MP फ्लोर टेस्ट पर SC में कल होगी सुनवाई, कमलनाथ-स्पीकर को नोटिस

सुप्रीम कोर्ट में कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी लेकिन कांग्रेस की ओर से कोई कोर्ट पहुंचा ही नहीं, जिसके बाद कोर्ट ने बुधवार तक के लिए सुनवाई टाल दी और कमलनाथ सरकार को नोटिस जारी किया है। 

Shivani Awasthi
Published on: 17 March 2020 3:35 AM GMT
MP फ्लोर टेस्ट पर SC में कल होगी सुनवाई, कमलनाथ-स्पीकर को नोटिस
X

भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत में हर दिन उतार चढाव देखें को मिल रहे हैं। भाजपा कमलनाथ सरकार से बहुमत साबित करने की मांग कर रही है तो वहीं विधानसभा स्थगित होने के कारण फ्लोर टेस्ट भी 26 मार्च तक के लिए टल गया। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान की ओर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी लेकिन कांग्रेस की ओर से कोई कोर्ट पहुंचा ही नहीं, जिसके बाद कोर्ट ने बुधवार तक के लिए सुनवाई टाल दी और कमलनाथ सरकार को नोटिस जारी किया है।

Live Updates:

-सुप्रीम कोर्ट में मध्य प्रदेश मामले को लेकर सुनवाई शुरू हुई। हालंकि इस दौरान कांग्रेस पक्ष से कोई भी मौजूद रहा।

-इसके बाद कोर्ट ने कहा कि जब तक सभी पक्षों को सुन नहीं लेते कोई फैसला नहीं दिया जा सकता। ऐसे में सुनवाई को कल 10.30 तक के लिए टाल दिया गया।

-सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार को स्टैंडिंग काउंसिल के जरिए नोटिस जारी किया है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी और स्पीकर को भी नोटिस जारी किया गया है। इसी के साथ सुनवाई को कल तक के लिए टाल दिया गया है और अब बुधवार को इस मामले पर सुनवाई होगी।

सुप्रीम कोर्ट में शिवराज की याचिका पर सुनवाई:

विधानसभा में बजट सत्र के पहले ही दिन सोमवार को कार्यवाही स्थगित होने के बाद फ्लोर टेस्ट भी टल गया। जिसके बाद भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इसी बाबत आज सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी की याचिका पर सुनवाई होनी थी, जिसमें 48 घंटे के अंदर कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग की गयी है।

ये भी पढ़ें: कमलनाथ के 10 दिन: क्या बचा पाएंगे सत्ता या BJP के इन विकल्पों से गिरेगी सरकार

राज्यपाल ने 17 को फ्लोर टेस्ट कराने की मांग:

हालाँकि इसके पहले सोमवार को राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को 17 मार्च यानी आज मंगलवार को फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा था। राज्यपाल ने सोमवार शाम सीएम कमलनाथ को भेजी चिट्ठी में लिखा था, सरकार 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवाए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो माना जाएगा कि सरकार को सदन में बहुमत हासिल नहीं है।

ये भी पढ़ें: दुनिया में भारत की ही बात: कोरोना से बचने के लिए हर कोई कर रहा ऐसा, लड़ रहा जंग

क्या है विधानसभा का समीकरण

एमपी विधानसभा में कुल मौजूदा विधायक 228 हैं. स्पीकर ने 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर किया हैं यानी अब संख्या 222 है। बैंगलुरु में कांग्रेस के 16 विधायक हैं, जो फ्लोर टेस्ट के दौरान सदन से गायब रहे तो संख्या 206 हो जाएगी। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 104 होगा। 107 विधायकों के साथ बीजेपी ताल ठोक देगी और 92 विधायकों के साथ कांग्रेस हाथ मलती रह जाएगी। गैर कांग्रेस और गैर बीजेपी 7 विधायक भी कांग्रेस को बचा नहीं पाएंगे।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story