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बैन के बाद अब बजरंगबली के दर पर योगी, बोले- किसी को बुरा लगने पर धर्म नहीं छोड़ सकता हूं
गौरतलब है कि चुनाव आयोग की ओर से लगे प्रतिबंध के बाद योगी आदित्यनाथ 16, 17 और 18 अप्रैल तक और मायावती 16 और 17 अप्रैल को कोई चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगी।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नेताओं द्वारा लगातार दिए जा रहे विवादित बयानों पर चुनाव आयोग ने सख्त तेवर अपनाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती पर आचार संहिता के उल्लंघन के कारण उनके चुनाव प्रचार के लिए कई घंटों का प्रतिबंध लगा दिया है।
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योगी आदित्यनाथ राजधानी के हनुमान सेतु मंदिर में आज हनुमान चालीसा पढ़े और हनुमान जी के दर्शन किए। चुनाव आयोग की ओर से योगी के भाषण देने पर प्रतिबंध लगाया गया है और उनके इस प्रतिबंध में मंदिर में जाना शामिल नहीं है।
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चुनाव अयोग का प्रतिबंध का टाइम हो गया है शुरू
इससे पहले चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती के प्रचार करने पर रोक लगा दी। चुनाव आयोग की ये रोक 16 अप्रैल से शुरू होगी। जो कि योगी आदित्यनाथ के लिए 72 घंटे और मायावती के लिए 48 घंटे तक लागू रहेगी। आयोग की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद योगी आदित्यनाथ और मायावती ना ही कोई रैली को संबोधित कर पाएंगे, ना ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर पाएंगे और ना ही किसी को इंटरव्यू दे पाएंगे। चुनाव आयोग का एक्शन आज सुबह 6 बजे शुरू हो गया है।
चुनाव आयोग को दिया था ये जवाब
आयोग को दिए जवाब में योगी ने कहा है कि बजरंगबली में मेरी अटूट आस्था है और किसी को बुरा लगे या कोई अज्ञानतावश असुरक्षित महसूस करता है, इस डर से मैं इस आस्था को नहीं छोड़ सकता। योगी ने साथ ही कहा कि उन्होंने छद्म धर्मनिरपेक्षता को उजागर किया था। हर नागरिक को धर्म व आस्था की स्वतंत्रता है।
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गौरतलब है कि चुनाव आयोग की ओर से लगे प्रतिबंध के बाद योगी आदित्यनाथ 16, 17 और 18 अप्रैल तक और मायावती 16 और 17 अप्रैल को कोई चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगी।