फिर पलटा WHO, कहा- बिना लक्षण वाले मरीजों से भी फैलता है कोरोना

लोग कहने लगे कि दुनिया की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के बाद डब्लूएचओ अब उल्टी बात कह रहा है।

Newstrack
Published on: 14 July 2020 6:32 AM GMT
फिर पलटा WHO, कहा- बिना लक्षण वाले मरीजों से भी फैलता है कोरोना
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नील मणि लाल

लखनऊ। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ कोरोना वायरस पर एक राय नहीं बना पा रहा है। इस संगठन के आला अधिकारियों ने समय समय पर विवादित बातें कहीं हैं और हल्ला होने पर यू टर्न भी लिया है। मिसाल के तौर पर डब्लूएचओ की टेक्निकल डाइरेक्टर मारिया वेन केरखोव ने मीडिया से कह दिया कि बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों से ये बीमारी नहीं फैलती है और ऐसे लोगों को आइसोलेशन में रखने की जरूरत नहीं है।

टेक्निकल डाइरेक्टर मारिया वेन केरखोव मारिया के बयान का वीडियो झटपट वाइरल हो गया जिसमें वो साफ ये कहती दिख रहीं थीं कि जो डेटा डब्लूएचओ के पास है उससे पता चलता है कि कोई बिना लक्षण वाला कोरोना संक्रमित व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति में कोरोना वायरस को शायद ही ट्रांसमिट करता हो।

मारिया के बयान पर दुनिया भर के वैज्ञानिक और एक्सपेर्ट हैरान रह गए। सोशल मीडिया पर तरह तरह के कमेंट्स की बौछार होने लगी। लोग कहने लगे कि दुनिया की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के बाद डब्लूएचओ अब उल्टी बात कह रहा है।

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देनी पड़ी सफाई

मारिया के इस वीडियो की पड़ताल भी हुई कि कहीं ये फर्जी वीडियो तो नहीं है लेकिन जांच में निकला कि ये वीडियो सही है। हल्ला मचने के बाद डब्लूएचओ ने सफ़ाई दी कि उसके पास इस तरह का कोई आंकड़ा नहीं है और वैज्ञानिक अब भी बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों द्वारा संक्रमण फैलाने की तीव्रता का ध्यायन कर रहे हैं। अगले ही दिन टेक्निकल डाइरेक्टर मारिया वेन केरखोव ने सफाई दी कि ज़्यादातर ट्रांसमिशन कोरोना के लक्षण वाले मरीजों से होने की बात पता चली है लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं होता लेकिन वो भी संक्रामण फैलाते हैं। लेकिन ऐसे कितने लोग हैं इसका हमारे पास कोई जवाब नहीं है।

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डॉ फौची ने हैरानी जताई

संक्रामक रोगों के टॉप एक्सपेर्ट डॉ एंथनी फौची ने भी हैरानी जताते हुये बिना लक्षण वाले लोगों के बारे में डब्लूएचओ के बयान को गलत बताया। डॉ फ़ौची ने कहा कि 25 से 45 फीसदी संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता। लेकिन अध्ययनों से पता चलता है कि बिना लक्षण वाले मरीज किसी भी अन्य व्यक्ति में संक्रमण फैला सकते हैं। बिना लक्षण वाले लोगों से बीमारी का फैलाव इस महामारी का सबसे बड़ा सिरदर्द है।

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