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किसान का गुस्सा, खड़ी फसल पर चलाया ट्रैक्टर वीडियो हुआ वायरल
इन दिनों किसान कृषि कानून को लेकर सरकार पर हल्ला बोल दिए हैं।आये दिन किसान रोज नए-नए पैंतरे आजमा रहे हैं। एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें एक किसान अलग तरीके से केंद्र सरकार का विरोध करते हुए दिख रहा है। बिजनौर के चांदपुर तहसील के गांव कुल्चाना निवासी किसान रोहित ने छह बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल जोत दी है।
नई दिल्लीः इन दिनों किसान कृषि कानून को लेकर सरकार पर हल्ला बोल दिए हैं।आये दिन किसान रोज नए-नए पैंतरे आजमा रहे हैं। एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें एक किसान अलग तरीके से केंद्र सरकार का विरोध करते हुए दिख रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि बिजनौर का एक किसान केंद्र सरकार के इस फैसले से नाराज होकर अपनी खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला रहा है
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामलाः
बिजनौर के चांदपुर तहसील के गांव कुल्चाना निवासी किसान रोहित ने छह बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल जोत दी है। किसान रोहित का कहना है कि वह आंदोलन का समर्थन करने दिल्ली भी जाएगा। रोहित अपने छह बीघा गेहूं को खेत में ही जोत दिया है। इस वीडियो को अपने ट्विटर अकाउंट पर भारतीय किसान यूनियन ने शेयर किया है।
क्या कहना है टिकैत काः
आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों को फसल की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने को कहा था। इससे पहले हरियाणा के खरक पुनिया में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा था कि सरकार ऐसी गलतफहमी में न रहे कि हम किसान फसल काटने के लिए वापस चले जाएंगे। अगर सरकार ने हम किसानों पर किसी प्रकार का दबाव बनाया तो हम अपनी फसल में आग भी लगा देंगे।
खेतों का काम हम जारी रखेंगेः
टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार ये बिल वापस नहीं लेगी तब तक हम किसान भाई अपने घर वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि खेतों का काम हम जारी रखेंगे और इसके लिए रणनीति भी बना ली गई है। किसान भाई बारी-बारी से आंदोलन जगह पर आते रहेंगे और जो भी किसान आंदोलन में रहेंगे, उनकी खेती का काम गांव वाले करेंगे। टिकैत ने कहा कि कृषि कार्य के दबाव में हम लोग आंदोलन पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ने देंगे।
क्या कहना है लोगों काः
एक शख्स ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा है कि फसल को नष्ट करना समाधान नहीं है,फसल की कटाई के बाद फसल खालसा ऐड एनजीओ को दो ताकि विश्व के किसी भी कोने में किसी भूखे को भोजन मिल सके।
राकेश पंत नाम के युवक ने लिखा कि क्या फायदा मिला ? अगर राकेश टिकैत भी अपनी खड़ी फसल को जोत दे। तब माना जायेगा कि वो वास्तव में किसान नेता है। अपनी राजनीति के लिए आम किसानों को मत बरगलाओ टिकैत जी।
एक किसान ने लिखा है कि किसानों को तो पहले से ही भिखारी बना रखा है। सभी लोग मुनाफे का कारोबार करें और किसान भूखे को पेट भरने के लिए खुद हरदोल मेहनत करें कोई मुनाफा ना कमाए और फसल तैयार करके एनजीओ को दान कर दें इतने ही भूखों के लिए संवेदनशील हैं तो किसान को ज्यादा दाम देकर फसल खरीदने के लिए क्यों नहीं तैयार हो जाते हैं सरकार क्यों नहीं किसान को एमएसपी की गारंटी दे रही है कि उसकी फसल का वास्तविक मूल्य से मिलेगा किसानों को बाजार के हवाले क्यों छोड़ा जा रहा है।
अब तक इस वीडियो को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर लाखों लोगों ने देख लिया है। और इस शेयर भी किया जा रहा है।