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Rinku Singh IPL 2023: सिलेंडर डिलीवरी करने वाले का बेटा, खुद किया झाड़ू-पोछे का काम, अब IPL में दिखाया सबसे बड़ा कमाल

Rinku Singh IPL 2023: कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम को गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रनों की जरूरत थी और मैन ऑफ द मैच और रिंकू सिंह ने लगातार पांच छक्के लगाकर केकेआर की टीम को रोमांचक जीत दिला दी।

Anshuman Tiwari
Published on: 10 April 2023 3:41 PM IST (Updated on: 21 May 2023 1:18 PM IST)
Rinku Singh IPL 2023: सिलेंडर डिलीवरी करने वाले का बेटा, खुद किया झाड़ू-पोछे का काम, अब IPL में दिखाया सबसे बड़ा कमाल
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Rinku Singh (photo: social media )

Rinku Singh IPL 2023: उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू सिंह ने रविवार को आईपीएल के रोमांचक मुकाबले में वह कमाल कर दिखाया जो अभी तक कोई नहीं दिखा सका था। कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम को गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रनों की जरूरत थी और मैन ऑफ द मैच और रिंकू सिंह ने लगातार पांच छक्के लगाकर केकेआर की टीम को रोमांचक जीत दिला दी। रिंकू सिंह के सामने आखिरी ओवर में प्रयागराज के यश दयाल थे, लेकिन रिंकू ने असंभव को संभव बनाकर अपनी टीम को गुजरात के खिलाफ तीन विकेट से जीत दिलाई।

बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले रिंकू का आईपीएल का सुपर स्टार बनने का यह सफर भी कम दिलचस्प नहीं है। गैस सिलेंडर की डिलीवरी करने वाले पिता के बेटे रिंकू सिंह ने आर्थिक दिक्कतों के चलते एक कोचिंग में झाड़ू-पोछा लगाने का भी काम किया मगर क्रिकेट के प्रति अपने जुनून के कारण रिंकू सिंह आज इस बुलंदी पर पहुंचने में कामयाब हुए। बचपन में क्रिकेट खेलने के लिए पिटाई बर्दाश्त करने वाले रिंकू ने यह कमाल दिखाने के बाद कहा कि मुझे खुद पर भरोसा था और इस भरोसे के दम पर ही मैंने अपनी टीम को जीत दिलाने में कामयाबी हासिल की।

बरसों तक नहीं भूल पाएगी यादगार पारी

सबसे पहले बात रविवार को हुए रोमांचक मुकाबले की की जाए। यह मुकाबला ऐसा था जिसे सारी दुनिया के क्रिकेट फैंस बरसों तक नहीं भूल सकेंगे। कोलकाता की टीम को आखिरी ओवर में 29 रनों की जरूरत थी और टीम की हार तय मानी जा रही थी। रविवार को हार्दिक पंड्या की नामौजूदगी में गुजरात टाइटंस की कप्तानी राशिद खान कर रहे थे और उन्होंने आखिरी ओवर की जिम्मेदारी बाएं हाथ के पेस बॉलर प्रयागराज के यश दयाल को सौंपी। यश दयाल के सामने केकेआर के उमेश यादव थे जिन्होंने पहली गेंद पर ही सिंगल लेकर स्ट्राइक की जिम्मेदारी रिंकू सिंह को सौंप दी।

रिंकू का तूफान, 7 गेंदों पर बना डाले 40 रन

इसके बाद स्टेडियम में वह तूफान आया जिसकी उम्मीद सपने में भी किसी ने नहीं की थी। रिंकू सिंह ने ओवर की बची हुई 5 गेंदों पर लगातार छक्के जड़ते हुए अपनी टीम को अविश्वसनीय जीत दिला दी। केकेआर के कप्तान नीतीश राणा के आउट होने के बाद रिंकू मैदान में उतरे थे और उन्होंने काफी धीमी शुरुआत की थी। उन्होंने 14 गेंदों पर सिर्फ 8 रन बनाए थे। ऐसे में किसी को केकेआर की जीत का भरोसा नहीं था मगर रिंकू ने असंभव को संभव बनाने की बात ठान रखी थी।

उन्होंने आखिरी 7 गेंदों में 40 रन बना डाले। इस तरह उन्होंने 21 गेंदों का सामना करते हुए 48 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 6 छक्के और एक चौका जड़ा। केकेआर की टीम को जीत हासिल करने के लिए अंतिम गेंद पर चौके की जरूरत थी, लेकिन रिंकू के छक्का जड़ते ही टीम के सारे खिलाड़ी मैदान में दौड़ पड़े और रिंकू को गले लगा कर अविश्वसनीय जीत दिलाने की बधाई दी। इस बार के आईपीएल सीजन में गुजरात की यह पहली हार रही जबकि कोलकाता ने सत्र की दूसरी जीत हासिल की है।

आईपीएल के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा

रिंकू का यह कमाल इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि आईपीएल के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने आखिरी ओवर में इतने रन बनाकर जीत हासिल करने में कामयाबी हासिल की है। इससे पहले आईपीएल 2016 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स ने पंजाब किंग्स के खिलाफ 23 रन बनाकर जीत हासिल की थी।

