वॉट्सऐप ग्रुप के लिए अब लेना होगा लाइसेंस, गलत पोस्ट पर फंसेंगे एडमिन

Admin
Published on: 20 April 2016 3:56 PM IST
वॉट्सऐप ग्रुप के लिए अब लेना होगा लाइसेंस, गलत पोस्ट पर फंसेंगे एडमिन
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लखनऊ: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में अब वॉट्सऐप न्यूज ग्रुप के लिए लाइसेंस लेना जरूरी कर दिया गया है। अफवाहों को रोकने के लिए कुपवाड़ा प्रशासन की ओर से ये आदेश जारी किए गए हैं। इस बारे में 18 अप्रैल को एक सर्कुलर जारी किया गया था। इस तरीके का फैसला पूरे देश में लागू किया जा सकता है। इसके पीछे ठोस वजह भी है। आइए आपको बताते हैं क्‍या है इसके पीछे की वजह।

गौरतलब है कि बीते दिनों वॉट्सऐप ने चैट और कॉल के लिए एनक्रिप्शन सेवा शुरू की थी। नई सेवा के तहत अब मैसेज सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई भी वॉट्सऐप मैसेज नहीं पढ़ पाएगा। यही सुविधा अब सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बन गया है। क्योंकि अब वॉट्सऐप के जरिए आने वाले हर कॉल और चैट को सिर्फ वही लोग पढ़ सकते हैं जिनके बीच बातचीत हो रही है। सुरक्षा एजेंसियां भी इसे डिकोड नहीं कर सकती हैं।

लाइसेंस प्रणाली पूरे देश में हो सकती है लागू

सूत्रों की मानें तो सुरक्षा एजेंसियां पूरे देेश में वॉट्सऐप ग्रुप के लिए लाइसेंस प्रणाली को कुपवाड़ा तर्ज पर पूरे देश में लागू करना चाहती हैं। ताकि लाखों वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर की जा रही सूचनाओं पर नियंत्रण रख सकें। यदि किसी ग्रुप में कोई गलत जानकारी और अफवाह फैलाई जा रही हो तो एडमिन की जवाबदेही तय की जा सके।

क्या है ऐंड टू ऐंड एनक्रिप्शन ?

-एन्क्रिप्शन पॉलिसी ऐंड्रॉयड, आईफोन, ब्लैकबेरी और विंडोज सभी पर लागू की गई है। हालांकि, 256 बिट एनक्रिप्शन भारत में गैर कानूनी है।

-ऐंड टू ऐंड एन्क्रिप्शन कंप्यूटर टेक्नोलॉजी की भाषा में 256 बिट स्ट्रॉन्ग होते हैं।

-इस तरह के एनक्रिप्टेड मेसेज को हैकर्स सबसे पावरफुल ब्रुट फोर्स मेथड से भी हैक या क्रैक नहीं कर पाएंगे।

-हालांकि, वॉट्सऐप के इस कदम के बाद अपनी आदत के अनुसार हैकर्स, इन मैसेज को क्रैक करने के लिए कोई न कोई नई तकनीक ढूंढ सकते हैं।

क्या है नए फीचर में ?

-इस नए सिक्योरिटी फीचर्स के आने के बाद अब सिर्फ वॉट्सएप सेंडर और रिसीवर ही मैसेज को पढ़ सकेंगे।

-इसके अलावा तीसरा कोई भी भेजे गए मैसेज को नहीं देख पाएगा।

-अब तक हैकर या सिक्योरिटी एजेंसी इन मेसेज को इच्छानुसार पढ़ सकते थे। लेकिन एंड टू एंड एनक्रिप्शन के बाद ऐसा संभव नहीं होगा।

लाइसेंस के लिए सरकार की गाइडलाइन अभी क्यों ?

जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में 12 अप्रैल को एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद इलाके का माहौल बिगाड़ने में वाट्सऐप ग्रुप का बहुत बड़ा हाथ रहा है। इसको लेकर कुपवाड़ा से लेकर श्रीनगर तक में हिंसक प्रदर्शन हुए। इस दौरान पांच लोगों की मौत भी हुई और कई लोग घायल हुए। यही नहीं लोगों के प्रदर्शन के बाद सेना को यहां से अपने तीन जले हुए बंकर अस्थायी तौर पर हटाने पड़े।

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