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महाराष्ट्र: NCP को मौका, लगेगा राष्ट्रपति शासन या बनेगी सरकार?

बीजेपी पर हमला करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूटने की जिम्मेदारी शिवसेना नहीं बल्कि बीजेपी की बनती है। बीजेपी ने ही आज महाराष्ट्र को इस स्थिति में भेजा है।

Shivakant Shukla
Published on: 11 Nov 2019 3:43 AM GMT
महाराष्ट्र: NCP को मौका, लगेगा राष्ट्रपति शासन या बनेगी सरकार?
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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है। राज्यपाल की ओर से शिवसेना को सरकार बनाने के लिए पूछा गया है, जिसके बाद अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है। राज्य में सरकार गठन के लिए आज का दिन अहम हो सकता है।

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल सुबह 10 बजे कांग्रेस नेताओं की आपात बैठक फिर बुलाई है।

कल जवाब देगी एनसीपी

एनसीपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की है जिसके बाद पार्टी की ओर से कहा गया कि हमने राज्यपाल से कहा है कि अपने सहयोगी दल से बात कर सरकार गठन के बारे में कोई जवाब देंगे। एनसीपी नेता ने कहा कि राज्यपाल को हम मंगलवार रात 8.30 बजे तक अपना जवाब देंगे।

राजनीतिक हालात पर बनी है हमारी नजर: बीजेपी

बीजेपी ने भी आज दो-दो बार कोर कमेटी की बैठक की है। इसके बाद पार्टी ने कहा कि बीजेपी पूरे सियासी हालात पर नजर बनाए हुए है और आने वाले में वक्त में चर्चा कर कोई फैसला लिया जाएगा।

हम सरकार बनाने के लिए तैयार: आदित्य ठाकरे

शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा दावा अभी खारिज नहीं हुआ है और हम भी सरकार बनाना चाहते हैं। ठाकरे ने कहा कि अन्य दलों से हमारी बातचीत जारी है और उनका समर्थन पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है।

लग सकता है राष्ट्रपति शासन

अब गेंद राज्यपाल के पाले में हैं, वह आज रात को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं। वैसे राज्यपाल ने शिवसेना के दावे को खारिज भी नहीं किया है और शिवसेना जब समर्थन पत्र लेकर दावे पेश करने जाती है तो राज्यपाल उसे मौका दे सकते हैं।

समर्थन पर फैसला नहीं: कांग्रेस

सोनिया गांधी के साथ वरिष्ठ नेता की बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है और सोनिया गांधी एनसीपी प्रमुख शरद पवार से बातचीत कर आगे कोई फैसला लेगी।

किसी वरिष्ठ शिवसेना नेता को मुख्यमंत्री बने:एनसीपी

शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे राज्यपाल से मिलने पहुंच चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी राज्यपाल से सरकार गठन पर जवाब देने के लिए 24 घंटे का वक्त मांग सकती है। एनसीपी किसी वरिष्ठ शिवसेना नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, ऐसे में उद्धव ठाकरे ही सबसे बेहतर विकल्प होंगे।

इन मुद्दों पर होगा गठबंधन

शिवसेना ने एनसीपी को प्रस्ताव दिया है कि उनका गठबंधन महाराष्ट्र में किसानों, सूखे, रोजगार के मुद्दे पर होगा न कि किसी राष्ट्रीय मुद्दे को लेकर दोनों दल साथ आ रहे हैं। यही प्रस्ताव शिवसेना ने कांग्रेस को भी दिया है।

जानकारी के अनुसार कांग्रेस शिवसेना को बाहर से समर्थन करेगी। सोनिया ने कांग्रेस के सभी विधाय​कों से बात करने के बाद ये फैसला लिया है। दिल्ली में सोनिया गांधी के साथ महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक चल रही है और जयपुर में मौजूद अपने विधायकों से भी सोनिया ने बात की है और बाहर से समर्थन देने के लिए उन्हें राजी किया है।

कांग्रेस ने मांगा स्पीकर का पद

महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार को बाहर से समर्थन के बदले कांग्रेस ने विधानसभा में स्पीकर का पद देने की शर्त रखी है। कांग्रेस सरकार और विधानसभा में अपनी मजबूत पकड़ चाहती है। यही वजह से वह बाहर रहकर भी महाराष्ट्र सरकार में सबसे अहम किरदार निभाना चाहती है।

राजभवन के लिए निकले आदित्य ठाकरे

शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे थोड़ी देर में राजभवन पहुंचेंगे। आदित्य, सुभाष देसाई सहित शिवसेना के कई अन्य नेता मातोश्री से निकल चुके हैं।

बीजेपी कर रही बैठक

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हर पार्टी अपना जोर लगाने में लगी है। बीजेपी अब फिर से कोर कमेटी की दूसरी बैठक करने जा रही है। पार्टी नेता चंद्रकांत पाटिल कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के लिए उनके आवास पहुंच गए हैं। उधर, शिवसेना सचिव मिलिंद नार्वेकर ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल से मुलाकात की है।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की है। वहीं सांसद संजय राउत की तबियत बिगड़ गई है। जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि राज्यपाल ने शिवसेना को बहुमत पत्र सौंपने के लिए 7:30 बजे तक का वक्त दिया है।

