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फौजी कट बाल पर भी कोरोना का कहर, सेना के लिए पैदा हुई अजीब मुसीबत

देश में इन दिनों लॉकडाउन का दूसरा चरण चल रहा है और यह चरण तीन मई को पूरा होने वाला है। उसके बाद भी लॉकडाउन बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

Shivani Awasthi
Published on: 26 April 2020 5:54 PM IST
फौजी कट बाल पर भी कोरोना का कहर, सेना के लिए पैदा हुई अजीब मुसीबत
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। कोरोना से जंग जीतने के लिए घोषित देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सबकी अपनी-अपनी दिक्कतें हैं। ऐसे में भारतीय सेना भी एक अजीब दिक्कत से जूझ रही है। दरअसल बालों की कटिंग की एक विशेष स्टाइल को फौजी कट कहा जाता है, मगर कोरोना के संक्रमण के कारण फौजियों का हेयर कट वैसा नहीं रह गया है जिसके लिए वे जाने जाते हैं।

बंद पड़े हैं सेना के अठारह सौ सैलून

देश में इन दिनों लॉकडाउन का दूसरा चरण चल रहा है और यह चरण तीन मई को पूरा होने वाला है। उसके बाद भी लॉकडाउन बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सेना की यूनिटों में करीब अठारह सौ बारबर शॉप या सैलून पूरी तरह बंद पड़े हैं। लॉकडाउन के कारण बाहर भी नाई की दुकान नहीं खुल रही है। इस कारण फौजियों के बाल वैसे नहीं रह गए हैं जिसे देखकर हर कोई किसी भी शख्स के फौजी होने का अंदाजा लगा लेता है।

अनुशासन तोड़ने जैसा हो रहा है एहसास

वायुसेना में ग्रुप कैप्टन एक फाइटर पायलट का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होते ही सबसे पहला काम बाल कटवाने का करना है। बाल बड़े हो जाने के कारण मैं आईने में खुद को ही नहीं पहचान पा रहा हूं। इस फाइटर प्लेन के पायलट का कहना है कि जब मैं सिर पर हाथ फेरता हूं तो लगता है कि मैं फौज के अनुशासन की धज्जियां उड़ा रहा हूं। फाइटर पायलट के इस बयान से समझा जा सकता है कि उसे बाल बड़े हो जाने का कितना दर्द सता रहा है।

गृह मंत्रालय ने नहीं दी है छूट

गृह मंत्रालय ने हाल में जिन दुकानों को खोलने की छूट दी है, उनमें सैलून शामिल नहीं है। गृह मंत्रालय ने बहुत सोच समझकर यह फैसला लिया है क्योंकि नाई की दुकान से संक्रमण फैलने का बड़ा खतरा है। अभी एक दिन पहले खबर आई थी कि मध्य-प्रदेश के खरगोन जिले में लॉकडाउन का उल्लंघन करके खोली गई नाई की एक दुकान से कई लोग कोरोना के शिकार हो गए। पता चला कि इस नाई ने कई लोगों की कटिंग और शेविंग के दौरान एक ही कपड़े का इस्तेमाल किया था जिससे गांव के कई लोग संक्रमण का शिकार हो गए।

बदल गया है फौजियों का लुक

देश में लॉकडाउन घोषित हुए एक महीने से ज्यादा का समय बीत गया है और इस दौरान 15 लाख से अधिक जवानों और अधिकारियों वाली भारतीय फौज का लुक भी बदल गया है। फौजी कट वाले चेहरे नहीं दिख रहे हैं। कई जवानों और अफसरों को बाल बढ़ जाने से अजीब सी अनुभूति हो रही है और वे अपने बड़े बालों को सेल्फी के जरिए यादों के खजाने में समेट रहे हैं। कई जवान और अधिकारी अपनी सेल्फी लेकर व्हाट्सएप ग्रुप्स या अपने परिजनों को भेज रहे हैं और साथ ही यह भी लिख रहे हैं कि पहचानों तो जानें।

छोटे वाले रखना भी अनिवार्य जरूरत

दरअसल जब भी कोई फौजी तैनाती के लिए यूनिट में जाता है तो उसे कुछ बातें अनिवार्य तौर पर बताई जाती हैं। फौजी की तीस जरूरतों में छोटे बाल रखना भी शामिल होता है। सेना की एड्जुटेंट ब्रांच की ओर से इन नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाता है। लेकिन कोरोना वायरस ने अभूतपूर्व स्थिति पैदा कर दी है। अब सेना की यह शाखा भी फौजियों के लंबे होते बालों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है क्योंकि उसे भी पता है कि मजबूरी में चाहकर भी फौजी अपने बाल नहीं कटवा पा रहे हैं।

इस बाबत सेना से जुड़े एक सूत्र का कहना कि विपरीत परिस्थितियों के बारे में फैसला लेने का अधिकार यूनिट के कमांडिंग अफसर को होता है और उसे भी पता है कि आखिर किस वजह से इन दिनों फौजी अपने विशेष हेयरकट में नहीं दिख रहे हैं।

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Shivani Awasthi

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