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सचिन से मिले गहलोत: विधायकों से कहा- 'बीती बातें भुला दे, अपने तो अपने होते हैं'
आज सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक सीएम अशोक गहलोत से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। सीएम आवास में हुई विधायक दल की बैठक में भी पायलट गुट के विधायक शामिल हुए।
जयपुर: राजस्थान की राजनीति में करीब एक महीने पहले उठा सियासी तूफ़ान अब धीरे-धीरे थमने लगा है। इसी के साथ ही सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच सुलह समझौते और मेल मिलाप का दौर भी शुरू हो चुका है।
इसी कड़ी में आज सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक सीएम अशोक गहलोत से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। सीएम आवास में हुई विधायक दल की बैठक में भी पायलट गुट के विधायक शामिल हुए।
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कांग्रेस नेता सचिन पायलट की फ़ाइल फोटो
हमारी कुछ मांगे थी उसे कांग्रेस आलाकमान ने मान लिया है: सचिन पायलट
सचिन पायलट ने विधायक दल की बैठक में विधायकों से कहा कि हमारी कुछ मांगे थी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वह बातें मान ली है।
मैं राजस्थान के तमाम कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और विधायकों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने 6 साल तक मेरा साथ दिया और मेरे साथ संघर्ष किया। सचिन पायलट ने कहा कि वह राजस्थान में सभी विधायकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे और उनकी आवाज उठाते रहेंगे।
सचिन पायलट ने अपने संबोधन में डिप्टी सीएम पद के लिए सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद दिया। पूर्व पीसीसी अध्यक्ष के तौर पर 6 साल के कार्यकाल में मिले सहयोग के लिए भी पायलट ने सभी का आभार जताया।
जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम विधानसभा में विश्वास मत खुद लाएंगे।
अशोक गहलोत ने कहा कि किसी भी एमएलए की शिकायत है, उसे दूर करेंगे।
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सचिन पायलट, राहुल गांधी और अशोक गहलोत की फ़ाइल फोटो
बीती बातों को भूला दे, अपने तो अपने होते हैं: गहलोत
उन्होंने विधायकों को अपने संबोधन में कहा कि जो बातें हुई, उन्हें भुला दें। हम इन 19 एमएलए के बिना भी बहुमत साबित कर देते, लेकिन वह खुशी नहीं होती। अपने, अपने होते हैं।
वहीं कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सत्य निष्ठा का कोई विकल्प नहीं है। दोस्ती और विचारधारा के बंधन अटूट हैं। वे समय की कसौटी पर खरा उतरेंगे और पार्टी को फिर से मजबूत करेंगे।
माननीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देशन और नेतृत्व ने इस बंधन को मजबूत किया है। बता दें कि इस बैठक के बाद गहलोत गुट के विधायकों को बस से वापस होटल भेजा गया है।
कल होटल से ही सीधे विधानसभा आएंगे। उधर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने राजभवन गई हैं।
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