संजय राउत के भाई सुनील राउत ने कहा कि पिछले 15 दिन से उनके सीने में दर्द हो रहा था। उनका चेकअप भी हुआ था। सुनील राउत ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। एक या दो दिन में उनको अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।

वहीं शिवसेना के कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से मुलाकात कर समर्थन की अपील की है।

कांग्रेस ने दिया सरकार बनाने का नया फॉर्मूला

सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में सरकार के लिए कांग्रेस जिस फॉर्मूले पर विचार कर रही है, उसके तहत शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा, जबकि दो डिप्टी सीएम होंगे। इसके अलावा कैबिनेट में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के 14-14 मंत्री होंगे।

महाराष्ट्र में नई सरकार बनने जा रही है: अरविंद सावंत

शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार को लेकर चल रही चर्चा के बीच शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार बनने जा रही है।

विरोधी विचारधारा के सवाल पर सावंत ने कहा कि जब कश्मीर में महबूबा मुफ्ती और बिहार में नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाई गई तो वहां कौन सी विचारधारा थी।

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष और शिवसेना प्रमुख के बीच 50-50 फॉर्मूला तय हुआ था, जिसमें सीएम पद भी शामिल था। लेकिन बीजेपी ने इस बात को नकारा जिससे ठाकरे परिवार को ठेक पहुंची। इससे हालात खराब हुए और हमारा गठबंधन नहीं रहा।

सावंत ने कहा कि ऐसे माहौल में मैं कैबिनेट में रहूं, यह उचित नहीं है। इसलिए मैंने अपना त्यागपत्र पीएम को सौंप दिया है। एनडीए से शिवसेना के बाहर होने पर सावंत ने कहा कि मेरे त्यागपत्र का मतलब समझ सकते हैं।

दिल्ली तलब किए गए कांग्रेस के 6 नेता

कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात, पृथ्वीराज चव्हाण, अशोक चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे, केसी पडवी और विजय वादतीश्वर को दिल्ली तलब किया गया है। ये नेता आज शाम 10 जनपथ में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलेंगे।

कांग्रेस के फैसले का इंतजार- नवाब मलिक

मुंबई में एनसीपी कोर कमेटी की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि वो कांग्रेस के फैसले का इंतजार करेंगे, उसके बाद ही अपना निर्णय लेंगे।

खड़गे ने सोनिया को सौंपे पत्र

कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के चुनाव प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने वर्किंग कमेटी की बैठक के बारे में बताया कि मीटिंग में महाराष्ट्र पर विस्तार से चर्चा हुई है। आगे की चर्चा के लिए महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है और शाम को एक बार फिर बैठक होगी और फैसला लिया जाएगा। साथ ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी विधायकों के हस्ताक्षर वाले पत्र सोनिया गांधी को सौंप दिए हैं।

हस्ताक्षर तक पहुंची बात

शिवसेना विधायकों ने राज्यपाल को दिए जाने वाले पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इनके अलावा शिवसेना के साथ आने वाले निर्दलीय विधायकों ने भी दस्तखत कर दिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मल्लिकार्जुन खड़ने ने कांग्रेस विधायकों की राय वाले पत्र पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिए हैं।

कांग्रेस के अधिकतर विधायक समर्थन के पक्ष में

कांग्रेस के 44 में 37 विधायक इस बात पर सहमत बताए जा रहे हैं कि शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने के पक्ष में हैं। कांग्रेस के विधायकों को फिलहाल जयपुर में रखा गया है।

संजय राउत का बीजेपी पर हमला

बीजेपी पर हमला करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूटने की जिम्मेदारी शिवसेना नहीं बल्कि बीजेपी की बनती है।

बीजेपी ने ही आज महाराष्ट्र को इस स्थिति में भेजा है। बीजेपी का अहंकार है कि वह विपक्ष में बैठना चाहती है. बीजेपी आज विपक्ष में बैठने को तैयार है लेकिन सरकार बनाने को तैयार नहीं है।

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सांसद संजय राउत ने कही ये बात

बीजेपी के सरकार बनाने से इनकार के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक फिर कहा है कि हम किसी भी कीमत पर शिवसेना का मुख्यमंत्री देंगे।

शिवसेना के उच्च सूत्रों का कहना है कि पहले एनसीपी-कांग्रेस, मुख्यमंत्री के लिए शिवसेना को समर्थन का ऐलान करे, उसके बाद शिवसेना एनडीए से बाहर आने का ऐलान करेगी।

राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा पेश करने के लिए कहा है। उधर एनसीपी चाहती है कि शिवसेना एनडीए से बाहर आये। लेकिन अब देखना होगा कि आखिर महाराष्ट्र की बागडोर किसके हाथ में लग सकता है।

सूत्रों के अनुसार दिल्ली कांग्रेस चाहती है शिवसेना और एनसीपी की सरकार को कांग्रेस बाहर से समर्थन करे लेकिन कांग्रेस के विधायक सरकार में शामिल होना चाहते हैं।

