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CM योगी ने कहा कि हमारे पास योग्य शिक्षक ही नहीं, टेस्ट में भी 40 हजार हुए पास

Manali Rastogi
Published on: 1 Sept 2018 1:20 PM IST
CM योगी ने कहा कि हमारे पास योग्य शिक्षक ही नहीं, टेस्ट में भी 40 हजार हुए पास
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लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने रोजगार के सवाल पर कहा कि जो पद खाली थे। उन्हें हम पहले चरण में भर रहे हैं। 1.37 लाख शिक्षकों की नियुक्तियां बेसिक शिक्षा में करनी है। पर हमारे पास योग्य शिक्षक ही नहीं है जो आकर काम्पिटीशन में फाइट कर सके। 68500 शिक्षकों की भर्ती में सिर्फ एक लाख पांच हजार आवेदन आए। टेस्ट में सिर्फ 40 हजार ही पास हो पाए।

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फिर भर्ती निकालने जा रहे हैं। पुलिस में 1.62 हजार की भर्ती करनी है। अक्टूबर में 50 हजार की तीसरी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं। लोग आएं ना। सरकारी नौकरी की कमी नहीं है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक समाचार पत्र के आयोजित कार्यक्रम में शनिवार को सीएम ने यह बात कही।

राम मंदिर निर्माण की तिथि प्रभु राम ही तय करेंगे: योगी आदित्यनाथ

सीएम ने कहा कि पिछली सरकारें अयोध्या जाने से डरती थी। राम मंदिर पर व्यक्ति को आशावादी बनना चाहिए। यह प्रभु राम का काम है। इसकी तिथि प्रभु राम ही तय करेंगे। सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने मदरसों के आधुनिकीकरण पर जोर देते हुए कहा कि सबको आधुनिकता के साथ आगे बढने की पूरी सहूलियत देनी चाहिए।

विपक्षी दल गठबंधन करेंगे पर नेता का नाम नहीं बताएंगे

सीएम ने कहा कि विपक्षी दले भाजपा और देश की राजनीतिक स्थिरता से भयभीत हैं। हमने सत्ता इसलिए नहीं बनाई की हम शासन करें। बल्कि देश में आमूलचूल परिवर्तन करके नागरिकों का जीवन स्तर उंचा कर सके।

आजादी के बाद पहली वह सरकार है। जिसने देश के अंदर शासन सत्ता का केंद्र बिंदु बदलकर सत्ता का केंद्र गांव के गरीब, मजदूर, महिलाओं को बनाया है। यह बौखलाहट है कि वह कह रहे हैं कि मिलकर चुनाव लड़ेंगे। पर नेता का नाम नहीं बताएंगे। यह देश की राजनीतिक अस्थिरता की तरफ ले जाने की शरारतपूर्ण चेष्टा है।

राहुल गांधी को कांग्रेस ही गंभीरता से नहीं लेती

उन्होंने कहा कि 1977 में आंदोलन जेपी के नेतृत्व में हुआ। अलग—अलग दलों को एक जोड़कर कांग्रेस के खिलाफ गठबंधन तैयार हुआ है। इसी तरह स्वर्गीय बीपी सिंह और अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में गठबंधन बना। आज के दौर में क्या सब लोग राहुल गांधी को नेता मानने को तैयार हैं।

उन्हें कांग्रेस ही नेता मानने को तैयार नहीं है। क्योंकि राहुल कब क्या बयान दे दें? एक बयान में उन्होंने कहा था कि अम्बेडकर, गांधी भी एनआरआई थे। कांग्रेस ही उन्हें गंभीरता से नहीं लेती। सपा पहले ही कांग्रेस के बिना गठबंधन की बात कर चुकी है। क्या ममता बनर्जी उन्हें स्वीकार पाएगी। यह लोग कैसे मिलकर चुनाव लडेंगे। इनका क्या एजेंडा होगा। जनता राजनीतिक रूप से बहुत परिपक्व है।

राष्ट्रीय मुद्दों पर होगा आम चुनाव

सीएम ने कहा कि यूपी के अंदर 2019 में जब हम चुनाव में होंगे तब तक हमारी सरकार को दो साल पूरे हो चुके होंगे। पहले दिन के शपथ से ही हमारा चुनाव प्रारम्भ हो गया था। हम उसी दिन से कार्य कर रहे हैं। यह हमारी दिनचर्या का हिस्सा है।

2019 में जनता को बताने में कामयाब होंगे कि 15 वर्षों में सपा और बसपा प्रदेश को लेकर कहां गई थी। अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रखेंगे। मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय मुद्दों मसलन राष्ट्रीय सुरक्षा और समृद्धि के मुद्दों पर चुनाव होंगे। आम चुनाव में नेशनल मुददे अहम होंगे।

15 अक्टूबर तक गन्ना किसानों का बकाया भुगतान होगा

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वाधिक किसानों की आत्महत्या 2004 से लेकर 2014 के बीच हुई है। 2014 के बाद आत्महत्याओं में कमी आई है। सरकार आई तो 2017 में इस पर अध्ययन कराया। इसका कारण क्या है। यूपी की धरती उपजाउ है। 15 से 16 महीने में यूपी के किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से एक लाख करोड़ की धनराशि खाते में भेजने का काम किया।

15 महीनों में किसी किसान को आंदोलन करने की जरूरत नहीं पड़ी। गन्ना किसानों के खाते में 70 हजार करोड़ की राशि भेजी गई है। शेष 11 हजार करोड़ के भुगतान की व्यवस्था हमने अपने सप्लीमेंट्री बजट में कर दी है। 15 अक्टूबर तक उनका भुगतान हो जाएगा।

