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लॉकडाउन पर राहुल बोले- मुझें संदेह है, सरकार बढ़ा सकती है मियाद

पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने देश भर में लॉक डाउन की घोषणा की है। मुसीबत की इस घड़ी में फिल्म जगत से लेकर उद्योग और राजनीति की कई बड़ी शख्सियतों ने मदद के लिए प्रधान मंत्री राहत कोष में दान किया है।

Aditya Mishra
Published on: 29 March 2020 11:52 AM GMT
लॉकडाउन पर राहुल बोले- मुझें संदेह है, सरकार बढ़ा सकती है मियाद
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नई दिल्ली: पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने देश भर में लॉक डाउन की घोषणा की है। मुसीबत की इस घड़ी में फिल्म जगत से लेकर उद्योग और राजनीति की कई बड़ी शख्सियतों ने मदद के लिए प्रधान मंत्री राहत कोष में दान किया है।

कई दलों के नेताओं ने दुःख की इस घड़ी में पीएम मोदी का साथ देने का भरोसा दिया है। इस बीच कांग्रेस पार्टी की तरफ से खबर आ रही है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखा है और कहा कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार के साथ मिलकर लड़ेंगे। इस मामले में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ खड़ी है।

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मुझें संदेह, सरकार बढा सकती है मियाद

राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि पूरे देश में पूरी तरह से लॉकडाउन करने के बजाए गरीबों के हित में कुछ कदम उठाने की जरूरत है। लॉकडाउन के बाद से ही देश के तमाम हिस्सों से गरीबों को परेशानी होने की खबरें आ रही हैं।

शनिवार शाम तो आनंद विहार पर अपने घरों को लौट रहे दिहाड़ी-मजदूर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इससे पहले दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर भी सैकड़ों लोग सड़कों पर थे, जो पैदल ही अपने घर की ओर जा रहे थे।

उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए सरकार जो कदम उठा रही है, उसमें सहयोग करने के लिए हम तैयार हैं। उन्होंने पत्र में लिखा, " तेजी से फैलते हुए कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया के देशों के देशों को त्वरित कदम उठाने के लिए मजबूर किया। फिलहाल, भारत तीन हफ्तों के लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है, मुझे संदेह है कि सरकार इसे और बढ़ा सकती है।

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कांग्रेस पार्टी करेगी सरकार का सहयोग

उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए सरकार जो कदम उठा रही है, उसमें सहयोग करने के लिए हम तैयार हैं। उन्होंने पत्र में लिखा, " तेजी से फैलते हुए कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया के देशों के देशों को त्वरित कदम उठाने के लिए मजबूर किया। फिलहाल, भारत तीन हफ्तों के लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है। मुझे संदेह है कि सरकार इसे और बढ़ा सकती है।

हमें सामाजिक सुरक्षा के ताने-बाने को अधिक मजबूत करने और गरीबों को रहने एवं उनका समर्थऩ करने के लिए हर सार्वजनिक संसाधन का उपयोग करना चाहिए। जिन जगहों पर आबादी ज्यादा है, वहां बड़े अस्पतालों की जरूरत होगी, जिन्हें कोरोना मरीजों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया हो।

जिसमें पर्याप्त बेड और वेंटिलेटर की व्यवस्था हो। हमें इस तरह के अस्पतालों को स्थापित करने तथा उपकरणों का विनिर्माण शुरू करने की जरूरत हो, जिसकी आगे चलकर हमें जरूरत होगी। इसी समय हमें कोरोनावायरस को लेकर की जा रही जांचों का दायरा भी बढ़ाना होगा ताकि कोरोनावायरस के प्रसार की सटीक तस्वीर मिल सके।

लॉकडाउन के फैसले से लोगों में घबराहट

राहुल गांधी ने कहा कि अचानक से किए गए लॉकडाउन के फैसले से लोगों में घबराहट और भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। कारखाने, छोटी इंडस्ट्री और कंस्ट्रक्शन साइट बंद हो गई है। हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने गांव जाने की कोशिश कर रहे हैं और विभिन्न राज्यों की सीमा पर फंसे हुए हैं।

वे बिना दिहाड़ी मजदूरी, पोषण और बुनियादी सेवाओं के पूरी तरह से असहाय हो गए हैं। वे अपने घर पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम उनके रहने की व्यवस्था करें और अगले कुछ महीनों तक सीधे उनके खातों में पैसे डालें।

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Aditya Mishra

Aditya Mishra

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