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इस गांव में लोग बात-बात पर होते हैं इसका शिकार, आज तक नहीं निकला समाधान

दुनिया कई तरह के रहस्यों से भरी पड़ी है। ऐसी कई चीजें हैं, जिनका जवाब आज तक कोई नहीं दे पाया है। वैज्ञानिक भी ऐसी कई रहस्यमयी पहेलियों का जवाब ढूंढते  रहता हैं। दुनिया में कुछ जगह ऐसे भी हैं, जहां लोग कभी भी सो जाते हैं।

suman
Published on: 8 Feb 2020 9:55 AM IST
इस गांव में लोग बात-बात पर होते हैं इसका शिकार, आज तक नहीं निकला समाधान
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नई दिल्ली: दुनिया कई तरह के रहस्यों से भरी पड़ी है। ऐसी कई चीजें हैं, जिनका जवाब आज तक कोई नहीं दे पाया है। वैज्ञानिक भी ऐसी कई रहस्यमयी पहेलियों का जवाब ढूंढते रहता हैं। दुनिया में कुछ जगह ऐसे भी हैं, जहां लोग कभी भी सो जाते हैं। कहीं भी सो जाते हैं। बात करते-करते सो जाते हैं। सड़क पर चलते-चलते वे नींद के आगोश में चले जाते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कैसे संभव है। अचानक बात करते- करते या फिर चलते-चलते किसी को नींद कैसी आ सकती है तो आपको बता दें कि ये बिल्कुल ठीक बात है।

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ये मामला कलाची गांव

ये मामला कजाकिस्तान का है। यहां के कलाची गांव में लोग कभी भी सो जाते हैं। लोगों की नींद ऐसी है कि वे रहस्मयी तरीके सो जाते हैं और फिर कभी-कभी महीनों तक नहीं उठते। वहीं जब ये लोग सोकर उठते हैं तो फिर उन्हें कुछ याद नहीं रहता है। ये लोग सोकर जागने के बाद कुछ अजीबो-गरीब बातें करने लगते हैं।

कलाची गांव का ये मामला पहली बार साल 2010 में सामने आया था। कुछ बच्चे अचानक स्कूल में गिर गए थे और सोने लगे थे। इसके बाद इस बीमारी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ने लगी। तभी से वैज्ञानिक इस गांव पर रिसर्च कर रहे हैं। हालांकि अभी तक वैज्ञानिक या डॉक्टर किसी सटीक नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्लीपिंग डिसऑर्डर की एक वजह यूरेनियम माइंस हैं।यूरेनियम से निकली गैस हमारे शरीर पर काफी असर डालती है। इस गैस से लोग बेहोश तक हो सकते हैं।

14% लोग पीड़ित

ये रहस्यमयी गांव उत्तरी कजाकिस्तान में है। यहां की आबादी करीब 600 है और इस बीमारी से गांव के लगभग 14% लोग पीड़ित हैं। इस गांव के लोगों की सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि जिनको भी ये बीमारी है उनको पता ही नहीं चलता की वो सो गए हैं। मतलब ये लोग कहीं भी सोते हुए पाए जाते हैं, जैसे मार्केट, स्कूल, सड़कों, पार्कों कहीं भी इनको नींद आ जाती है और ये कई दिनों तक के लिए सो जाते हैं।

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ये वजह

कजाकिस्तान का यह गांव यूरेनियम की बंद हो चुकी खदान के पास स्थित है। जिसमें से जहरीला रेडिएशन होता रहता है। कई लोगों के मुताबिक शायद इस खदान की वजह से ही लोगों को ऐसी अजीब बीमारी हुई है। वैसे गांव में रेडिएशन की कोई खास मात्रा नहीं है। वहीं डॉक्टर्स भी इसके लिए रेडिएशन को जिम्मेदार नहीं मानते हैं।

इस कारण से बाहर एक लोग यहां के निवासियों को कुम्भकर्ण के रिश्तेदार कहते हैं। कलाची गांव से कई दिनों तक सोने का पहला मामला साल 2010 में सामने आया था। कुछ बच्चे अचानक स्कूल में गिर गए थे और सोने लगे थे। इसके बाद इस बीमारी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ने लगी। तभी से वैज्ञानिक इस गांव पर रिसर्च कर रहे हैं।

लोग कर रहे हैं पलायन

इस बीमारी की वजह से लागतार लोग इस गांव से पलायन कर रहे हैं। पिछले कुछ समय से यहां काफी लोग दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं।

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