Punjab News: भगोड़े अमृतपाल सिंह को खोज रही पंजाब पुलिस, चमका देकर हुआ था फरार, इंटरनेट, SMS पर 20 तक रोक

Punjab News: खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी सिख संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश जारी है। पंजाब पुलिस अमृतपाल को शऩिवार से ढूंढ रही है। पिछले कई महीनों से भड़काऊ बयानबाजी और अपनी हरकतों से कानून को चुनौती देने वाले अमृतपाल के खिलाफ देर सवेर पुलिस मैदान में उतरी।

Krishna Chaudhary
Published on: 19 March 2023 10:22 AM GMT (Updated on: 19 March 2023 11:31 AM GMT)
Punjab News: भगोड़े अमृतपाल सिंह को खोज रही पंजाब पुलिस, चमका देकर हुआ था फरार, इंटरनेट, SMS पर 20 तक रोक
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वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह (फोटो: सोशल मीडिया)

Punjab News: खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी सिख संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश जारी है। पंजाब पुलिस अमृतपाल को शऩिवार से ढूंढ रही है। पिछले कई महीनों से भड़काऊ बयानबाजी और अपनी हरकतों से कानून को चुनौती देने वाले अमृतपाल के खिलाफ देर सवेर पुलिस मैदान में उतरी। राज्य भर में चलाए गए मेगा ऑपरेशन में उसके 78 समर्थकों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन अमृतपाल पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार होने में कामयाब रहा।

गौरतलब है कि शनिवार को जालंधर में जब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के काफिले को रोका था, तब ऐसी खबरें आईं कि समर्थकों के साथ-साथ उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन देर शाम पुलिस की ओर से जारी आधिकारिक बयान में उसके फरार होने की जानकारी दी गई। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर उसकी खोजबीन शुरू कर दी है। पुलिस की कई टीमें उसे ढूंढने में लगी हुई है।

पंजाब में हालात तनावपूर्ण
सिख कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह पर पुलिस की कार्रवाई की खबर सामने आते ही पंजाब में माहौल तनावूर्ण हो गया है। शनिवार को उसकी गिरफ्तारी की खबर फैलते ही मोहाली में उसके समर्थन में प्रदर्शन शुरू हो गया। निहंग सिख तलवार सड़कों पर उतर आए। पूरे पंजाब में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में है। अमृतसर, मोगा, फाजिल्का और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
रविवार रात 12 बजे तक इंटरनेट सर्विस और बल्क एसएमसएस सर्विस ठप रहेगी। माहौल बिगड़ने और अफवाहों को रोकने के मकसद से ये कदम उठाया गया है। अमृतरपाल के समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने की आशंका को देखते हुए पंजाब रोडवेज की बसें अभी नहीं चलेंगी।

कहां छिपा है अमृतपाल ?
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश में पुलिस पंजाब के कई जिलों में सर्च ऑपरेशन चला रही है, जिसे खुद वरीय अधिकारी लीड कर रहे हैं। पुलिस को चकमा देकर भाग रहे अमृतपाल की मर्सिडिज कार जालंधर जिले के नकोदर में खड़ी मिली थी। बताया जाता है कि यहां से वह मोटरसाइकिल से भागा। पुलिस ने देर रात तक इस एरिया में छापेमारी की। पुलिस के मुताबिक, उसकी लास्ट लोकेशन शाहकोट के पास ट्रेस हुई थी।

पुलिस ने अमृतसर स्थित उसके पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा स्थित उसके घर पर भी दबिश दी लेकिन वो नहीं मिला। एसएसपी रैंक के अधिकारी ने स्वयं उसके घर पर सर्च ऑपरेशन को लीड किया था। हालांकि, उन्हें वहां से कुछ भी बरामद नहीं हुआ और न ही उसके बार में कोई सुराग हाथ लगा। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि उन्हें भी नहीं पता कि उनका बेटा कहां पर है। वह खुद चाहते हैं कि अमृतपाल के बारे में कोई सही जानकारी मिल जाए।

पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के करीबियों की धर-पकड़ तेज कर दी है। पुलिस के पास उससे जुड़े लोगों की पूरी लिस्ट मौजूद है, उनमें से कुछ पंजाब में तो कुछ बाहर हैं। इसी क्रम में पुलिस ने हरियाणा के गुरूग्राम में उसके फाइनेंसर दलजीत सिंह कालसी को अरेस्ट किया है। अब तक की हुई कार्रवाई में 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कल अमृतपाल के लोगों के पास से भारी संख्या में हथियार जब्त किए थे।

कैसे चकमा देकर भागा अमृतपाल ?
जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल सिंह के जालंधर और बठिंडा में प्रोगाम थे। शनिवार को वो अपने काफिले के साथ जालंधर के लिए निकला। उसके काफिले में तीन लग्जरी गाड़ियां शामिल थीं। काफिले में तीसरे नंबर की गाड़ी मर्सिडिज पर वो खुद सवार था। पुलिस ने उसे दबोचने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। उसका काफिला जैसे ही जालंधर के मैहतपुर के पास पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल दिया।
पुलिस को देख अमृतपाल के ड्राइवर ने गाड़ी को मोड़ लिया और लिंक रोड पर ले गया। इसके बाद वारिस दे पंजाब संगठन के मुखिया को पकड़ने के लिए पुलिस की गाड़ियां पीछे लग गईं। कुछ दूर बाद पुलिस को चकमा देते हुए गाड़ी छोड़ अमृतपाल और उसके साथी वहां से फरार हो गए। पुलिस ने अमृतपाल के काफिले में चल रही अन्य दो गाड़ियों में सवार सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

अमृतपाल के संगठन पर क्या हैं आरोप ?
अगल खालिस्तान राज्य की हिमायत करने वाली कट्टरपंथी सिख संगठन वारिस पंजाब दे से जुड़े लोगों पर चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें लोगों में वैमन्स्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप हैं। 23 फरवरी को अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन पर हुए हमले को लेकर भी संगठन के लोगों पर मामला दर्ज किया था, जिनमें संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह भी शामिल है।

इससे पहले पंजाब के शिवसेना नेता सुधीर सूरी की हत्या में भी आया था। सूरी के परिवारवालों ने इस हत्याकांड में अमृतपाल को भी नामजद आरोपी बनाने की मांग की थी। उसके बाद पुलिस ने उसे मोगा के गांव सिंगावाला में नजरबंद किया था। अमृतपाल सिंह मीडिया को दिए अपने इंटरव्यू में लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता था। वो खुद को भारतीय मानने से इनकार करता था। उसके भड़काऊ बयानबाजी और हरकतों पर पंजाब और केंद्र सरकार की चुप्पी की काफी आलोचना हो रही थी। उसे जनरैल सिंह भिंडरावाले के दूसरे अवतार के तौर पर देखा जाने लगा।

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