

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अक्टूबर से पहले जिनपिंग और मोदी की मुलाक़ात शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) सम्मेलन के दौरान किर्गिस्तान के बिश्केक में होने जा रही है। SCO सम्मलेन 13 से 14 जून को बिश्केक में आयोजित किया जाएगा और जिनपिंग ही नहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी मोदी की द्विपक्षीय वार्ता होगी।

इस दौरान मोदी की पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से भी मुलाक़ात हो सकती है। हालांकि भारत स्पष्ट कर चुका है कि इमरान से मिलने का अभी तक कोई प्लान नहीं है। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि एक अनौपचारिक बातचीत हो सकती है, लेकिन इसमें मुद्दों पर चर्चा होगी ऐसा होना नामुमकिन ही है।

Vidushi Mishra

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