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इनका क्या होगा भाई! क्या सिद्धू अब छोड़ देंगे राजनीति और मिर्ची बाबा लेंगे जिंदा समाधि?
इस कड़ी में सबसे पहला नाम मिर्ची बाबा यानि महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद का है जो कि भोपाल से दिग्विजय के जीत न होने पर जिंदा समाधि लेने की बात कहे थे। ऐसे ही नवजोत सिंह सिद्धू ने भी अमेठी से राहुल की हार पर कहा था कि ऐसा हुआ तो हम राजनीति से सन्यास ले लेंगे।
भोपाल: लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के प्रचंड जीत के बाद अब सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की तलाश होने लगी है। जिन्होंने भाजपा की हार को लेकर बड़े बड़े दावे और वादे किए थे।
इस कड़ी में सबसे पहला नाम मिर्ची बाबा यानि महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद का है जो कि भोपाल से दिग्विजय के जीत न होने पर जिंदा समाधि लेने की बात कहे थे। ऐसे ही नवजोत सिंह सिद्धू ने भी अमेठी से राहुल की हार पर कहा था कि ऐसा हुआ तो हम राजनीति से सन्यास ले लेंगे।
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कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की करारी हार के बाद जिंदा समाधि लेने की बात करने वाले मिर्ची बाबा यानि महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद अब भोपाल के मोस्ट वांटेड स्टार हो गए हैं। लोग सोशल मीडिया पर उनके फोटो के साथ संदेश शेयर किए जा रहे हैं 'जिस किसी को मिलें कृपया भोपाल पहुंचा दें, एक समाधि उनका इंतजार कर रही है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद यानी मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह की जीत के लिए लाल मिर्ची हवन किया था। इसमें 5 क्विंटल लाल मिर्च की आहूतियां दी गईं। इसी के साथ मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह की जीत का दावा करते हुए ऐलान किया था कि यदि दिग्विजय सिंह यह चुनाव हार गए तो वो समाधि ले लेंगे। अब दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए हैं तो लोग मिर्ची बाबा की तलाश कर रहे हैं।
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इसी बीच निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी को उनके अखाड़े ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कई लोगों ने महामंडलेश्वर वैराग्यानंद का मोबाइल नंबर तक ढूंढ लिया है। उन्हें फोन कर रहे हैं, उनसे सवाल पूछ रहे हैं कि बाबाजी अब समाधि कब लेंगे।
कांग्रेस के बड़बोले नेता नवजोत सिंह सिद्धू के एक बयान पर सोशल मीडिया में उनको जमकर ट्रोल किया जा रहा है। दरअसल कुछ दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि अमेठी से अगर राहुल गांधी चुनाव हार गए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। अब सिद्धू को क्या पता था कि 'मोदी लहर' में राहुल गांधी अमेठी से भी हार जाएंगे जिसे गांधी परिवार का सबसे मजबूत गढ़ कहा जाता है। राहुल गांधी को मोदी सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी ने 55 हजार 120 मतों के अंतर से पराजित किया है।
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