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तो क्या एक ही टीम के साथ लगातार क्रिकेट खेल ऊब चुके हैं कोहली ?
कोलकाता : भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि बीते तीन महीने में एक ही विपक्षी श्रीलंका के साथ दो बार श्रृंखलाओं के खेलने से होने वाला ओवरडोज प्रशंसकों को खेल से दूर कर सकता है, इसलिए इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। भारत ने तकरीबन ढाई महीने पहले ही श्रीलंका को उसके घर में खेल के तीनों प्रारूप में 9-0 से मात दी थी। एक बार फिर उसे श्रीलंका के साथ गुरुवार से टेस्ट खेलना है।
कोहली से पूछा गया कि एक ही टीम के साथ बार-बार क्रिकेट खेलना क्या प्रशंसकों को खेल से दूर कर सकता है, तो उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं जानता, इसका विश्लेषण प्रशंसकों को करना है जो मैच देखते हैं क्योंकि मैच देखना और मैच खेलना काफी अलग हैं।"
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उन्होंने कहा, "हमारे लिए आत्मसंतुष्टि या यह कहना कि मैं इस टीम के साथ नहीं खेलना चाहता, जैसी कोई चीज नहीं हैं। हमें हर समय उसी तीव्रता के साथ खेलना होता है। इस सवाल का जवाब सही तरीके से प्रशंसक ही दे सकते हैं।"
कोहली ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए यह परेशानी नहीं है क्योंकि हम एक ही मानसिकता के साथ खेलते हैं। लेकिन, प्रशंसकों की रुचि बनाए रखने और खेल को प्रतिस्पर्धी बनाए रखने के लिए एक संतुलन की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "अगर क्रिकेट ज्यादा हो रही है या एक ही सीरीज बार-बार हो रही है तो हमारे लिए कोई बात नहीं क्योंकि हमें अपने देश के लिए क्रिकेट खेलनी है।"
कोहली ने कहा, "इसका विश्लेषण होना चाहिए क्योंकि आप नहीं चाहते कि प्रशंसक खेल से दूर भागे। हमें खिलाड़ियों को तरोताजा रखने व प्रतिस्पर्धा की भावना बनाए रखने और प्रशंसकों को खेल से जोड़े रखने के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है।"
कोहली ने साफ किया उनकी टीम की मानसिकता इस सीरीज में भी नहीं बदलेगी और वह श्रीलंका को भी उसी तरह से ले रहे हैं, जैसे किसी और टीम को लेते हैं।
कप्तान ने कहा, "आप जो भी मैच खेलते हैं वो महत्वपूर्ण है। ऐसा नहीं है कि हम सीरीज हार जाएंगे तो आप लोग कुछ नहीं कहोगे। इसलिए हर चीज जरूरी है। जब आप देश के लिए खेलते हैं तो आप चीजों को अलग तरीके से नहीं देख सकते। हम इस सीरीज में भी एक टीम के तौर पर अच्छा करना चाहते हैं।"
कोहली ने कहा, "हम जिस परिस्थति में खेलें, जिस भी संयोजन के साथ खेलें, हम दिमाग में यह बात रख कर उतरते हैं कि हमारे लिए जीत अहम है। टीम के हर खिलाड़ी के दिमाग में भी यही बात है चाहे हम भारत में खेलें या भारत के बाहर।"
भारत 2012 के बाद से अपने देश में टेस्ट सीरीज में हारा नहीं है। इस सीरीज के बाद भारत को अगले साल दक्षिण अफ्रीका के साथ टेस्ट सीरीज खेलनी है।