ममता दी ने अपनी और मोदी की लड़ाई को 1857 के विद्रोह से जोड़ दिया

 ममता ने तृकां सांसद दिनेश त्रिवेदी के समर्थन में एक रैली में कहा, भारत में अंग्रेजों के खिलाफ सिपाही विद्रोह प्रथम विद्रोह था। देश में अभी सबसे बड़ा खतरा और समस्या नरेंद्र मोदी हैं। 

Rishi
Published on: 2 May 2019 1:25 PM GMT
ममता दी ने अपनी और मोदी की लड़ाई को 1857 के विद्रोह से जोड़ दिया
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न्यू टाउन : तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो सूबे की सीएम ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने की अपनी पार्टी की कोशिशों को 1857 के विद्रोह के समान बताया है। ममता ने तृकां सांसद दिनेश त्रिवेदी के समर्थन में एक रैली में कहा, भारत में अंग्रेजों के खिलाफ सिपाही विद्रोह प्रथम विद्रोह था। देश में अभी सबसे बड़ा खतरा और समस्या नरेंद्र मोदी हैं।

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उन्होंने कहा, सिपाही विद्रोह बैरकपुर से शुरू हुआ था। आप इसे ध्यान में रखिए और वोट दीजिए। भाजपा दंगों में शामिल है। यह यहां नहीं चल सकता। हमने मोदी जैसा नेता कभी नहीं देखा। वह गब्बर सिंह जैसा लगते हैं।

मुख्यमंत्री ने चुनौती देते हुए कहा, मैं उनसे विधायक का नाम बताने को कहती हूं। तृणमूल कांग्रेस अब एक ऐसा वृक्ष है जिसने मजबूती से अपनी जड़ें जमा ली हैं और उसे उखाड़ना कोई आसान काम नहीं है।

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उन्होंने , नरेंद्र मोदी निर्लज्ज हैं। वह कहते हैं कि राज्य में कुछ नहीं किया गया है और अब बंगाल में कुछ करने के लिए वोट मांग रहे हैं। आइए और देखिए कि राजरहाट - न्यू टाउन इलाके में कितना विकास हुआ है। यदि वह इस इलाके के परिवहन व्यवस्था की दिल्ली से तुलना करेंगे तो वह यहां की सड़कों और रोशनी को देख कर चकित रह जाएंगे।

ममता ने न्यू टाउन में कहा, यह वोट अलग प्रकृति का है। मोदी रहेंगे या जाएंगे। यदि वह रह जाते हैं तो हर चीज बर्बाद हो जाएगी। यदि नहीं रहते हैं तो देश में लोकतंत्र कायम रहेगा और पुष्पित पल्लवित होगा तथा हर चीज बची रहेगी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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