×

फेसबुक पर राजनीतिक विज्ञापनों की संख्या बढ़ी, 8 करोड़ रुपये से अधिक खर्च

आम चुनाव के लिये प्रचार अभियान के जोर पकड़ने के साथ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा उसके समर्थक फेसबुक पर जमकर विज्ञापन दे रहे हैं और इस मामले में दूसरे दलों एवं लोगों से कहीं आगे हैं।

Anoop Ojha
Published on: 27 March 2019 5:16 PM GMT
फेसबुक पर राजनीतिक विज्ञापनों की संख्या बढ़ी, 8 करोड़ रुपये से अधिक खर्च
X

नयी दिल्ली: आम चुनाव के लिये प्रचार अभियान के जोर पकड़ने के साथ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा उसके समर्थक फेसबुक पर जमकर विज्ञापन दे रहे हैं और इस मामले में दूसरे दलों एवं लोगों से कहीं आगे हैं। फेसबुक पर विज्ञापन व्यय बढ़कर 8.38 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है जिसमें भाजपा और उसके समर्थकों की हिस्सेदारी सर्वाधिक है। सोशल मीडिया कंपनी ने यह जानकारी दी।

यह भी पढ़ें.....हेमामालिनी समेत कई अन्य ने नामांकन दाखिल किये

फेसबुक की एड लाइब्रेरी रिपोर्ट के अनुसार फरवरी से लेकर 16 मार्च 2019 तक कुल राजनीतिक विज्ञापन 34,048 रहे। इस पर 6.88 करोड़ रुपये खर्च किये गये। यह संख्या 23 मार्च तक बढ़कर 41,514 हो गयी जबकि कुल खर्च 8.38 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

रिपोर्ट के अनुसार 23 मार्च 2019 को समाप्त सप्ताह में भारत में फेसबुक पर राजनीति और राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों से जुड़े विज्ञापनों की संख्या 7,400 से अधिक बढ़ी है।

यह भी पढ़ें.....SC-प्रत्याशियों के एक से अधिक सीट पर चुनाव लड़ने पर पाबंदी के लिये याचिका पर करेगा सुनवाई

‘भारत के मन की बात’ पृष्ठ सर्वाधिक खर्च करने वाले के रूप में उभरा है। इसके माध्यम से दो श्रेणी के अंतर्गत 3,700 से अधिक विज्ञापन आये और 2.23 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किये गये। भाजपा ने करीब 600 विज्ञापन दिये और 7 लाख रुपये खर्च किये जबकि अन्य पृष्ठ जैसे ‘माई फर्स्ट वोट फार मोदी’ और ‘नेशन विद नमो’ पर भी काफी खर्च किया गया है। अमित शाह के पृष्ठ पर एक विज्ञापन है और इस पर खर्च 2.12 लाख रुपये है।

इसकी तुलना में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पेज पर 410 विज्ञापन हैं और इस पर फरवरी से मार्च के दौरान विज्ञापन खर्च 5.91 लाख रुपये रहा है।

यह भी पढ़ें.....चुनाव आयोग जांच करेगा कि PM का संबोधन आचार संहिता का उल्लंघन है या नहीं

फेसबुक ने फरवरी में कहा था कि उसके मंच पर दिये गये राजनीतिक विज्ञापनों के बारे में ब्योरा दिया जाएगा। इसमें जो लोग विज्ञापन देंगे उनका ब्योरा शामिल है। सोशल मीडिया ने राजनीतिक विज्ञापनों में पारदर्शिता लाने के इरादे से यह कदम उठाया है।

जिन विज्ञापनों को लोग देख रहे हैं उनके लिये जिम्मेदार लोगों के बारे में अधिक जानकारी देने के वास्ते यह कदम उठाया गया है।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story