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क्या तमिलनाडु की राजनीति में कांग्रेस करेगी रेखा का इस्तेमाल ?

राज्यसभा में पिछली यूपीए सरकार की ओर से नामित फिल्म अभिनेत्री रेखा अक्सर अपनी गैर मौजूदगी को लेकर चर्चा में रही हैं । खासकर समाजवादी

tiwarishalini
Published on: 3 Nov 2017 2:24 PM IST
क्या तमिलनाडु की राजनीति में कांग्रेस करेगी रेखा का इस्तेमाल ?
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vinod-kapoor.

लखनऊ: राज्यसभा में पिछली यूपीए सरकार की ओर से नामित फिल्म अभिनेत्री रेखा अक्सर अपनी गैर मौजूदगी को लेकर चर्चा में रही हैं । खासकर समाजवादी पार्टी के सदस्यों की ओर से उनकी गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठाया जाता रहा है। ये भी कहा गया कि जब वो सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेतीं तो उनकी सदस्यता खत्म की जानी चाहिए।

रेखा हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में सांसद निधि से दो करोड़ से ज्यादा रूपया विकास कार्य के लिए देकर एकाएक चर्चा में आ गईं। इसलिए राजनीतिक हलकों में ये सवाल भी उठा कि क्या ​रेखा को तमिलनाडु की राजनीति में कांग्रेस की ओर से सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

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तमिलनाडु की पूरी राजनीति फिल्म के ईद गिर्द ही घूमती रही है। चाहे वो डीएमके के संस्थापक करूणानिधि रहे हो या एआईडीएमके के एम जी रामचन्द्रन या जे जयललिता हों। तमिलनाडु के लोगों ने फिल्म से जुड़े लोगों को ही अपना नेता माना और उन पर अपना सब कुछ न्योछावर किया।

तमिलनाडु की राजनीति में फ़िल्मी सितारों का जलवा:

- तमिलनाडु का पिछले पचास साल का राजनीतिक इतिहास देंखें तो ये फिल्म वालों के बीच ही घूमता रहा है।

- फिल्म एक्टर और पटकथा लेखक करूणानिधि का कभी जलवा हुआ करता था। वो डीएमके के संस्थापक भी हैं। करूणानिधि पहली बार फरवरी 1969 में सीएम बने । उनका ये कार्यकाल लंबा नहीं था ।

- वो इस पद पर 4 जनवरी 1971 तक ही रहे। वो छह बार तमिलनाडु के सीएम बने।

- उनकी आयु अब 93 साल है। इसलिए सक्रिय राजनीति से वो अब दूर हैं ।

- उनके पुत्र स्टालिन या बेटी कनीमोझी में वो बात नहीं जो करूणानिधि में थी।

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तमिल सिनेमा के दूसरे बड़े स्टार एम जी रामचन्द्रन के एआईडीएमके का गठन किया और जून 1977 से फरवरी 1980 तक सीएम रहे। जून 1980 में डनहोंने फिर सीएम का पद संभाला अपनी मृत्यु के दिन 24 दिसम्बर 1987 तक इस पद पर रहे। तमिल सिनेमा में उन्हें प्यार से एमजीआर भी कहा जाता था । उनकी मृत्यु के बाद जे जयललिता के हाथ एआईडीएमके की कमान आ गई।

एमजीआर के समर्थन से अपनी फिल्मी पारी शुरू करने वाली जयललिता को राजनीति में भी पूरा प्यार मिला । वो पहली बार जून 1991 में सीएम बनीं और मई 1996 तक इस पद पर रहीं । इसके बाद साल 2001 ,साल 2002 और साल 2011 में वो सीएम बनी । उनकी मृतयु के बाद पार्टी खेमेबाजी और आपसी लडाई में लगातार कमजोर होती जा रही है।

राज्यसभा सदस्य रेखा के पिता शिवाजी गणेशन भी तमिल फिल्मों के चर्चित अभिनेता थे। राजनीति में उनका झुकाव डीएमके की ओर था लेकिन 1961 की एक धटना के बाद उन्होंने पार्टी छोड दी। कामराज से प्रभावित शिवाजी को तत्कालीन पीएम इंदिरा गाधी ने राज्यसभा का सदस्य बनाया। इंदिरा गांधी के दिवंगत होने के बाद उनका कांग्रेस से भी मोह भंग हो गया।

उन्हें 1989 में जनतादल का तमिलनाडु इकाई का अध्यक्ष भी बनाया गया । इससे पहले उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी भी बनाई जिसका नाम तमिमाडा मुनेत्र मुन्नई था । शिवाजी की फिल्मी पारी जितनी सफल थी,राजनीतिक पारी उतनी ही असफल।

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अब तमिल के साथ हिंदी फिल्मों में भी अपनी पहचान रखने वाले रजनीकांत और कमल हासन राजनीति में जल्द ही दस्तक देने वाले हैं। रजनीकांत पर बीजेपी डोरे डाल रही है ताकि दक्षिण के इस राज्य में उसकी उपस्थिति दर्ज हो सके जबकि 7 नवम्बर को अपना जन्मदिन मनाने वाले राजनीति में अपनी भूमिका के बारे में कुछ खुलासा कर सकते हैं । हालांकि वो बीजेपी या दक्षिणपंथी किसी भी पार्टी के खिलाफ आग उगलते रहे हैं।

पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम को छोड़ दिया जाए तो कांग्रेस के पास कामराज के बाद तमिलनाडु में कोई नेता नहीं आया जो जनता के बीच लोकप्रिय हो । रेखा ने हालांकि अपना ज्यादा समय हिंदी सिनेमा को दिया लेकिन उन्होंने इसकी शुरूआत तमिल सिनेमा से ही की। अब वो फिल्मों से लगभग दूर हैं और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं । उनका झुकाव वैसे भी कांग्रेस की ओर ही रहा है । पार्टी ने उन्हें राज्यसभा के लिए नामित भी किया है।

तमिलनाडु की सत्ता में कामराज के निधन के बाद अगर कांग्रेस कभी सत्ता में नहीं आई । हां सत्ता में उसे डीएमके के साथ भागेदारी जरूर मिली । पार्टी के लिए अभी तमिलनाडु में शून्यता की स्थिति है। रेखा को आगे कर इस शून्यता को आसानी से भरा जा सकता है। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में विकास की राशि दे रेखा ने सक्रिय राजनीति में आने के संकेत दिए हैं। ऐसा राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है। रेखा यदि तमिलनाडु की राजनीति में उतरती हैं तो नजारा दिलचस्प होगा क्योंकि रजनीकांत और कमलहासन की मौजूदगी और 63 साल की उम्र में अभी भी रेखा का ग्लैमर तमिल राजनीति में तूफान ला सकता है।

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tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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