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ठहरिए! आपका ध्यान किधर है, टूटता कानून इधर है, खुद ही देखिए दारोगा जी का ये कारनामा

आपने तमाम ऐसी घटनाएं देखी होगी जब रेलवे क्रासिंग पर बैरियर बंद होता है और उसके बावजूद लोग जल्दबाजी मे उस बंद बैरियर को गाड़ी झुका कर पार करते हैं।

tiwarishalini
Published on: 21 Feb 2017 11:21 AM GMT
ठहरिए! आपका ध्यान किधर है, टूटता कानून इधर है, खुद ही देखिए दारोगा जी का ये कारनामा
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शाहजहांपुर: आपने तमाम ऐसी घटनाएं देखी होंगी जब रेलवे क्राॅसिंग पर बैरियर बंद होता है और उसके बावजूद लोग जल्दबाजी मे उस बंद बैरियर को गाड़ी झुका कर पार करते हैं। जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। मगर अब लगता है कि कानून का पाठ पढ़ते-पढाते खुद पुलिसकर्मी भी कायदे कानून भूल चुके हैं और तस्वीरें इसकी गवाह हैं।

आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...

-प्रदेश में कानून व्यवस्था कितनी सख्त और कड़क है ये बात ऊपर की तस्वीर साफ़ जाहिर कर रही है।

-जहां खुद पुलिसकर्मी ऐसी हरकतें करने से बाज नहीं आ रहे वहां आम जनता भला कैसे पीछे रहेगी।

-यह तस्वीरें सदर बाजार थाना क्षेत्र के इंदिरानगर काॅलोनी से कैंट को जाने वाली सङक पर रेलवे क्रासिंग के पास की हैं।

-इस रेलवे क्राॅसिंग के पास से मंगलवार (21 फरवरी) को एक ट्रेन गुजरने वाली थी, इसलिए बैरियर बंद था।

-रेलवे क्रासिंग के आसपास गाड़ियों की लंबी कतार लगी थी और लोग ट्रेन के गुजर जाने का इंतजार कर रहे थे।

-तभी एक दारोगा जी अपने स्कूटर से आए और कुछ देर रूके।

-उसके बाद जब ट्रेन को आने मे कुछ देर लगी तो दरोगा जी को सब्र नही हुआ और देखते ही देखते दरोगा जी ने अपने स्कूटर को थोड़ा सा झुकाया और रेलवे क्रासिंग पर लगे बैरियर को पार करने लगे।

-इस तरह इन दरोगा जी ने अपनी जान की बाजी लगाई और एक खतरनाक कोशिश कर सरेआम कानून को झुका दिया।

-अब सवाल ये उठता है कि जब कानून के जानकार ऐसे कानून की धज्जियां उङाएंगे तो आम जनता, जिनको ज्यादातर कानून के बारे मे जानकारी नही होती है, उनके उपर किस तरह ऐसे पुलिसकर्मी कार्यवाही कर सकते हैं।

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tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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