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सज़ायाफ्ता क़ैदी लालू प्रसाद बंगला के अंदर, रिम्स निदेशक यहां रहने को मजबूर
झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के इतिहास में सबसे लंबे समय तक बतौर मरीज़ रहने का रिकॉर्ड लालू प्रसाद ने अपने नाम कर लिया है। राजद अध्यक्ष को अगस्त 2018 को रांची के होटवार जेल से इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था।
झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के इतिहास में सबसे लंबे समय तक बतौर मरीज़ रहने का रिकॉर्ड लालू प्रसाद ने अपने नाम कर लिया है। राजद अध्यक्ष को अगस्त 2018 को रांची के होटवार जेल से इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था। फिलहाल, राजद अध्यक्ष रिम्स निदेशक के केली बंगला में इलाजरत हैं। दूसरी तरफ रिम्स के नए डायरेक्टर कामेश्वर प्रसाद स्टेट गेस्ट हाउस में रहने को मजबूर हैं। सज़ायाफ्ता क़ैदी बंगले में और रिम्स निदेशक गेस्ट में रहने को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई है।
केली बंगला को लेकर विवाद
चारा घोटाले में सज़ायाफ्ता क़ैदी लालू प्रसाद यादव इन दिनों रिम्स निदेशक के केली बंगला में इलाजरत हैं। एक तरफ राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद रिम्स डायरेक्टर के बंगला में जमे हुए हैं तो दूसरी तरफ रिम्स के नए निदेशक कामेश्वर प्रसाद स्टेट गेस्ट हाउस में रहने को मजबूर हैं। उन्हे खुद भी नहीं पता है कि, आखिर किन कारणों से राजद अध्यक्ष को केली बंगला में रखा गया है। रिम्स निदेशक का कार्यभार संभालने के दौरान उन्होने कहा कि, अगर परिस्थितियां ठीक हो गईं होंगी तो केली बंगला खाली कराया जाएगा।
लालू के बंगला पर भाजपा की नज़र
भाजपा शुरू से ही लालू प्रसाद को होटवार जेल से रिम्स में शिफ्ट करने का विरोध करती आई है। पार्टी का कहना है कि, रिम्स में राजद अध्यक्ष जेल मैनुअल का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन करते हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि, लालू को दोबारा होटवार जेल में भेज देना चाहिए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने कहा कि, एक तरफ सरकार खुद मानती है कि, राज्य में कोरोना महामारी का खतरा कम हुआ और दूसरी तरफ कोविड 19 की आड़ में लालू प्रसाद को सुविधाएं दी जा रही हैं। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार लालू प्रसाद के आगे नत्मस्तक हो गई है।
लालू को कई गंभीर बीमारियां
रिम्स में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का इलाज करने वाले चिकित्सक डॉ. उमेश प्रसाद की मानें तो लालू प्रसाद कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। उनकी किडनी मात्र 25 प्रतिशत ही काम कर रही है। स्थिति और बिगड़ी तो उन्हे डायलिसिस कराना पड़ सकता है। जेल के माध्यम से कोर्ट ने भी लालू की बीमारियों का ब्योरा मांगा है।
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होटवार से रिम्स कैसे पहुंचे लालू
चारा घोटाला में सज़ा होने के बाद लालू प्रसाद को रांची के होटवार जेल में रखा गया था। हालांकि, उनकी तबीयत बिगड़ने की शिकायत पर उन्हे रिम्स में भर्ती कराया गया। 5 अगस्त 2000 को पेइंग वार्ड में कोरोना वायरस के बढ़ते ख़तरे के मद्देनज़र उन्हे रिम्स निदेशक के केली बंगला में शिफ्ट किया गया। रिम्स में लालू प्रसाद का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. उमेश प्रसाद ने लालू प्रसाद को कोरोना से ख़तरा बताया था और उन्हे दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की सलाह दी थी।
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ए श्रेणी कैदी होने की वजह से लालू प्रसाद को कई सुविधाएं मिली हुई हैं जिसके तहत लालू प्रसाद के साथ दो सेवादार मौजूद रहते हैं। ग़ौरतलब है कि, आगामी 27 नवंबर को लालू प्रसाद की ज़मानत पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई है। अगर लालू को बेल मिल जाता है तो राजद अध्यक्ष के बाहर निकलने का रास्ता साफ हो जाएगा। लालू प्रसाद को चारा घोटाले के अन्य मामलों में ज़मानत मिल चुकी है।