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भूपेंद्र यादव के दावे से बिहार में सियासी भूचाल, भड़के राजद नेताओं ने किया पलटवार
बिहार में भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव के एक बयान ने राज्य की सियासत में भूचाल ला दिया है। भूपेंद्र यादव ने कहा है कि मकर संक्रांति के बाद राजद में टूट होना तय है। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव को चुनौती देने के अंदाज में कहा कि वह अपनी पार्टी को टूटने से बचा सकें तो बचा लें।
पटना: बिहार में भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव के एक बयान ने राज्य की सियासत में भूचाल ला दिया है। भूपेंद्र यादव ने कहा है कि मकर संक्रांति के बाद राजद में टूट होना तय है। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव को चुनौती देने के अंदाज में कहा कि वह अपनी पार्टी को टूटने से बचा सकें तो बचा लें। जदयू सांसद ललन सिंह ने भी भूपेंद्र यादव के दावे का समर्थन किया है। भूपेंद्र यादव के इस बयान पर राजद ने पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भूपेंद्र यादव की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि यदि उनके भारी-भरकम दावे में तनिक भी दम है तो हम पर कृपा न करें और राजद को तोड़कर दिखाएं। उन्होंने भूपेंद्र को आईना दिखाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान ही बता रहा है कि एनडीए में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। जदयू की बैठक में कई नेताओं ने खुलेआम कहा है कि भाजपा ने उनकी पीठ में छुरा भोंका है।
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लालू के परिवारवाद से बौखलाहट
विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में नई सरकार का गठन तो हो गया है मगर इसके साथ ही सियासी उठापटक का दौर भी चल रहा है। नीतीश इशारों में भाजपा पर निशाना साध रहे हैं तो राजद की ओर से जदयू के टूटने का दावा किया जा रहा है। अब बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव के बयान से राज्य की सियासत में भूचाल आ गया है। भूपेंद्र का कहना है कि राजद में लालू के परिवारवाद से जबर्दस्त बौखलाहट है और मकर संक्रांति के बाद राजद में टूट होना तय है। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनमें दम है तो वह अपनी पार्टी को टूटने से बचा लें।
बिहार में सरकार बचाने की चुनौती
भूपेंद्र के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भूपेंद्र राजद को गीदड़ भभकी ना दें। उन्होंने भाजपा को चुनौती दी कि अगर पार्टी में दम है तो बिहार में सरकार को बचाकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा ज्यादा उठापटक करेगी तो राजद खरमास में ही खेल खत्म कर देगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र का राजद को बर्बाद करने का सपना सपना ही रह जाएगा और इससे पहले भाजपा ही बर्बाद हो जाएगी।
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राजद की चिंता छोड़ अपना ख्याल रखें
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भाजपा-जदयू संबंधों को लेकर भूपेंद्र को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि भूपेंद्र राजद की चिंता छोड़कर अपना ख्याल रखें। सच्चाई तो यह है कि एनडीए में ही उठापटक का दौर चल रहा है और जदयू नेता खुलेआम भाजपा को घेरने में जुटे हुए हैं। नीतीश ने खुद इस बात को माना है कि गठबंधन में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि भाजपा के कारण नीतीश अपने मंत्रिमंडल का विस्तार तक नहीं कर पा रहे हैं। एक-एक मंत्री पर कई-कई विभागों का बोझ है मगर नए मंत्रियों का शपथग्रहण समारोह नहीं हो पा रहा है।
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राजद तोड़ने वालों का बुरा हश्र
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि राजद को तोड़ने वालों का क्या हश्र हुआ, यह सब ने देखा है। विरोधी लोग हमारे घर से सात लोगों को तोड़ कर ले गए थे मगर जनता ने इन लोगों को ऐसा सबक सिखाया है जिसे वे कभी भूल नहीं सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित प्रदेश उपाध्यक्षों की बैठक के बाद जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद चट्टान की तरह एकजुट है और इसे तोड़ने का ख्वाब कभी पूरा होने वाला नहीं है। जदयू ने राजद के सात विधायकों को तोड़ा जिसके परिणामस्वरूप जनता ने उसे तीसरे नंबर की पार्टी बना दिया।
ललन सिंह ने भी किया भूपेंद्र के दावे का समर्थन
दूसरी ओर जदयू के वरिष्ठ नेता व सांसद ललन सिंह ने भी कहा कि भूपेंद्र यादव के दावे में काफी दम है। ललन सिंह ने दो कदम और आगे बढ़ते हुए कहा कि अगर भूपेंद्र यादव चाह लें तो राजद का पूरी तरह भाजपा में विलय हो जाएगा। जदयू के एक अन्य नेता केसी त्यागी ने भी भूपेंद्र यादव के बयान का समर्थन किया है।
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बिहार की सियासत में उठापटक का दौर
बिहार की सियासत में इन दिनों काफी उठापटक का दौर चल रहा है। भाजपा, जदयू, राजद और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे के दलों में टूट का दावा करते हुए सरकार बनाने और गिराने का बयान दे रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार तो बन गई है मगर एनडीए के दो प्रमुख घटकों भाजपा-जदयू में भी अंदरूनी खींचतान का दौर चल रहा है। जदयू के हारने वाले कई प्रत्याशी ही चुनाव के दौरान भाजपा की भूमिका से संतुष्ट नहीं है और खुलेआम भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में बिहार की सियासत कोई बड़ी उठापटक दिख सकती है।
रिपोर्ट: अंशुमान तिवारी