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Cosmetic Bazar in India: आकर्षक दिखने की चाह का बढ़ता बाजार
Bharat Me Cosmetic Bazar: अब समय बदल गया है, सौंदर्य साबुन निरमा, लक्स, फेयर एंड लवली से निकलकर भारत का कॉस्मेटिक बाजार इस समय 800 करोड रुपये का हो चुका है जो कि 2032 तक बढ़कर 1,840 करोड रुपये के हो जाने का अनुमान है।
Bharat Me Cosmetic Bazar: क्या आप कहीं जाने के लिए तैयार हो रहे हैं या सोने की तैयारी में है या आप अभी-अभी सोकर उठे हैं। अगर आप इनमें से कुछ भी कर रहे हैं तो आपको अवश्य ही कॉस्मेटिक उत्पादों की जरूरत पड़ेगी। कहीं आप जाने के लिए तैयार हो रहे हैं तो आपको अलग-अलग तरह के कॉस्मेटिक उत्पादों की जरूर ही आवश्यकता पड़ेगी। अगर आप सुबह उठे हैं तो आपको एलोवेरा जेल या किसी भी अन्य तरह के उत्पादों की जरूरत पड़ सकती है। अगर आप सोने जा रहे हैं तो आपको नाइट क्रीम की जरूरत हो सकती है। अब आप चाहे महिला हों या पुरुष आज का समय है खुद को अप टू डेट दिखाने का और वह अब बिना कॉस्मेटिक की सहायता से संभव नहीं।
वह भी समय था जब दादी, नानी, मां की रसोई से ही सारे नेचुरल सौंदर्य उत्पाद निकल आते थे, चाहे वह हल्दी हो या मलाई, बेसन हो, पपीता हो या बादाम या बहुत सी ऐसी अन्य चीजें, जिनका प्रयोग घरों में महिलाओं की सुंदरता को निखारने में किया जाता था। शादी के दिन पास आते ही दुल्हन को उबटन लगाया जाता था। नवागत बच्चों की मालिश और पिट्ठी होना आवश्यक हुआ करती थी। सभी में तो रसोई से निकले उत्पाद ही काम आते थे।
अब समय बदल गया है, सौंदर्य साबुन निरमा, लक्स, फेयर एंड लवली से निकलकर भारत का कॉस्मेटिक बाजार इस समय 800 करोड रुपये का हो चुका है जो कि 2032 तक बढ़कर 1,840 करोड रुपये के हो जाने का अनुमान है। अब भारतीय महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी अपने लिए स्किन केयर प्रोडक्ट, हेयर प्रोडक्ट, परफ्यूम, क्रीम, लोशन व तरह-तरह की साबुन आदि में अपनी पसंद- नापसंद का पूरा ध्यान रख रहे हैं।भारतीय उत्पादों के साथ-साथ में विदेशी उत्पादों को खरीदने पर भी अधिक जोर रखते हैं।
पहले पार्लर महिलाओं के लिए ही हुआ करते थे और पुरुषों के लिए नाई के पास सैलून में जाने का विकल्प हुआ करता था, जहां वे शेविंग या हेयर कटिंग करवा सकें। पर धीरे-धीरे खुद को सुंदर, स्मार्ट और हैंडसम दिखाने की चाहत में भारतीय पुरुषों को भी कॉस्मेटिक उत्पादों के प्रयोग की तरफ मोड़ दिया। अब व्यक्तिगत देखभाल और खुद को बेहतर दिखाने के लिए महंगे से महंगे यूनी सैक्स पार्लर का अपना एक बाजार बनता और बढ़ता जा रहा है, जहां पर पुरुष और महिलाएं एक साथ अपने लिए कॉस्मेटिक और हेयर केयर, स्किन केयर का लाभ उठा सकते हैं। वहां पर पुरुषों व महिलाओं सभी के लिए स्किन केयर, मेकअप और हेयर केयर की सुविधाएं हैं।
अब भारत कॉस्मेटिकऔर ब्यूटी प्रोडक्ट्स का एक आकर्षक और समृद्ध बाजार बन चुका है। इस बाजार के प्रमुख नाम हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड, डाबर इंडिया लिमिटेड, मैरिको लिमिटेड, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, इमामी और नायका जैसे बड़े ब्रांड हैं। ईएस डब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 60 फीसदी जेन जेड पर्यावरण के अनुकूल ब्रांड खरीदते हैं। उस पर अधिक खर्च करते हैं । क्योंकि ये उत्पाद और उनकी पैकेजिंग टिकाऊ होती है। भारत चूंकि एक गर्म देश है।इसलिए यहां त्वचा को धूप से बचाव के उत्पादों का अपना एक बड़ा बाजार है। इसलिए एंटी एजिंग, यूवी सुरक्षा और सनस्क्रीन जैसे उत्पादों की मांग में एक बड़ा उछाल आया है। अब सुंदरता को लेकर सामाजिक मानदंड भी बदल गए हैं और महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों के बीच भी व्यक्तिगत सौंदर्य और देखभाल पर जोर बढ़ रहा है। वे भी अब तरह-तरह के हेयर कट को अपनाते हैं और यूनी सैक्स पार्लर में जाना पसंद करते हैं। कुल मिलाकर आज भी भारतीय महिलाओं ने कॉस्मेटिक के बाजार के 60 फीसदी हिस्से पर अपना दबदबा बनाए रखा है जो कि आगे भी बना रहेगा।
बढ़ती जागरूकता और उच्च आय के कारण भारत में सौंदर्य और व्यक्तिगत केयर प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ रही है। बढ़ता शहरीकरण और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तथा प्रभावशाली मार्केटिंग के प्रसार के कारण भारतीय उपभोक्ता अब व्यक्तिगत देखभाल और उसको बनाए रखने के महत्व के बारे में अधिक जागरूक होते जा रहे हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स को बनाने वाली सभी बड़ी कंपनियां अपने ब्रांड के विस्तार के लिए नई-नई मार्केटिंग और विज्ञापन रणनीति बना रहीं हैं। उस पर नित्य नये अनुसंधान कर रही हैं। बढ़िया और आकर्षक पैकिंग भी लोगों को इस पर अपना ध्यान खींचने में कामयाब होती है। कॉविड-19 के दिनों में बाजार को एक धक्का जरूर लगा था। क्योंकि इन गैर आवश्यक उत्पादों के ऊपर खर्च कम किया गया पर उसके बाद कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स और सौंदर्य उपचारों की मांग में तीव्र वृद्धि हुई है। देखा जा रहा है कि लोग खुद के लिए विभिन्न प्रकार की थेरेपी भी ले रहे हैं। अब उनका रुझान शाकाहारी, पैराफिन मुक्त, पैराबेन मुक्त , जैविक उत्पादों की तरफ बढ़ रहा है। कॉस्मेटिक के बाजार में कदम रखते ही भानुमति के पिटारे के समान कॉस्मेटिक उत्पादों की श्रृंखला आपके सामने खुल जाएगी। अब यह आपको पसंद करना है कि आपकी त्वचा पर, आपके ऊपर कौन सा कॉस्मेटिक प्रोडक्ट अधिक विश्वसनीय है, अधिक प्रभावी है।
(लेखिका प्रख्यात स्तंभकार हैं।)