ऐसे में सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री, एनसीपी और कांग्रेस के उपमुख्यमंत्री होगा और प्रत्येक पार्टी के 6 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री बनेंगे।

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राज्यपाल ने शिवसेना से सरकार बनाने के लिए पूछा

इसके बाद रविवार को राज्यपाल ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना से सरकार बनाने के लिए पूछा है। हालांकि अभी शिवसेना का जवाब आना बाकी है, इस बीच एनसीपी ने भी शिवसेना के सामने समर्थन देने के बदले एनडीए से नाता तोड़ने की शर्त रख दी है। सोमवार को शिवसेना के नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकत करने वाले हैं।

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने साफ किया है कि अगर शिवसेना हमारा समर्थन चाहती है तो उसे एनडीए से नाता तोड़ना होगा और बीजेपी से अपने रिश्ते खत्म करने होंगे।

उन्होंने कहा कि शिवसेना को समर्थन के बदले केंद्रीय कैबिनेट से अपने सभी मंत्रियों को इस्तीफा दिलवाना होगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 12 नंवबर को पार्टी ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।

क्या है महाराष्ट्र में बहुमत का खेल

महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ है और दोनों में से कोई दल अकेले सरकार नहीं बना सकता। ऐसे में शिवसेना को सरकार गठन के लिए कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन की जरूरत होगी।

चुनाव में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है। ऐसे में शिवसेना को न सिर्फ एनसीपी बल्कि कांग्रेस को भी सरकार बनाने के लिए साथ में लेना होगा।

संजय राउत ने कहा-सीएम शिवसेना का ही होगा

सांसद संजय राउत ने एक फिर कहा है कि जैसा कि उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि सीएम शिवसेना का ही होगा। राउत ने कहा कि अगर बीजेपी अकेले राज्य में सरकार नहीं बना सकती तो फिर वह किस मुख्यमंत्री पद की बात कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह सब सिर्फ मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए किया जा रहा था लेकिन अब वह पीछे हट गए तो बीजेपी का मुख्यमंत्री कैसे होगा।

उन्होंने कहा कि बीजेपी अपना सीएम भी नहीं बनाना चाहती है और शिवसेना को दिया गया वादा भी नहीं पूरा करना चाहती, ये कौन सी भूमिका है।

कांग्रेस नेता का बड़ा बयान

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि हम आगे क्या करना है, इस पर चर्चा कर रहे हैं। चव्हाण ने कहा कि हम राज्यसभा में सियासी संकट नहीं चाहते और न ही फिर से चुनाव चाहते हैं।

मौजूदा हालात को देखते हुए हम अपनी रणनीति तय करेंगे। उन्होंने कहा कि हम जो भी फैसला लेनें उसमें एनसीपी भी हिस्सेदारी होगी।

हम सरकार नहीं बनाएंगे: बीजेपी

बीजेपी के नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर कहा है कि उनसे पास विधानसभा में अकेले सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है और ऐसे में पार्टी अकेले सरकार नहीं बना सकती।

राज्यपाल ने शनिवार को बीजेपी से सरकार बनाने के लिए पूछा था जिसके बाद आज फडणवीस समेत बीजेपी ने बड़े नेता राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं।

बीजेपी ने कहा कि जनता ने गठबंधन को बहुमत दिया है लेकिन शिवसेना सरकार गठन के लिए सहयोग करने को तैयार नहीं है। ऐसे में हमने राज्यपाल को बताया है कि बीजेपी अकेले महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती।

सिंहासन उठाएंगे नहीं खुद बैठेंगे: उद्धव

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी विधायकों से दो टूक कहा है कि इस बार वह सिंहासन उठाएंगे नहीं बल्कि शिवसैनिक खुद उसपर बैठेंगे। सूत्रों के मुताबिक यह बात ठाकरे ने होटल में अपने विधायकों को संबोधित करते हुए कही है। शिवसेना ने अब सीएम पद के लिए आदित्य ठाकरे की जगह उद्धव का नाम आगे कर दिया है।

वहीं दूसरी ओर बीजेपी अब तक सरकार बनाने के मन नहीं बना पाई है, राज्यपाल ने बीते दिन फडणवीस से पूछा था कि क्या वह सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।

उद्धव को सीएम बनाने की मांग

शिवसेना की बैठक में उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने की मांग की गई है। आज मुंबई में कई जगहों पर उद्धव ठाकरे के बतौर सीएम पोस्टर-बैनर देखे गए हैं।

नौ नवंबर कार्यकाल हो गया समाप्त

बताते चले कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो गया है। साथ चुनाव लड़ने वाली भाजपा और शिवसेना के अपनी शर्तों पर अड़ने के कारण राज्य में सरकार का गठन अभी नहीं हो पाया है।

शिवसेना सीएम पद पर 50-50 का फॉर्मूला चाहती है वहीं भाजपा इस पद को लेकर किसी समझौते के मूड में नहीं है। वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया है। राज्यपाल ने भाजपा को 11 नवंबर तक बहुमत साबित करने का समय दिया है।

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