'Free Kashmir' का उद्धव कनेक्शन! पोस्टर पर फंसे सीएम ठाकरे, फिर भी चुप क्यों?

दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद मुंबई में छात्रों का प्रदर्शन ने सियासी रूप ले लिया है। दरअसल, गेटवे ऑफ़ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान एक लड़की ने 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर लहराया था, जिसकी भाजपा ने निंदा की। वहीं इसी मुद्दे पर शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

Shivani Awasthi
Published on: 7 Jan 2020 9:13 AM GMT
Free Kashmir का उद्धव कनेक्शन! पोस्टर पर फंसे सीएम ठाकरे, फिर भी चुप क्यों?
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मुंबई: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद मुंबई में छात्रों का प्रदर्शन ने सियासी रूप ले लिया है। दरअसल, गेटवे ऑफ़ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान एक लड़की ने 'फ्री कश्मीर' (Free Kashmir) का पोस्टर लहराया था, जिसकी भाजपा ने निंदा की। वहीं इसी मुद्दे पर शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वहीं पूर्व सीएम व भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने तो ठाकरे की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पोस्टर मामले में ठाकरे सवालों के घेरे में :

'फ्री कश्मीर' का पोस्टर सामने आये के बाद भाजपा समेत कांग्रेस के भी कई नेताओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए निंदा की। हालाँकि महाराष्ट्र के हिंदूवादी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नही आई। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूछा कि क्या उन्हें 'फ्री कश्मीर' भारत विरोधी अभियान बर्दाश्त है?



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फडणवीस ने 'फ्री कश्मीर' के पोस्टर वाला वीडियो ट्वीट कर लिखा, 'यह किस बात का प्रदर्शन है?'फ्री कश्मीर' के नारे क्यों लगाए जा रहे हैं? हम मुंबई में इस तरह के अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं?' उन्होने सीएम उद्धव से सवाल करते हुए लिखा, 'सीएम कार्यालय से 2 किमी दूरी पर आजादी गैंग ने 'फ्री कश्मीर' के नारे लगाए। उद्धव जी आप अपनी नाक के नीचे 'फ्री कश्मीर' भारत विरोधी अभियान को बर्दाश्त कर रहे हैं?'

शिवसेना सांसद संजय राउत ने दिया फडणवीस को जवाब:

फडणवीस के सवाल पर भले ही सीएम ठाकरे ने चुप्पी साध ली हो लेकिन शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इसका जवाब देते हुए कहा, 'फ्री कश्मीर' पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने वालों का तात्पर्य कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं और मोबाईल सेवाओं को लेकर प्रतिबंध हटाने से था। अगर कोई भारत से कश्मीर की आजादी की बात करता है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'

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एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भी दिया जवाब:

इतना ही नहीं उद्धव के समर्थन में एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने ट्वीट करते हुए कहा, देवेन्द्र जी, ये 'फ्री कश्मीर', सभी भेदभावों से मुक्त, सेलुलर नेटवर्क और केंद्रीय नियंत्रण पर प्रतिबंध को लेकर है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि आप जैसा जिम्मेदार नेता ऐसे नफरत भरे तरीके से शब्दों को डिकोड करके लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहा है। क्या यह सत्ता खोने के वजह से है या आत्म नियन्त्रन खोने की वजह से?



गौरतलब है कि 'फ्री कश्मीर' को लेकर नेता अभिनेता सभी अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं लेकिन सीएम उद्धव ठाकरे इस बारे में अब तक चुप्पी साधे हुए हैं। ठाकरे को कट्टर हिंदूवादी नेता माना जाता है। ऐसे में ठाकरे की चुप्पी को गठबंधन और मुस्लिम वोटर्स को बाधें रखने का प्रयास माना जा रहा है। हालाँकि जेएनयू हिंसा की ठाकरे ने निंदा की थी और इसकी तुलना 26/11 के हमले से कर दी थी।

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