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इन 5 आदतों को बदलें, ब्वॉयज बना सकते हैं लड़कियों को अपना दीवाना
ब्वॉयज में गर्ल्स की तुलना में ज्यादा पसीना आता है, ज्यादातर मामलों में ये उनके हार्मोन्स के कारण होता है। यदि आप नियमित रूप से वर्क आउट करते हैं तो आपकी पसीने की ग्रंथियां ज्यादा काम करती हैं जिससे शरीर से पसीने की बदबू आने लगती है।
जयपुर: ब्वॉयज में गर्ल्स की तुलना में ज्यादा पसीना आता है, ज्यादातर मामलों में ये उनके हार्मोन्स के कारण होता है। यदि आप नियमित रूप से वर्क आउट करते हैं तो आपकी पसीने की ग्रंथियां ज्यादा काम करती हैं जिससे शरीर से पसीने की बदबू आने लगती है।लेकिन ये सच है कि पसीने में फेरोमोन्स होता है जो कि विपरीत सेक्स को आकर्षित करते हैं, ये भी सच है कि यदि आपके शरीर पर पसीना ज्यादा आता है तो बैक्टीरिया ज्यादा पैदा है जिससे शरीर से बदबू आती है और स्किन में खुजली होती है।
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बहुत से लोग पहले से जानते हैं कि परफ्यूम्स और डियोरडेंट इस्तेमाल करने से शरीर से बदबू नहीं आती है। कुछ ऐसे टिप्स हैं जिन्हें अपनाकर आप नैचुरली रूप से अच्छी खुशबू पा सकते हैं और अपनी गर्लफ्रेंड को बदबू की वजह से दूर जानें से रोक सकते है।
जुराबें रोजाना बदलें
जरा सोचिए! आप अपनी गर्लफ्रेंड के साथ डेट पर डैसिंग और स्मार्ट बन कर गए है और कुछ देर बाद आपके जुराब से बदबू आने लगती है कैसा लगेगा जब इस वजह से आपकी डेट खराब हो जाए। इसके लिए एक ही जोड़ी जुराब को रोजाना पहनने से भी शरीर से बदबू आती है। अपने जुराबों को नियमित रूप से धोएं और रोजाना जुराब बदलें।
अच्छी क्वालिटी का साबुन करें इस्तेमाल
अरे भई! आप साबुन से रोज नहाते होंगे, लेकिन एक बार बैक्टीरियारोधी साबुन का इस्तेमाल करें। इससे नहाने से शरीर के बैक्टीरिया मर जाते हैं और पसीना कम बनता है जिससे शरीर से बदबू नहीं आती है।
कॉटन के कपड़े पहनें
गर्मी में ब्वॉयज को ज्यादातर कॉटन के टी शर्ट या शर्ट पहनने चाहिए। ये पसीने को जल्दी सोख लेते हैं और आपके अंडरऑर्म्स को फ्रेश करते हैं,इससे बदबू पैदा नहीं होती है। ये तो बहुत आसान उपाय है जिसे आप इन गर्मियों अपनाकर अपनी गर्लफ्रेंड को पास ला सकते है।
अंडरआर्म्स को रखें साफ
गर्ल्स की तुलना में ब्वॉयज में आर्म्स के पास ज्यादा बाल होते है। जिससे बदबू आती है। इसलिए दिन में दो या तीन बार यहां की सफाई करनी चाहिए और उस जगह की अच्छे से सफाई वीक में एकबार करनी चाहिए।
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डियोरडेंट
डियोरडेंट अलग-अलग तरह के होते हैं । कुछ में केवल खुशबू होती है तो कुछ ऐसे होते हैं जो बैक्टीरिया के खिलाफ काम करते हैं। साथ ही कुछ पसीने की ग्रंथियों को ही बंद कर देते हैं । रोल ऑन की जगह स्प्रे करने वाले डिओड्रैंट बेहतर माने जाते हैं।