किसान को माब लिंचिंग से जोड़ना अन्याय

उन्होंने कहा कि किसान को माब लिंचिंग से जोड़ना अन्याय है। यहां माब लिंचिंग की घटना नहीं होती है। गैर कानूनी स्लाटर हाउस इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। उन्हें हम पहले ही बंद कर चुके हैं। हापुड़ में एक घटना सामने आ रही है। उसकी जांच की जा रही है। कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। यह राज्य की जिम्मेदारी है। राज्य अपनी जिम्मेदारी पूरी करेगा।

सरकार को केस वापस लेने का अधिकार नहीं, हम सिर्फ सुझाव दे सकते हैं

मुजफ्फरनगर दंगे के केस वापसी के सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार को केस वापस लेने का अधिकार नहीं है। हमारी सरकार सपा की सरकार नहीं है जो आतंकवादी के मुकदमों को वापस ले रही है। हम लोग सिर्फ सुझाव दे सकते हैं। न्यायालय को तय करना होता है कि कौन से मुकदमें वापस लेने हैं और कौन से नहीं लेने हैं।

न्यायालय ने पहले डाइरेक्शन दिए हैं। अनुपयोगी कानूनों को समाप्त करने जा रहे हैं। जो सामान्य मामले हैं वर्षों से चल रहे हैं। जो जेल में बंद है। 75 से 80 साल का है। 15 से 20 साल से बंद है। जमानत राशि की वजह से बाहर नहीं आ पा रहा है। ऐसे 20 हजार मामले हैं। किसी जाति वर्ग के मामले हो ऐसे केस सरकार वापस नहीं लेगी।

भारत विरोधी तत्वों ने कराई हिंसा

अम्बेडकर जंयती में मेरठ के जातीय संघर्ष और दलितों के छिटकने के सवाल पर योगी ने कहा कि दो अप्रैल को पश्चिमी यूपी के हापुड़, मेरठ और मुजफ्फरनगर में हिंसा का कुत्सित प्रयास हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट के नाम पर संशोधन की बात कही थी। इसमें हिंसा की जरूरत नहीं थी। इन सबके बावजूद यह हिंसा उन तत्वों के द्वारा प्रयोजित की गई थी जो भारत विरोधी तत्वों के हाथ में खेल रहे थे।

एनकाउंटर पर सीएम योगी ने दिया यह जवाब

एनकाउंटर के सवाल पर योगी ने कहा कि हम लोग जब सत्ता में आए थे। प्रदेश में अराजकता की स्थिति थी। कब किसका अपहरण हो जाए। कब किस बालिका पर एसिट अटैक हो जाए। दंगे हो जाए। व्यापारी ओर निवेशक यूपी से पलायन कर रहे थे। पुलिसकर्मियों को गोली मारी जा रही थी। हर जगह पुलिस पर हमले हो रहे थे। मैंने बैठक किया कहा कि वर्दी की कोई हनक नहीं रही।

अपराधियों के खिलाफ जितने सख्ती से निपट सकते हो। कानून के दायरे में रहते हुए। कार्रवाई के अच्छे परिणाम आए। फर्जी इनकाउंटर पर कहा कि समाज में हर तरह के लोग है। जो सही होगा वह आगे जाएगा जो गलत होगा। उस पर कार्रवाई होगी। मथुरा, नोएडा और आगरा में सख्त कार्रवाई हुई है।

देवरिया कांड को मुजफ्फरनगर की घटना से जोड़ना गलत

देवरिया कांड पर बोले की इस घटना को मुजफ्फरपुर की घटना से जोड़ना गलत है। दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों की टीम ने इसकी जांच की। हाइकोर्ट भी इसकी निगरानी कर रहा है। एक्शन हमने समय से लिया है। जहां पर लापरवाही सामने आई। कार्रवाई हुई है। संस्थाएं आर्थिक गबन की दोषी तो मानी जा सकती है। पर जब हम चारित्रिक हनन का आरोप लगाते हैं तो इसकी पूरी रिपोर्ट आनी चाहिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

50 से उपर की होगी स्क्रीनिंग, काम नहीं कर पा रहे तो घर की सेवा करें

राज्य कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली के सवाल पर कहा कि अच्छा काम करने वाला मरने तक काम करें, जो काम भी नहीं करता है। हम उन सबकी स्क्रीनिंग करने जा रहा है। वह अपने घर की सेवा कर ले। सरकारी सेवा नहीं करें। जीएसटी लागू होने के बाद मंडी शुल्क जहां आवश्यक है वहां समाप्त किया गया है। मंडी के पास अपने आय के स्रोत होने चाहिए। खैरात बांटने से काम नहीं चलेगा।

द्वैत-अद्वैत में कैसे बैलेंस बनाते हैं। दोनों योग में समन्वय ही एक बड़ा योग हो सकता है। एक योगी ही ऐसा कर सकता है। 220 विकास खंड को डार्क जोन बना दिया गया। जहां कोई टयूबवेल नहीं लग सकता। हास्यापद स्थिति है कि ऐसे उदयोग जिनकी पानी की खपत ज्यादा हो, उसे यहां नहीं लगने दिया जाए।

बुंदेलखंड, वेक्टर वार्न डिजीज और आर्सेनिक से प्रभावित जिलों के लिए भी काम हो रहा है। बुंदेलखंड के 6 अहम डैम के सालों से लम्बित काम को पूरा कर दिया गया है। केन-बेतवा को जोड़ने का काम किया जा रहा है। विंध्य क्षेत्र में एक लाख 70 हजार किसान बाणसागर परियोजना से लाभान्वित होने जा रहा है।



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