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Kids Care Tips: ऐसे दूर करें अकेलापन , जी लें बच्चों के साथ बचपन

बच्चे आप के लिए वे महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि बच्चों को आप के तोहफों से ज्यादा आप की मौजूदगी की जरूरत है। इसलिए कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे प्यार के साथ दूर करें बच्चों का अकेलापन।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 13 Sept 2020 9:36 PM IST
Kids Care Tips: ऐसे दूर करें अकेलापन , जी लें बच्चों के साथ बचपन
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बच्चों को आप के तोहफों से ज्यादा आप की मौजूदगी की जरूरत है। इसलिए कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे प्यार के साथ दूर करें बच्चों का अकेलापन।

जयपुर: लोग परिवार की सुख-सुविधाओं के लिए दिन रात मेहनत करते हैं,लेकिन उसी परिवार को समय नहीं दे पाते हैं। आज इंसान अपनी जरूरतों को पूरी करने के चक्कर में अपने परिवार को समय नहीं दे पाता है जिसका उनके रिश्तों पर गहरा असर पड़ता हैं। खासकर बच्चों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ता हैं। पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए ही सबकुछ कर रहें हैं लेकिन समय के बिना बच्चे खुद को अकेला महसूस करने लगते हैं और फिर वे अपना अकेलापन दूर करें के लिए मोबाइल और दूसरे गेजेट्स का सहारा लेते हैं। जो कि उनकी मानसिकता के लिए बहुत खतरनाक है। इसके लिए उन्हें एहसास होने दें कि आप के लिए वे महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि बच्चों को आप के तोहफों से ज्यादा आप की मौजूदगी की जरूरत है। इसलिए कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे प्यार के साथ दूर करें बच्चों का अकेलापन।

अभिव्यक्ति

हमारे छोटे-छोटे कदम बच्चों के मस्तिष्क पर बहुत प्रभाव डालते हैं। बच्चों को गुडमॉर्निंग, गुडआफ्टरनून, गुडनाइट विश करना, स्कूल जाते समय गुड डे कहना, उन्हें गले लगा लेना, उन्हें गोद में उठा लेना, उन्हें देख कर प्यार से मुस्कुराना, अपने बच्चे के गाल पर किस करना आदि बच्चों के साथ की गई अभिभावकों की छोटी-छोटी ये क्रियाएं दर्शाती हैं कि आपको उनका खयाल है।’

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kids child सोशल मीडिया से

बच्चे के साथ खाएं

* पेरैंट्स को चाहिए कि वे दिन में कम से कम एक समय का भोजन बच्चे के साथ बैठ कर करें और बेहतर होगा डिनर करें ,क्योंकि यही वह समय होता है जब सभी सदस्य काम से लौट कर दिनभर की थकान के बाद एक साथ बैठते हैं। पूरे परिवार के साथ बैठ कर बातें करने को अपनी दिनचर्या का जरूरी हिस्सा बनाएं और उन से दिनभर के काम व उपलब्धियों के बारे में बात करें।

प्रोत्साहन जरूरी

*बच्चों के साथ समय बिताने के लिए तरीके ढूंढ़ें। उन्हें घर के छोटे-छोटे काम करने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे न सिर्फ आप को उन के साथ ज्यादा समय बिताने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे उन में जिम्मेदारी का एहसास भी आएगा। इसके साथ ही यह बच्चे व आप के बीच खुशनुमा और दुखभरी बातें साझा करने के लिए भी सही समय होगा।

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child सोशल मीडिया से

कहानियां हमेशा रोमांचक

*बच्चों के साथ किताबें पढे़ं। बच्चों को नई कहानियां हमेशा रोमांचक लगती हैं। उन को नई किताबों से परिचित कराएं, उन के साथ बैठ कर खुद भी कुछ नई और अच्छी कहानियों से जानपहचान करें। इससे आप और आप के बच्चे जानकारी भी हासिल कर पाएंगे और साथ में अच्छा समय भी व्यतीत कर पाएंगें।

आउटिंग पर जरूर जाएं

*अपने परिवार के साथ आउटिंग पर जरूर जाएं, फिर चाहे यह बड़ी हो या छोटी। और हां, अपने गैजेट्स साथ ले कर नहीं जाएं। आउटिंग पर उन के साथ बातचीत करें, मस्तीभरे खेल खेलें और जीवन को खुल कर जिएं। अपने बचपन के दिनों को याद करें, बचपन की यादें ताजा करें और अपने बचपन में खेले जाने वाले खेलों को बच्चों के साथ फिर खेलें। सप्ताह के दौरान जीवन में आने वाली एकरूपता को तोड़ने का सब से अच्छा तरीका है, फिर से बच्चा बन जाना।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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