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Songs in Depression: अच्छे गाने सुनकर भगाइए डिप्रेशन, अकेले ही लड़कर निकल सकते हैं बाहर

Songs in Depression: कई बार डिप्रेशन के लक्षणों के साथ आप खुद अकेले भी हो सकते हैं। आपके इर्द -गिर्द अपने कहलाने वाले लोगों की कमी आपके डिप्रेशन की स्थिति को और गंभीर बना सकती है।

Preeti Mishra
Written By Preeti MishraPublished By aman
Published on: 5 April 2022 10:54 AM GMT (Updated on: 5 April 2022 11:19 AM GMT)
listen songs to keep away depression
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अच्छे गाने सुनकर भगाइए डिप्रेशन

Songs in Depression: डिप्रेशन एक ऐसा मानसिक रोग है जिसमें व्यक्ति अपने ही सोच-विचारों के तानों-बानों में उलझ कर रह जाता है। अपनी बात दूसरों को समझा नहीं पाना और दूसरों की बात समझ ना आना, ऐसे कई विचारों की खाई डिप्रेशन के वक़्त इंसान के दिमाग में चलती रहती है।

बता दें कि कई बार व्यक्ति ज़िन्दगी में आयी कुछ परेशानियों की वजह से भरे-पूरे परिवार में भी खुद को अकेला महसूस करने लगता है। या वाकई में वो अकेला भी हो सकता है। आज के इस भौतिकवादी दुनिया में व्यक्ति के पास पैसा और ऐशो आराम से भरपूर लाइफ स्टाइल तो है। लेकिन, मन को जोड़ने वाले प्यार और अपनापन की बहुत बड़ी कमी है, जो कुछ वर्षों पहले लोगों के पास थोक के भाव में हुआ करती थी।

अगर, आप में भी हैं ये लक्षण तो दें ध्यान

आज कोरोना लहर के बाद लोग ज्यादा अपने आप में सिमट गए है। बता दें कि कई बार डिप्रेशन से ग्रसित लोगों को ये पता ही नहीं चलता की वो अवसाद यानि डिप्रेशन की समस्या के शिकार हो चुके होते हैं। एक बेहद सिंपल सी बात है जब आप लोगों के भीड़ में भी खुद को अकेला और लाचार महसूस करें, अकेले में रहना ठीक लगे, जीवन में किसी भी चीज़ के प्रति लगाव ना महसूस होना, होठों से हसीं का गायब होना, हर वक़्त मन में सिर्फ नकारात्मक ख़याल आना जैसी कुछ सामान्य लक्षण डिप्रेशन से ग्रसित होने का अंदेशा जाहिर करते हैं।


लोगों की कमी बना सकती स्थिति गंभीर

कई बार डिप्रेशन के लक्षणों के साथ आप खुद अकेले भी हो सकते हैं। आपके इर्द -गिर्द अपने कहलाने वाले लोगों की कमी आपके डिप्रेशन की स्थिति को और गंभीर बना सकती है। लेकिन ,ऐसे आपको अपनी हिम्मत नहीं खोनी है। बल्कि, अपनी स्थिति से वाकिफ होकर उससे बाहर निकलने के रास्ते तलाशने हैं। ऐसे में बढ़िया मनपसंद गाने सुनना भी इस कंडीशन के लिए एक दवा का काम करता है।

मधुर संगीत से जुड़कर देखें, होगा कमाल

जी हां चौंकिए, मत कई शोध में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि एक मनोरम संगीत दिमाग की हर परेशानी को दूर करके आपके अंदर एक नयी ऊर्जा का संचार करता है। दिन 3 से 4 गाने सुनना और गुनगुना आपको डिप्रेशन की समस्या से निजात दिला सकता है। ध्यान रखें गाने sad songs ना हो अन्यथा आप और ज्यादा टूटा हुआ महसूस करेंगें। बता दें, कि गानों का चुनाव हमेशा मस्ती और ख़ुशी देने वाला होना जरूरी है। संगीत में इतनी ताकत है कि वो आपको अपनी ही खूबसूरत दुनिया की सैर पर ले जाती है और आपके दिमाग में पल रही परेशानियों से छुटकारा पाने में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाती है।


ये उपाय भी आजमाएं :

-इसके अलावा और भी कई प्रभावशाली उपायें हैं, जिन्हें व्यक्ति स्वयं करके डिप्रेशन की समस्या से छुटकारा पा सकता है। जिनमें रोज़ाना 15 से 20 मिनट मेडिटेशन करना भी दिमागी रूप से काफी शांति प्रदान कर नयी ऊर्जा का संचार भी करता है।

-बगीचों में पेड़ -पौधों के बीच समय बिताना भी दिमागी शांति के लिए बेहद फायदेमंद है। ऐसा करने से आप अकेलापन भी महसूस नहीं करते है।

- व्यायाम करना या योगा करना भी दिमाग में नई ख़ुशी और लक्ष्य को पैदा कर आपको मानसिक शांति प्रदान करता है।

- अगर समस्या की जड़ समझ में नहीं आ रही हो तो किसी अच्छे मनोचिकित्सक से परामर्श ज़रूर लेना चाहिए।

- रोज़ अपने लिए छोटे -छोटे किसी भी काम के लक्ष्य निर्धारित कर उसे पूरा करें।

- अपने आप को बहुत ज्यादा व्यस्त रखें।


- अपने दिल की बात किसी दोस्त या डॉक्टर से ही शेयर जरूर करें।

- अपनी सोच को सकारात्मक बनाने की कोशिश करें।

- अच्छे बुक्स को पढ़ना भी आपको अवसाद और तनाव से निकलने में मदद कर सकता है।

- बिना मतलब दिन भर मोबाइल और टीवी में ही अपना समय ना बिताएं। बाहर निकल कर लोगों से बात करें।

- रोज़ाना अपने दिन भर की एक्टिविटी को डायरी में लिखें।


इस तरह के कुछ उपायें आपको अकेले में भी अकेलेपन की समस्या से लड़ने में सहायता प्रदान करेंगे। बस मन में यह विचार रखना है कि मैं अच्छा/अच्छी हूँ। मैं सब कुछ कर सकता /सकती हूँ। मुझसे भी प्यार करने वाले लोग इस दुनिया में हैं। मैं भी दूसरों के लिए इम्पोर्टेन्ट हूँ। इत्यादि तरह की सकारात्मक बातें आपको डिप्रेशन के भंवर से बाहर खींच कर ले आने में असरदार है।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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