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मंत्री पति पर धोखे से नौकर की किडनी निकलवाने का आरोप

raghvendra
Published on: 18 Oct 2017 11:42 AM GMT
मंत्री पति पर धोखे से नौकर की किडनी निकलवाने का आरोप
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देहरादून। उत्तराखंड में किडनी चोरी एक बार फिर सुर्खियों में है लेकिन इस बार इसके साथ त्रिवेंद्र सरकार की एक मंत्री का भी नाम लिया जा रहा है। हालांकि मंत्री रेखा आर्य पर इस मामले में सीधा आरोप नहीं है लेकिन उनके पति पर धोखे से अपने नौकर की किडनी चोरी करवाने की शिकायत दर्ज की गई है।

उत्तराखंड की महिला और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या पिछले महीने देहरादून से हरिद्वार तक साइकिल यात्रा निकालने के लिए सुर्खियों में आई थीं। साइकिल यात्रा के लिए पुलिस के ग्रीन सिग्नल न देने के पर वह अड़ गई थीं और इसे निकालकर ही मानी थीं। इस बार रेखा आर्य गलत वजहों से सुर्खियों में हैं। उनके पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधानी पर आरोप है कि उन्होंने धोखे से अपने नौकर की किडनी निकलवाकर अपनी दूसरी पत्नी बैजयंतीमाला साहू को ट्रांसप्लांट करवा दी।

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रेखा आर्या के निजी बंगले में काम करने वाले नौकर नरेश चंद्र गंगवार का कहना है कि जून 2015 में उसे श्रीलंका ले जाया गया, जहां कोलंबो स्थित लंका हॉस्पिटल में उसकी किडनी निकाल कर बैजयंतीमाला के शरीर में लगा दी गई।

नरेश आरोपों के सबूतों के तौर पर वो टिकट और पासपोर्ट दिखा रहे हैं जिनके जरिए वो जून 2015 में श्रीलंका गया था। नरेश का दावा है कि वह मंत्री रेखा आर्या के दबंग पति गिरधारी लाल साहू के दबाव के कारण आज तक चुप रहा। अब उसने पूरे मामले की शिकायत नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र के माध्यम से करके मामले की जांच करने की गुहार लगाई है। नरेश का कहना है कि उसे इन दिनों छिपकर रहना पड़ रहा है क्योंकि उसे जान का खतरा है।

इस मामले में गिरधारी लाल साहू ने सफाई देते हुए कहा है कि जो कुछ भी हुआ वह नरेश की सहमति से हुआ है। हालांकि, नरेश का कहना है कि पासपोर्ट बनवाने के बहाने उससे मेडिकल करवाने के नाम पर स्टाम्प पेपर पर साइन लिए गए थे।

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दरअसल गिरधारी लाल साहू पर यह कोई पहला मामला नहीं है। ऊधमसिंह नगर में उन पर जमीनों की खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी से संबंधित कई मामले दर्ज हो चुके हैं। बीते साल रेखा आर्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ विश्वास मत में वोटिंग करने के बाद तो साहू के नाम पर गिरफ्तारी वारंट तक जारी हो गए थे और वह फरार हो गए थे।बीजेपी ने इसे कांग्रेस का षड्यंत्र बताया था। तब बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा था कि गिरधारी लाल साहू हिस्ट्रीशीटर हैं। उनकी आपत्ति यह थी कि जब तक रेखा आर्य कांग्रेस में रहीं तब तक साहू के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं लिखा गया लेकिन पार्टी बदलते ही उनकी धरपकड़ होने लगी।

बहरहाल बीजेपी और कांग्रेस दोनों मानते रहे हैं कि साहू हिस्ट्रीशीटर है। किच्छा में एक कॉलोनी काटने के नाम पर साहू के खिलाफ उत्तराखंड में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए थे लेकिन उनकी असली हिस्ट्री शीट बरेली की है। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के कई थानों में पप्पू गिरधारी के खिलाफ हत्या, बलवा, रंगदारी, और गुंडा एक्ट जैसे संगीन धाराओं में कुल 25 मुकदमे दर्ज हैं। इस किडनी चोरी के मामले से न सिर्फ गिरधारी लाल साहू, बल्कि उनकी पत्नी रेखा आर्य की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं और बेशक कांग्रेस को इस मामले पर हमलावर होने का मौका मिल जाएगा।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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