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Sonbhadra News: जिले की सीमा के साथ बदल जाते हैं वाहनों के नंबर प्लेट, झारखंड से उन्नाव तक पशु तस्करी का जाल
Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली अंतर्गत सुकृत पुलिस चौकी की तरफ से निकाय चुनाव को लेकर चल रही चेकिंग के दौरान मवेशियों से लदी एक ट्रक और चाचा-भतीजा सहित तीन तस्करों को पकड़ा तो सामने आए खुलासे ने हर किसी को चौंका कर रख दिया।
Sonbhadra News: अभी तक चर्चा में रहने वाले सोनभद्र के रास्ते बिहार के लिए होने वाली पशु तस्करी के रैकेट से इतर एक बड़ा पशु तस्करी का खेल सामने आया है। अब झारखंड और पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों से होते हुए उन्नाव के लिए पशु तस्करी की जा रही है। राबटर्सगंज कोतवाली अंतर्गत सुकृत पुलिस चौकी की तरफ से निकाय चुनाव को लेकर चल रही चेकिंग के दौरान मवेशियों से लदी एक ट्रक और चाचा-भतीजा सहित तीन तस्करों को पकड़ा तो सामने आए खुलासे ने हर किसी को चौंका कर रख दिया। पूछताछ में जहां जिले की सीमा बदलने के साथ ही, वाहनों का नंबर प्लेट बदलने की जानकारी मिली। वहीं झारखंड के गढ़वा जिले से यूपी के उन्नाव तक पशु तस्करी का जाल फैले होने का खुलासा हुआ। फिलहाल पकड़े गए पशु तस्करों को जेल भेजने के साथ ही, पुलिस आगे की छानबीन में जुटी हुई है।
ऐसे पकड़ में आया मामला
सुकृत पुलिस चौकी इंचार्ज सुरेेशचंद्र द्विवेदी की अगुवाई वाली टीम हाइवे पर निकाय चुनाव के मद्देनजर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी सोनभद्र का नंबर प्लेट लदा तिरपाल से ढंका एक ट्रक पहुंचा, जिससे रोककर चालक से कागजात की मांग की गई तो चालक न तो कोई कागजात दिखा सका न ही वाहन पर लदे सामान के बारे में कोई जानकारी बता सका। मामला संदिग्ध समझ में आने पर तिरपाल हटाकर देखा गया तो उस पर कई मवेशी ठूंसे हाल में भरे मिले। चालक मो. अयूब पुत्र ईशा निवासी भरवारी, थाना कोखराज, जिला कौशांबी, उसके भतीजे अमन और शहाबुद्दीन खान पुत्र शफरुद्दीन खान निवासी बनामसुरिया, थाना गढवा, झारखंड को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए।
उन्नाव और कानपुर से जुड़ा हुआ तस्करी का कनेक्शन
पूछताछ में चालक मो. अयूब ने पुलिस को बताया है कि इस ट्रक का संचालन उन्नाव के व्यक्ति द्वारा कराया जाता है। वाहन पर आसानी से किसी की नजर न पड़ने पाए, इसके लिए सोनभद्र के नंबर वाला फर्जी प्लेट लगवाया गया है। चेसिस नंबर, से वाहन नंबर की जांच की गई तो पता चला कि वाहन कानपुर के रंतूपुर, टीपीनगर निवासी मो. आरिफ का है।
पहले झारखंड में मवेशी करते हैं एकत्रित, फिर पहुंचाते हैं उन्नाव
मवेशी खरीदने का काम करने वाले झारखंड के शहाबुद्दीन ने जानकारी दी कि वह झारखंड से मवेशियों को एकत्रित करके, उन्नाव पहुंचाता है। पुलिस से बचने के लिए लिए, जिलावार नंबर प्लेट बदल दिया जाता है। पूछताछ में यह भी पता चला कि चालक और शहाबुद्दीन पूर्व में भी मवेशियों की तस्करी के मामले में बंद हो चुके हैं। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक मामले में थाना रॉबर्ट्सगंज पर धारा 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी, 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर प्रकरण की छानबीन जारी है।