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युवाओं का टीकाकरण अधर मेःं 15 राज्यों ने हाथ खींचे, गहरा सकता है संकट

केंद्रीय मंत्रालय ने जमीनी स्थिति का आकलन किये बगैर युवाओं के लिए टीकाकरण अभियान को शुरू करने का एलान कर दिया है

Ramkrishna Vajpei
Published on: 30 April 2021 7:18 AM GMT (Updated on: 30 April 2021 7:21 AM GMT)
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 28 अप्रैल से शुरू
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सांकेतिक तस्वीर( साभार-सोशल मीडिया) 

लखनऊ:देश में एक मई से शुरू होने जा रहे तीसरे चरण के 18 साल से अधिक उम्र वालों के टीकाकरण अभियान पर केंद्र और राज्यों के बीच तालमेल के अभाव में संकट के बादल मंडराने लगे हैं। राज्यों की न तो तैयारी है न ही उनके पास वैक्सीन है। ऐसे में केंद्र सरकार ने वैक्सीन आयात का फैसला राज्यों में छोड़ दिया है जिससे वैक्सीन के संकट से देश में कोरोना संक्रमण का खतरा गहरा सकता है।

हालांकि टीकाकरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 28 अप्रैल से शुरू हो चुका है लेकिन कई भाजपा शासित और अधिकांश गैर भाजपा शासित राज्यों ने अपनी मजबूरियां बताते हुए इस अभियान को चलाने में असमर्थता जताई है। इसमें एक बहुत बड़ी वजह टीका निर्माता कंपनियों का इतने बड़े पैमाने पर टीके उपलब्ध कराने में असमर्थता जताना भी अहम है।

बिना तैयारी अभियान शुरू

ऐसे में यह सवाल लाजमी हो जाता है कि क्या केंद्रीय मंत्रालय ने जमीनी स्थिति का आकलन किये बगैर युवाओं के लिए टीकाकरण अभियान को शुरू करने का एलान कर दिया है। अगर ऐसा है तो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्टों में चल रहे कोरोना से संबंधित मामलों में केंद्र सरकार की जबर्दस्त किरकिरी हो सकती है। क्योंकि अभी तक तो केंद्र सरकार राज्यों को मांग के अनुरूप ऑक्सीजन न पहुंचा पाने, दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित न करा पाने को लेकर घिरी हुई थी लेकिन अब टीकों की उपलब्धता को लेकर भी सवाल खड़ा हो गया है।

18 साल से अधिक उम्र के टीकाकरण को लेकर पंजाब, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, बिहार, उड़ीसा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर और गोवा आदि राज्य शामिल हैं।

सांकेतिक तस्वीर( साभार-सोशल मीडिया)

मदद की कोई उम्मीद नहीं

इन सभी राज्यों को कमोवेश स्थिति स्पष्ट है इनके पास टीकों का स्टाक नहीं है और दूसरे टीकों के भुगतान की समस्या भी है। क्योंकि कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनो कंपनियों ने एडवांस भुगतान के बगैर वैक्सीन देने से मना कर दिया है। इसके अलावा राज्यों में इतने वृहतस्तर पर टीकाकरण की तैयारी भी नहीं है।

राज्यों की टीकाकरण के मामले में दयनीय स्थिति के बावजूद अभी तक केंद्र सरकार से राज्यों की मदद के कोई संकेत नहीं हैं। इसके विपरीत भारत सरकार ने वैक्सीन आयात करने का फैसला फिलहाल राज्यों पर छोड़ दिया है। भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन खुद आयात करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। केंद्र सरकार ने राज्यों और कंपनियों को ऐसा करने की इजाजत दे दी है।

ऐसे में जबकि देश में कोरोना के रोजाना सामने आने वाले मामले साढे तीन लाख को पार कर चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना टीका करण की रफ्तार बढ़ाए जाने से भारत को कोरोनावायरस से निपटने में काफी मदद मिल सकती है लेकिन वैक्सीन आयात का फैसला टालने की वजह से देश में कोरोना संक्रमण गहरा सकता है।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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