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कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पुत्रमोह वाले नेताओं पर भड़के राहुल गांधी

बैठक के दौरान पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि हमें राज्यों में स्थानीय नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए। सबसे अंत में बोलते हुए राहुल ने सिंधिया की इस बात का जवाब देते हुए नाराजगी में कटाक्ष किया और कहा, "क्या हमें इसलिए राज्यों में नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए कि मुख्यमंत्री अपने बेटे की टिकट के लिए दबाव बनाएं?”

SK Gautam
Published on: 26 May 2019 7:09 PM IST
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पुत्रमोह वाले नेताओं पर भड़के राहुल गांधी
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नई दिल्ली: अब जबकि लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुका है और सभी पार्टियां अपने-अपने हार के कारणों पर मंथन करने के लिए बैठकें कर रही हैं। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी वरिष्ठ नेताओं के पुत्र-मोह पर जमकर बरसे। बैठक में मौजूद एक सूत्र के मुताबिक नाराजगी जताते हुए राहुल ने कहा कि अपने बेटे की टिकट के लिए कुछ नेताओं ने उन पर ये कह कर दबाव बनाया कि "बेटे को टिकट ना मिलने पर वो इस्तीफा दे देंगे"। इस मामले में राहुल ने सीधे तौर पर इशारा करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और चिदम्बरम का नाम लिया ।

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क्या हमें इसलिए राज्यों में नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए कि मुख्यमंत्री अपने बेटे की टिकट के लिए दबाव बनाएं

सूत्रों के हवाले से मिली जनाकारी के अनुसार बैठक के दौरान पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि हमें राज्यों में स्थानीय नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए। सबसे अंत में बोलते हुए राहुल ने सिंधिया की इस बात का जवाब देते हुए नाराजगी में कटाक्ष किया और कहा, "क्या हमें इसलिए राज्यों में नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए कि मुख्यमंत्री अपने बेटे की टिकट के लिए दबाव बनाएं?”

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने जोधपुर से चुनाव लड़ा और हारे गए। जबकि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे ने उनकी सीट छिंदवाड़ा और चिदंबरम के बेटे कार्तिक चिदम्बरम ने तमिलनाडु की शिवगंगा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। गहलोत और चिदम्बरम कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य हैं। कमलनाथ को भी इस बैठक में रहना था, लेकिन किन्हीं वजहों से वो मौजूद नहीं थे।

सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में राहुल ने चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं पर पार्टी के लिए अहम राफेल के मुद्दे पर आक्रामक ता की कमी के लिए भी खरी-खोटी सुनाई। अंत में राहुल ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए खुद अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की जिसे सभी सदस्यों ने एकसुर में नामंज़ूर कर दिया।

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राहुल अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं

हालांकि संकेतों के मुताबिक राहुल अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने प्रस्ताव पारित किया है कि राहुल गांधी पार्टी का पुनर्गठन करें। देखना होगा कि इस पुनर्गठन के दौरान राहुल गांधी क्या पुत्रमोह वाले नेताओं पर कार्रवाई करते हैं?

हालांकि इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी की जिस बैठक में राहुल गांधी 'पुत्रमोह' के लिए पार्टी नेताओं पर कटाक्ष कर रहे थे। हालांकि उस कमिटी में खुद उनके परिवार के तीन सदस्य हैं मसलन राहुल गांधी उनकी मां सोनिया गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी।



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SK Gautam

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