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दूसरा चरण NDA और RJD के लिए काफी अहम, 94 सीटों पर होगा कड़ा मुकाबला

मतदान का दूसरा चरण एनडीए और राजद के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दूसरे चरण में नीतीश सरकार के कई मंत्रियों के साथ ही महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनाए गए तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव की किस्मत का भी फैसला होगा।

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Published on: 2 Nov 2020 3:25 AM GMT
दूसरा चरण NDA और RJD के लिए काफी अहम, 94 सीटों पर होगा कड़ा मुकाबला
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दूसरा चरण NDA और RJD के लिए काफी अहम

अंशुमान तिवारी

पटना: बिहार विधानसभा की 94 सीटों पर रविवार की शाम चुनावी शोर थम चुका है और अब हर किसी की नजर इन सीटों के लिए मंगलवार को होने वाले मतदान पर टिकी है। 17 जिलों की इन विधानसभा सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशियों के बीच कांटे का मुकाबला दिख रहा है।

मतदान का दूसरा चरण एनडीए और राजद के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दूसरे चरण में नीतीश सरकार के कई मंत्रियों के साथ ही महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनाए गए तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव की किस्मत का भी फैसला होगा।

दूसरे चरण में भाजपा के 46 प्रत्याशी

दूसरे चरण की 94 सीटों में एनडीए की ओर से सर्वाधिक प्रत्याशी भाजपा ने उतारे हैं। दूसरे चरण में भाजपा के 46 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। दूसरे चरण में मतदाता जदयू के 43 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। वही वीआईपी के 5 प्रत्याशियों की किस्मत भी दूसरे चरण में ही तय होगी।

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भाजपा की ओर से उतारे गए प्रत्याशियों का 27 सीटों पर राजद प्रत्याशियों के साथ सीधा मुकाबला हो रहा है। दोनों दलों ने चुनावी बाजी अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। राजद के अलावा भाजपा का कांग्रेस के साथ 12 सीटों पर, माकपा के साथ एक, भाकपा के साथ दो और भाकपा माले के साथ दो सीटों पर मुकाबला होगा।

25 सीटों पर जदयू की राजद से सीधी टक्कर

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के लिए भी दूसरा चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जदयू ने दूसरे चरण में ही सबसे ज्यादा 43 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। इनमें से 25 सीटों पर जदयू और राजद के बीच सीधी कड़ी टक्कर दिख रही है। इसके अलावा जदयू प्रत्याशियों का 12 सीटों पर कांग्रेस, दो पर माले, तीन पर माकपा और एक सीट पर भाकपा के साथ कड़ा मुकाबला हो रहा है।

जदयू को दूसरे चरण में मजबूती की उम्मीद

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का दावा है कि दूसरा चरण जदयू के लिए निश्चित रूप से मजबूती लेकर आएगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण में ही बिहार के मतदाताओं ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। हमें उम्मीद है कि दूसरे चरण में पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी। पहले चरण में जदयू के 35 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हुआ था। जदयू ने दूसरे चरण में 43 और तीसरे चरण में 37 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं।

इन नेताओं की किस्मत का होगा फैसला

दूसरे चरण में ही जदयू के कई नेताओं की किस्मत का फैसला होना है। इनमें पटना साहिब से नंदकिशोर यादव, मधुबन से राणा रणधीर सिंह, नालंदा से श्रवण कुमार, कुम्हरार से अरुण सिन्हा और चेरिया बरियापुर से मंजू वर्मा के नाम शामिल हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाएं कर चुके हैं और उन्होंने बिहार को विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए मतदाताओं से जदयू को समर्थन देने की अपील की है।

दूसरे चरण में तेजस्वी का चुनाव क्षेत्र भी

राजद के लिए भी दूसरा चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी चरण में राजद के तमाम मौजूदा विधायकों की किस्मत का फैसला होगा। राजद ने दूसरे चरण में 56 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। राजद के लिए दूसरा चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी चरण में है राजद की ओर से मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव की किस्मत का फैसला भी होगा।

तेजस्वी यादव अपनी पुरानी विधानसभा सीट राघोपुर से इस बार भी चुनाव मैदान में उतरे हैं। तेजस्वी ने रविवार को आखिरी लम्हों में राघोपुर में चुनावी जनसभा करके अपनी ताकत दिखाई थी।

राजद की ओर से राघोपुर में प्रचार किया जा रहा है कि यहां के मतदाता एक प्रत्याशी नहीं बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का चुनाव कर रहे हैं। राघोपुर में तेजस्वी का मुकाबला भाजपा के सतीश यादव से हो रहा है मगर तेजस्वी की स्थिति मजबूत बताई जा रही है।

तेजप्रताप की किस्मत का भी होगा फैसला

तेजस्वी के साथ ही इसी चरण में ही उनके बड़े भाई और राज्य के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव की भी किस्मत का फैसला होगा। तेजप्रताप इस बार हसनपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं। तेज प्रताप के पहले अपने पुराने चुनाव क्षेत्र से लड़ने की संभावना जताई जा रही थी मगर बाद में उन्होंने हसनपुर सीट से किस्मत आजमाने का फैसला किया।

हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के चुनाव मैदान में उतरने की चर्चाओं के कारण ही तेज प्रताप ने आखिरी समय में अपना चुनाव क्षेत्र बदल लिया। तेज प्रताप के चुनाव क्षेत्र में तेजस्वी यादव भी जनसभा कर चुके हैं और खुद तेजप्रताप भी चुनावी बाजी जीतने के लिए जी तोड़ मेहनत करने में जुटे हुए हैं।

दूसरे चरण में 1463 प्रत्याशी चुनाव मैदान में

दूसरे चरण की 94 विधानसभा सीटों पर इस बार 1463 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं। इनमें 1316 पुरुष, 146 महिला एवं एक थर्ड जेंडर की प्रत्याशी शामिल है। रविवार की शाम चुनावी शोर थमने के बाद यह सभी प्रत्याशी व्यक्तिगत जनसंपर्क के जरिए मतदाताओं से वोट देने की अपील करने में जुटे हुए हैं।

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दूसरे चरण में भाजपा ने 46, जदयू ने 43, राजद ने 56, लोजपा ने 52 और कांग्रेस ने 24 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इनके अलावा रालोसपा के 36, भाकपा के चार, माकपा के चार, बसपा के 33 और राकांपा के 29 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला भी दूसरे चरण में ही होगा।

राजद के पास थीं सर्वाधिक सीटें

दूसरे चरण की 94 सीटों में से पिछले चुनाव में राजद ने 31, जदयू ने 30, भाजपा ने 22, लोजपा ने दो और कांग्रेस ने 7 सीटों पर विजय हासिल की थी।

94 विधानसभा सीटों में से 86 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा जबकि शेष 8 सीटों पर सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान का समय तय किया गया है।

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