यूपी के संत कबीर नगर में हुई छिनैती वाली झक्क, महिला के जेवर दो चोर लेकर हुए रफू चक्कर

Nitendra Verma ki Chikoti : यूपी के संत कबीर नगर में दो चोर बस सवार महिला के सारे जेवर लेकर फरार हो गए।

Nitendra Verma
Written By Nitendra VermaPublished By Shraddha
Published on: 24 Sep 2021 9:29 AM GMT
यूपी के संत कबीर नगर में हुई छिनैती वाली झक्क
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यूपी के संत कबीर नगर में हुई छिनैती वाली झक्क

Nitendra Verma ki Chikoti : हाँ तो आज चलिये यूपी के संत कबीर नगर (Sant Kabir Nagar) । तो हुआ यूं कि एक मैडम को जाना था गोरखपुर (Gorakhpur) । तो बाईपास तक जाने के लिए ई रिक्शा में बईठ गईं । रिक्शा कुछ ही दूर चला था कि एक सज्जन और बईठ गये । बैठते ही इन सज्जन ने मैडम को चाची बना लिया । फिर क्या था जान पहचान एकदम से सरसरा के सातवें आसमान पे जा चढ़ी ।

बातों का सिलसिला चला ही था कि एक भतीजे और प्रकट हो गए । सही है एक से भले दो तो दो से भले तीन । तीनों में खूब जम रही थी । मैडम की ख़ुशी का ठिकाना न रहा जब दोनों खुलासा किये कि वो भी गोरखपुर ही जा रहे हैं । अब चाची एकदम टेंशन फ्री हो गईं । दोनों बोले कि साथ ले चलेंगे औ वो भी एकदम फ्री ।

लेकिन दोनों भतीजे चाची को सावधान कर दिए कि आजकल यहाँ छिनैती जमके हो रही है । अब चाची थोड़ा जेवर वेवर लपेटे थीं सो माथे पे पसीने की बूँदे चमकने लगीं । लेकिन भैया इंसानियत अभी जिन्दा है । दोनों फौरन एक गमछा निकाले । बोले हम अपने दस हजार रूपये इसी में लपेट लिए हैं । आप इन्हें संभाल के रख लीजिए । बाकी अपने जेवर वगैरह सब रुमाल में बांध लीजिये ।

मैडम ने फौरन अपनी सोने की चेन और अँगूठी उतारी, रुमाल में बांधी औ अपने भतीजों को पकड़ा दी । लेकिन चाची ने भी कोई कच्ची गोटी तो खेली नहीं थी । पहिले दस हजार वाला गमछा दबोचा तब जाके रुमाल भतीजों के हवाले किया । इतने में एक भतीजे को कुछ जरूरी काम आ गया सो वो तुरन्त आने की बात कहकर उतर पड़ा ।

दूसरा भतीजा भी अभी गया अभी आया कहकर उतर लिया । अब चाची इंतजार करने लगीं । जब बहुत टाइम निकल गया तब चाची को शक हो गया । मल्लब ये तो कहिये कि चाची समझदार थीं जो पकड़ लीं वरना कोई और होता तो न जाने क्या होता । बस्स भैया उन्होंने आव देखा न ताव गमछा खोल दिया । लेकिन यहाँ भी उनके साथ चीटिंग हो गई । दस हजार तो छोड़िए एक का सिक्का तक न निकला ।

अब भतीजे तो अपना काम निपटा के निकल लिए चाची बेचारी रुआंसी हुई गईं । तो भैया सब चाचियों से हमारा यानी झक्कीलाल का विनम्र निवेदन है कि राह चलते भतीजे जरा कम ही बनाएं । बाकी हमाई आज की झक्क हुई समाप्त ।

तो अब फौरन चिकोटी को share कर दें । चलते हैं...

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