TRENDING TAGS :
Subrata Roy Death: तपन में वातानुकूलन थे !
Subrata Roy Death: पत्रकारिता प्रशिक्षण के क्षेत्र में सुब्रत राय की अत्यधिक रुचि थी। सहारा संपादकीय विभाग में कार्यरत स्व. उपेंद्र मिश्र का IFWJ द्वारा चयन हुआ था।
Subrata Roy Death: एक घटना उनके लखनऊ संस्करण की है जो बताती है कि सुब्रत राय संपादकीय मसलों में अमूमन अतिक्रमण नहीं किया करते थे। बात है जब स्व. मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे। उन्होंने डकैत फूलन देवी के खिलाफ सारे मुकदमें वापस ले लिए। स्थानीय संपादक योगेश मिश्र ने एक संपादकीय लिखा था। राजाज्ञा की आलोचना करते। सुब्रत राय ने योगेश मिश्र पर लेशमात्र भी आंच नहीं आने दिया। कुछ भी नहीं कहा। योगेश स्वयं इस वाकये का जिक्र करते हैं।
पत्रकारिता प्रशिक्षण के क्षेत्र में सुब्रत राय की अत्यधिक रुचि थी। सहारा संपादकीय विभाग में कार्यरत स्व. उपेंद्र मिश्र का IFWJ द्वारा चयन हुआ था। प्राग (चेकोस्लोवाकिया) जाने हेतु। साथ में विपिन धूलिया (तब अमर उजाला, बरेली) भी थे। उपेंद्र को सहारा प्रबंधन से सवेतन अवकाश मिला। विपिन धूलिया बाद में सहारा टीवी में भी रहे, फिर पीटीआई भाषा में। अधुना विपिन धूलिया IFWJ के राष्ट्रीय प्रधान सचिव हैं। अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते धूलिया ने बताया कि उनके समाचार संप्रेषण में कभी भी हस्ताक्षेप प्रबंध कार्यकर्ता ने नहीं किया। ऐसे भी अवसर आए जब पत्रकारी और व्यापारिक अभिरुचियों में विरोधाभास उपजा। पर धूलिया को उनके अपने निर्णयों से हटने को कभी भी नहीं कहा गया।
बड़ी कमी अखरेगी श्रमिकों को
एक साधारण श्रमजीवी की दृष्टि में सहारा प्रबंधन काम के प्रचुर अवसरों को मुहय्या कराने में बड़ा कारगर रहा। इस बंगभाषी बिहारी (अररिया में जन्में) ने पूर्वांचल (गोरखपुर) को अपना कार्यक्षेत्र बनाया। फिर लखनऊ और दूर वैश्विक क्षितिज उस नन्ही सी कंपनी को भारत की सर्वाधिक रोजगार देने वाली कंपनी बना डाली। इसकी समता केवल भारतीय रेल से की जा सकती है। बड़ी कमी अखरेगी उनके निधन से श्रमिकों को।