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ADR की रिपोर्ट: मालदार हुईं पार्टियां, जानें किस दल की संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी
भारत में पिछले करीब एक साल से आर्थिक सुस्ती का दौर जारी है, जिसकी वजह से लोगों की आमदनी के साथ ही खर्च करने की क्षमता घट रही है। लेकिन इस दौरान एनसीपी को छोड़कर देश की 6 राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की आय में करीब 166 फीसदी की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नई दिल्ली: भारत में पिछले करीब एक साल से आर्थिक सुस्ती का दौर जारी है, जिसकी वजह से लोगों की आमदनी के साथ ही खर्च करने की क्षमता घट रही है। लेकिन इस दौरान एनसीपी को छोड़कर देश की 6 राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की आय में करीब 166 फीसदी की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इन राजनीतिक दलों की आय में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी इलेक्ट्रोरल बांड से मिलने वाले चंदे की है।
166 फीसदी बढ़ी आय
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 31 अक्टूबर 2019 की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इन 6 दलों ने देशभर से कुल 3,698.66 करोड़ इकट्टा किए, जो पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के मुकाबले 166 फीसदी ज्यादा है।
वित्त वर्ष 2018-19 में सबसे ज्याद पैसा 3410 करोड़ रुपए भाजपा को मिला। यह कुल 6 दलों के राजनीतिक चंदे का 65.16 फीसदी है। वहीं कांग्रेस को इस दौरान 918 करोड़ रुपए मिले।
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किस पार्टी की कितनी कमाई
2014 से केंद्र में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी ने 2018-19 वित्तीय वर्ष के दौरान अपनी कुल आय 241008 करोड़ रुपये घोषित की है इस रकम में से पार्टी ने 4171 फीसदी यानी 100533 करोड़ रुपया खर्च किया है, बता दें कि यह चुनावी साल रहा है।
कांग्रेस को इस एक साल के दौरान 91803 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जिसमें से पार्टी ने 5119 फीसदी यानी 46992 करोड़ रुपया खर्च किया है। ममता बनर्जी की ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की बात की जाए तो उसे एक साल में 19265 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जिसमें से पार्टी ने 1150 करोड़ खर्च किया है, जो कमाई का 597 फीसदी है।
सीपीएम ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान अपनी आय 10096 करोड़ रुपये घोषित की है और उसने इसका 75 फीसदी से ज्यादा खर्च किया है, जो कि 7615 करोड़ रुपये है एक साल में इस हिसाब से बढ़ी दलों की आय।
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बीजेपी- एक साल में 134% वृद्धि (138274 करोड़)
2017-18 (102734 करोड़)
2018-19 (241008 करोड़)
कांग्रेस- एक साल में 360% वृद्धि (71888 करोड़)
2017-18 (19915 करोड़)
2018-19 (91803 करोड़)
तृणमूल कांग्रेस- एक साल में 3628% वृद्धि (18748 करोड़)
2017-18 (5167 करोड़)
2018-19 (19265 करोड़)
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस की यह वृद्धि कुल 18748 करोड़ रुपये है इन दलों के अलावा सीपीआई की कमाई में 560 करोड़ का इजाफा हुआ है।
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