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श्रमिकों को संरक्षण न दे पाने वाली भाजपा सरकार दे त्यागपत्र: अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि भाजपा को गरीब की नहीं पूंजीपति के हितों को बचाने की चिंता है। विस्थापन और बेरोजगारी के शिकार श्रमिकों को अब उनके मालिकों की शर्तों पर काम करने के लिए विवश किये जाने की यह साजिश है।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार द्वारा 3 साल के लिए श्रम कानूनों के अधिकांश प्राविधानों को स्थगित किए जाने को आपत्तिजनक और अमानवीय करार देते हुए कहा है कि श्रमिकों को संरक्षण न दे पाने वाली भाजपा सरकार को तुरन्त त्यागपत्र दे देना चाहिए।
भाजपा को गरीब की नहीं पूंजीपति के हितों को बचाने की चिंता-अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि भाजपा को गरीब की नहीं पूंजीपति के हितों को बचाने की चिंता है। विस्थापन और बेरोजगारी के शिकार श्रमिकों को अब उनके मालिकों की शर्तों पर काम करने के लिए विवश किये जाने की यह साजिश है।
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भाजपा पर लगाया ये आरोप
सपा अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा सरकार, कोरोना संकट का इस्तेमाल अपने और आरएसएस के पूंजी घरानों को संरक्षण देने और गरीब, दलित, पिछड़ों तथा समाज के कमजोर वर्ग के लोगों की जिंदगी में और ज्यादा परेशानियां पैदा करने पर उतारू हो गई है। भाजपा ने मंहगाई बढ़ाने का कुचक्र तो रचा ही है मजदूरों के शोषण के लिए भी रास्ते खोल दिए हैं। भाजपा सरकार के इन जनविरोधी हरकतों से जनता में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स बढ़ाया
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मंहगाई की मार बढ़ाने के लिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बाइक से लेकर ट्रक तक पर टोल टैक्स बढ़ा दिया है। नोएडा अथारिटी द्वारा पानी की दरों में 7.5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। पेट्रोल-डीजल पर केन्द्र सरकार ने सेस और अतिरिक्त डयूटी बढ़ा दी तो उत्तर प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त वैट लगा दिया। यह किसानों और जनता पर अत्याचार है।
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राज्य कर्मचारियों के सम्मान में सरकार कर रही दिखावा
राज्य कर्मचारी संकट की इस बेला में पूरे मनोयोग से उत्साहपूर्वक लगे हैं। संक्रमण का खतरा उठाकर भी वे सेवारत हैं। भाजपा सरकार उनके सम्मान का सिर्फ दिखावा कर रही है। जल निगम के कर्मचारी तीन महीने से वेतन के लिए तरस रहे हैं। उन्हें डीए भी डेढ़ साल तक नहीं मिलेगा। ऊपर से वेतन से पैसा काट कर डेढ़ करोड़ का चंदा मुख्यमंत्री के सहायता कोष में जमा हो रहा है। राजस्व विभाग में छंटनी हो रही है, मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है।
लखनऊ नगर निगम में बड़ा घोटाला
सपा मुखिया ने कहा कि यूपी में भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है। आगरा के बाद अब लखनऊ नगर निगम में बड़ा घोटाला सामने आया है। कोरोना हाॅटस्पाट के लिए 2 रुपये की सैनिटाइजर की खाली शीशी 10 रुपये में खरीदी गई। स्वास्थ्य कर्मियों को पहले अधोमानक किटे दी गईं। अब पर्याप्त पीपीई किटों का अकाल पड़ा हुआ है। रेलवे के पास दान देने के लिए तो धन है लेकिन मजदूरों को फ्री घर पहुंचाने के लिए नहीं है। सूरत से वापस आ रहे मजदूरों का सवा लाख रूपया दलाल खा गए। स्थिति भयावह होती जा रही है, लेकिन भाजपा संवेदनाशून्य है।
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