अब रिंकू सिंह के दम पर कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने आखिरी ओवर में 29 रन बनाकर सबसे बड़ी जीत हासिल की है। इस जीत के बाद रिंकू सिंह आईपीएल के सुपरस्टार बनकर उभरे हैं। सोशल मीडिया पर भी रिंकू सिंह की इस अविश्वसनीय पारी की खूब चर्चा हो रही है। क्रिकेट फैंस इस शानदार बल्लेबाजी के लिए रिंकू को दिल खोलकर बधाई दे रहे हैं।

पिता का गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम

रिंकू सिंह की उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने जिंदगी की तमाम मुसीबतों से लड़कर इस मुकाम तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की है। उत्तर प्रदेश के बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले रिंकू सिंह पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं।

1997 में पैदा होने वाले रिंकू सिंह का परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर था और उनके पिता गैस सिलेंडर की डिलीवरी करने का काम किया करते थे। रिंकू के भीतर बचपन से ही क्रिकेट के प्रति काफी जुनून था मगर उनके पिता को रिंकू का क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था और इसी कारण कई बार रिंकू की पिटाई भी होती थी।

रिंकू को करना पड़ा झाड़ू-पोछा का काम

क्रिकेट के प्रति अपने जुनून के कारण और रिंकू ज्यादा पढ़ाई लिखाई भी नहीं कर सके। हालांकि बाद में उन्होंने एक क्रिकेट टूर्नामेंट में बाइक जीतने के बाद अपने पिता को भेंट की तो पिता को भी रिंकू की इस उपलब्धि पर काफी खुशी हुई। आर्थिक दिक्कतों के कारण ही रिंकू को वह काम भी करना पड़ा है जिसमें उनकी दिलचस्पी नहीं थी। रिंकू ने नौकरी करने का फैसला किया तो ज्यादा पढ़े-लिखे न होने के कारण उन्हें एक कोचिंग में झाड़ू-पोछा करने का काम मिला। हालांकि इस काम में रिंकू का मन नहीं रमा और उन्होंने कुछ दिनों बाद ही यह काम छोड़कर फिर क्रिकेट पर ही फोकस करने का फैसला किया।

रिंकू ने इस तरह हासिल की बुलंदी

रिंकू अंडर 16 के ट्रायल में दो बार फेल हुए मगर इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। बाद में क्रिकेट के प्रति उनके जुनून ने रंग दिखाया और रिंकू को लिस्ट ए और टी-20 में डेब्यू करने का मौका मिला। रिंकू ने 2 साल बाद पंजाब के खिलाफ फर्स्ट क्लास मैच में डेब्यू किया। आईपीएल में शुरुआत के दौरान रिंकू पंजाब की टीम के साथ जुड़े हुए थे। 2017 में उन्हें सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला था।

रिंकू सिंह 2018 से कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के साथ जुड़े हुए हैं। घुटने की चोट के कारण 2021 में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था मगर पिछले साल उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया था। आईपीएल 2022 के दौरान उन्होंने लखनऊ की टीम के खिलाफ 15 गेंदों में 40 रन बनाकर सबका दिल जीत लिया था। रिंकू ने अभी तक आईपीएल में 20 मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने 24.93 की औसत से 349 रन बनाए हैं।

रिंकू को था खुद पर भरोसा

गुजरात की टीम के खिलाफ अविश्वसनीय पारी खेलने के बाद रिंकू सिंह ने कहा कि मुझे भरोसा था कि मैं अपनी टीम को जीत दिला सकता हूं। कप्तान नीतीश राणा ने मुझसे कहा था कि अपने पर विश्वास रखो और अंत तक बल्लेबाजी करते रहो फिर आगे देखा जाएगा कि क्या होता है। रिंकू ने कहा कि मैं छक्का लगाने की कोशिश कर रहा था।

तब उमेश यादव ने मुझे ज्यादा न सोचने और सिर्फ गेंद को हिट करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि गेंद मेरे बदले के बीचों-बीच आ रही थी। मुझे अपने पर पूरा भरोसा था और इस कारण ही मैंने यह कमाल दिखाने में कामयाबी हासिल की। इस कमाल की पारी के बाद रिंकू की चर्चा चारों ओर हो रही है।

शाहरुख खान भी हुए रिंकू के दीवाने

रिंकू सिंह ने अपनी इस पारी के दम पर टीम के मालिक प्रसिद्ध अभिनेता शाहरुख खान को भी अपना दीवाना बना लिया है। रिंकू की तारीफ करते हुए शाहरुख खान ने अपने ट्वीट में लिखा है झूमे जो रिंकू। शाहरुख खान ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे बच्चे रिंकू, नीतीश राणा और वेंकटेश अय्यर यू ब्यूटीज।

इस मैच के दौरान रिंकू के अलावा नीतीश राणा और वेंकटेश अय्यर ने भी शानदार बल्लेबाजी की थी। अय्यर ने 40 गेंदों पर 83 रन बनाए थे और राणा ने 29 गेंदों पर 45 रनों की पारी खेली थी। यही कारण है कि शाहरुख खान ने इन तीनों खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए उन्हें शानदार प्रदर्शन पर बधाई दी है।



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Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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